फसल की उत्पादकता बढ़ाने के लिए बीजों की बुआई से पहले “फ.की.रा” विधि से बीज उपचार करना फायदे का सौदा हो सकता है। फ.की.रा यानी फफूंदनाशक, कीटनाशक और राइजोबियम। इन तीनों की मदद से बीज उपचार करने से बीज को मिलती है तीन लेयर की सुरक्षा।
बीज उपचार के लिए अनुशंसित कवकनाशी-कीटनाशक-राइजोबियम (फ.की.रा) अनुक्रम का पालन किया जाना चाहिए। बीज जनित और मिट्टी जनित रोगों जैसे उकठा और जड़ सड़न आदि के प्रकोप को सीमित करने के लिए कवकनाशी से बीज उपचार महत्वपूर्ण है। मिट्टी में कीड़ों के प्रबंधन के लिए, कीटनाशकों से बीज उपचार करें।
बेहतर जड़ नोड्यूलेशन के लिए राइजोबियम उपभेदों के साथ बीज उपचार की सिफारिश की जाती है।
बीज उपचार के बाद बुआई से पहले बीज को छाया में सूखने दें। उपचारित बीजों को सीधी धूप में सुखाने से बचें। अधिमानतः बीज उपचार शाम के समय किया जाना चाहिए और बुआई सुबह के समय की जानी चाहिए।
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