मध्य प्रदेश के किसानों के लिए फायदे की खबर, कृषि मंत्री ने किया ऐलान

The news of benefits for the farmers of Madhya Pradesh

मध्य प्रदेश के किसानों के लिए एक खुशखबरी आ रही है। प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने इस बाबत ऐलान किया है। वीडियो के माध्यम से देखें पूरी खबर।

स्रोत: ज़ी न्यूज़

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बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि: बिहार सरकार ने की प्रभावित किसानों के लिए सब्सिडी की घोषणा

फरवरी और मार्च में हुई बेमौसम की बारिश तथा ओलावृष्टि की वजह से यूपी और बिहार में अधिकांश फ़सलों को नुकसान पहुंचा। इस बारिश ने फ़सलों को नुकसान पहुँचाकर कई किसानों की उम्मीदों को तोड़ कर रख दिया। बहरहाल इस मामले में अब बिहार के किसानों के लिए एक राहत की खबर आई है।

बता दें की सीएम नीतीश कुमार ने हाल ही में यह घोषणा की है कि सरकार प्रभावित फ़सलों के लिए प्रति हेक्टेयर 13,500 रुपये का मुआवजा प्रदान करेगी। इस उद्देश्य के लिए पहले ही 60 करोड़ रुपये का कोष स्वीकृत किया जा चुका है। इस राशि का उपयोग उन किसानों को कृषि इनपुट सब्सिडी प्रदान करने के लिए किया जाएगा, जिनकी फसल 24 से 26 फरवरी की बेमौसम बारिश से खराब हो गई थी। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस बेमौसम बारिश ने 31,000 हेक्टेयर से अधिक फ़सलों को नुकसान पहुंचाया है।

राज्य के कृषि मंत्री प्रेम कुमार के अनुसार, एक बार दावों का सत्यापन पूरा हो जाने के बाद, 25 दिनों के भीतर सब्सिडी प्रदान की जाएगी। यह अनुदान सिंचित खेत के लिए 13,500 रुपये प्रति हेक्टेयर और असिंचित खेत के लिए 6,500 रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से भुगतान किया जाएगा। हालांकि, यह सब्सिडी अधिकतम दो हेक्टेयर भूमि के लिए ही प्रदान की जाएगी।

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कम ज़मीन पर ज्यादा उत्पादन पाने वाले छोटे किसानों पर बनाई जायेगी फ़िल्में 

केंद्र सरकार एवं मध्यप्रदेश सरकार ने मिलकर वैसे किसानों पर फिल्म बनाने का निर्णय लिया है जो अपने छोटे जमीनों पर खेती कर लाखों का मुनाफ़ा कमाते हैं। इसके पीछे का उद्देश्य बाकी के छोटे किसानों को भी ऐसा करने के लिए उत्साहित करना है ताकि वे भी अपने खेतों में उन्नत खेती कर के अच्छा उत्पादन प्राप्त करें।

बता दें की गुजरात की एक संस्था को फिल्म निर्माण का यह कार्य दिया गया है जो आने वाले महीने में श्योपुर से इसकी शुरुआत करेगा।

अनार की खेती से किसान ने लिखी सफलता की इबारत

त्रिलोक तोषनीवाल नामक इस किसान ने अपने गांव जैदा की 8 बीघा पथरीली ज़मीन को जी तोड़ मेहनत कर खेती करने लायक बनाया और फिर अनार व अन्य फलों के पौधे लगाकर 15 से 20 लाख की वार्षिक कमाई की। अब सफलता की इसी कहानी को फिल्म के रूप में पेश किया जाएगा।

अमरुद की खेती ने बदली किसानों की किस्मत

मध्यप्रदेश के ज्वालापुर और सोंईकलां क्षेत्र में बहुत सारे किसानों ने कई वर्षों पहले पारंपरिक खेती की राह छोड़ कर अमरूद की फसल पर ध्यान केंद्रित किया था और इसका फल अब वहां नजर आने लगा है। यहाँ 5 से 8 बीघा ज़मीन वाले किसान अमरूद से 8 से 10 लाख रुपए की वार्षिक कमाई कर रहे हैं। इनकी सफलता की कहानी भी अब फिल्म का शक्ल लेगी।

कराहल की महिला किसानों ने की उन्नत खेती

मध्यप्रदेश के कराहल में महिलाओं ने खेती की शक्ल बदल दी। आमतौर पर यहाँ तोरई, सरसों और ज्वार-बाजरा की खेती होती थी पर अब यहाँ किसान और महिला किसानों ने दलहनी फसल और सब्ज़ियाँ उगाकर अपनी आय काफी बढ़ा ली है। अब यहाँ सालाना 10-12 लाख तक की कमाई महिला किसान कर पा रही हैं। बहरहाल इन महिलाओं की सफलता पर भी फिल्म बनने वाली है।

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अधिक उत्पादन पाने के लिए तरबूज, खरबूज और कद्दू की फसल में फूलों की संख्या ऐसे बढ़ाएं

नीचे दिए गए कुछ उत्पादों के द्वारा फसल में फूलों की संख्या को बढ़ाया जा सकता हैं। 

  • होमोब्रासिनोलॉइड 0.04% डब्लू/डब्लू 100-120 मिली/एकड़ का स्प्रे करें।
  • समुद्री शैवाल का सत् 180-200 मिली/एकड़ का उपयोग करें।
  • सूक्ष्म पोषक तत्त्व 300 ग्राम/एकड़ का स्प्रे करें।
  • इस छिड़काव का असर पौधे पर 80 दिनों तक रहता है।
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किसानों के लिए खुशख़बरी: 15 मार्च से हटेगा प्याज के निर्यात पर लगा बैन

पिछले साल प्याज की बढ़ती कीमतों को देखते हुए प्याज के निर्यात पर सरकार ने प्रतिबंध लगा दिए थे, पर अब परिस्थितियां बदल गई हैं क्योंकि इस बार प्याज की अच्छी पैदावार होने का अनुमान है। इसी को देखते हुए केंद्र सरकार ने प्याज के निर्यात पर लगा बैन हटाने का निर्णय लिया है।

इस बाबत विदेश व्यापार महानिदेशालय की तरफ से सोमवार को एक अधिसूचना जारी की गई है जिसके अनुसार, आगामी 15 मार्च से प्याज निर्यात पर लगा बैन निरस्त कर दिया गया है। इसके साथ साथ प्याज के लिए निर्धारित न्यूनतम निर्यात मूल्य की शर्त भी अब खत्म कर दी गई है।

इस अधिसूचना में यह कहा गया है कि नियमों में बदलाव के साथ प्याज की सभी किस्मों (बैंगलोर रोज और कृष्णापुरम किस्म को छोड़ कर) को वर्तमान ‘निषिद्ध’ श्रेणी की सूची से हटाकर अब ‘मुक्त’ श्रेणी की सूची में डाला गया है। इस अधिसूचना के बाद 15 मार्च से प्याज निर्यात पर लगा प्रतिबंध निरस्त हो जाएगा। इसके साथ साथ अब प्याज के निर्यात पर किसी प्रकार के कोई लेटर ऑफ क्रेडिट या फिर न्यूनतम निर्यात मूल्य की शर्त पूरी करने की भी जरुरत नहीं होगी।

सरकार के इस फैसले से किसानों को लाभ मिलेगा । इस बार किसानों को प्याज का अच्छा उत्पादन हुआ है और निर्यात पर से प्रतिबंध हटने की वजह से उन्हें प्याज की अच्छी कीमत मिलने की उम्मीद है। 

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पीएम-किसान पेआउट के साथ अब मिलेगा अतिरिक्त लाभ, 14 करोड़ किसानों को होगा फायदा

  • किसानों को हर वर्ष मिलेंगे 6000 रुपये।
  • पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लिए पात्र किसान ‘किसान क्रेडिट कार्ड’ भी आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।
  • किसानों को 4% ब्याज दर पर 3 लाख रुपये तक का ऋण मिलेगा।
  • इसके अंतर्गत आने वाले पात्र किसान, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY) का भी लाभ उठा सकते हैं।
  • ये दोनों योजनाएं दो लाख रुपए के बीमाकृत मूल्य के लिए दुर्घटना बीमा एवं जीवन बीमा क्रमशः 12 रूपये और 330 रूपये के प्रीमियम पर प्रदान करती है।
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