मक्का की फसल फॉल आर्मी वर्म से हो जायेगी बर्बाद, जल्द कर लें बचाव

  • फॉल आर्मी वर्म कीट मक्के की सभी अवस्थाओं में आक्रमण करते हैं। सामान्यत: यह मक्के की पत्तियों पर आक्रमण करते हैं, लेकिन अधिक प्रकोप होने पर यह भुट्टे को भी नुकसान पहुंचाने लगते हैं। इस कीटे के लार्वा पौधे के ऊपरी भाग या कोमल पत्तियों को नुकसान पहुंचाते हैं। इस कीट से ग्रसित पौधे की पत्तियों पर छोटे- छोटे छेद दिखाई देते हैं।

  • नवजात लार्वा पौधे की पत्तियों को खुरच कर खाते हैं, जिससे पत्तियों पर सफेद धारियां दिखाई देती हैं। जैसे-जैसे लार्वा बड़ा होता है, पौधे की ऊपरी पत्तियों को पूर्ण रूप से खाकर नष्ट कर देते हैं। इसके अलावा पौधे के अंदर घुसकर मुलायम पत्तियों को भी खा जाते हैं।

नियंत्रण के उपाय  

इसके नियंत्रण के लिए इमानोवा (इमामेक्टिन बेंजोएट 5 एसजी) @ 80 ग्राम या बाराज़ाइड (नोवालुरॉन 5.25% + एमामेक्टिन बेंजोएट 0.9% एससी) @ 600 मिली + सिलिको मैक्स @ 50 मि ली प्रति एकड़ 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।

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Fall army worm :- Nature of Damage and Control measures

हानि:-

  • ये कीट सामान्यतया पत्तिया खाते है पर अधिक प्रकोप होने पर ये मक्के के फल को भी खाते है |
  • क्षतिग्रस्त पौधे की उपरी पत्तिया कटी फटी होती है, तथा डंठल आदि के पास नमी युक्त बुरादा पाया जाता है |
  • यह भुट्टे के ऊपरी भाग से खाना शुरू करते हैं

नियंत्रण :-

  • लाईट ट्रेप लगाए |
  • 5 प्रति एकड़ मादा की खुशबु वाले फेरोमोन ट्रेप सेट लगाए |
  • ईल्ली दिखाई देने पर निम्न में से किसी एक कीटनाशक का स्प्रे करें|
  • फ्लूबेंडामीड 480 एससी @ 60 मिली/एकड़।
  • स्पिनोसेड 45% एससी @ 80 मिली/एकड़
  • थायोडिकार्ब 75% डब्ल्यूपी @ 400 ग्राम/एकड़
  • क्लोरैट्रानिलिप्रोल 18.5% एससी @ 60 मिली/एकड़ |

इनमे से किसी एक कीट नाशक का प्रति एकड़ की दर से 150 लीटर पानी के साथ घोल बना कर छिड़काव करे।

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