FGR पोर्टल से फसल बीमा का लाभ पाना अब होगा आसान

किसानों को भविष्य में होने वाले नुकसान से बचाने के लिए सरकार की ओर से फसल बीमा मुआवजा दिया जाता है। हालांकि इस मुआवजे को प्राप्त करने के लिए किसानों को सरकारी दफ्तरों के कई चक्कर लगाने पड़ जाते हैं। ऐसे में कई बार पूरी जानकारी न होने की वजह से भी किसान इस लाभ से वंचित रह जाते हैं। किसानों की इस परेशानी को देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने एक शिकायत निवारण पोर्टल लॉन्च किया है। 

इस ‘एफजीआर पोर्टल’ के माध्यम से मौसम आधारित फसल नुकसान से जुड़ी बीमा की शिकायतें घर बैठे दर्ज की जा सकेंगी। जिनकी सुनावाई भी ऑनलाइन की जाएगी, साथ ही दिए गए निवारण की उपयोगिता का पता चलने के बाद इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा। इसके अलावा किसानों को किसी तरह की लिखित शिकायत दर्ज कराने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। किसान टॉल फ्री नंबर 14447 पर कॉल करके भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं, इन शिकायतों पर तत्काल पहल की जाएगी।  ऐसे में किसान बिना किसी दफ्तर के चक्कर लगाए घर बैठे बीमा मुआवजा या अन्य कृषि संबंधित समाधान प्राप्त कर सकेंगे। 

स्रोत : टीवी9 भारतवर्ष

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फसल बीमा के लिए इस तिथि से पहले जल्द करें आवदेन, देखें पूरी जानकारी

किसानों को भविष्य में खेती से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना चलाई जा रही है। योजना के अन्तर्गत खरीफ 2022 के लिए फसल बीमा योजना की अधिसूचना जारी कर दी गई है। इसकी मदद से किसान भाई भविष्य में होने वाले नुकसान की भरपाई कर सकेंगे। इसी क्रम में मध्यप्रदेश में ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जो कि 31 जुलाई तक ही जारी रहेगी।

इस योजना के तहत किसान भाई उड़द, मूंग, ज्वार, मूंगफली, तिल, कपास, धान, मक्का, बाजरा एवं अरहर के साथ बाकी खरीफ फसलों के लिए आवदेन करा सकते हैं। योजना के अन्तर्गत आवदेन फॉर्म के साथ फसल बीमा प्रस्ताव फॉर्म, आधार कार्ड, पहचान पत्र के अलावा शासन द्वारा मान्य भू-अधिकार पुस्तिका एवं बुआई प्रमाण पत्र संलग्न करना आवश्यक है।

योजना के अनुसार किसान भाई अधिसूचित फसलों का बीमा बैंक या फिर लोक सेवा केन्द्र एवं निर्धारित बीमा कंपनी के प्रतिनिधि के जरिए करा सकते हैं। वहीं योजना के क्रियान्वयन के लिए राज्य के 11 कलस्टर में टेण्डर खोलने की कार्यवाही शुरू हो चुकी है। बता दें कि बीमा आवदेन की अंतिम तिथि 31 जुलाई 2022 तय की गई है। समय निकलने से पहले किसान भाई अपनी फसल का बीमा करवाकर आने वाले नुकसान से बच सकते हैं।

स्रोत: कृषक जगत

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मध्यप्रदेश में सभी किसानों का होगा फसल बीमा, सरकार जल्द लेगी फैसला

Crop Insurance

मध्यप्रदेश की सरकार ने किसानों के हितों के लिए पिछले कुछ दिनों से कई कदम उठाये हैं। इसी क्रम में सरकार ने इस बात पर भी चर्चा की है की राज्य के सभी किसानों का प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमा कराया जाए। इस पर सरकार जल्द ही निर्णय ले सकती है।

इस विषय पर मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने मीडिया से बात करते हुए कहा की “प्रदेश के हर किसान का प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत फसल बीमा कराया जाएगा, यह निर्णय राज्य सरकार जल्दी ही करने वाली है।”

ग़ौरतलब है की मध्य प्रदेश में करीब 65 लाख किसान हैं और इनमें 36 लाख किसान अपनी फसल का बीमा करवाते हैं। फसल बीमा का प्रीमियम 12% है जिसमें किसान करीब 2% राशि देता है और शेष राशि राज्य तथा केंद्र सरकार मिल कर देती है। आने वाले समय में इस योजना से ज्यादा से ज्यादा किसानों के जुड़ने से प्रीमियम के और कम होने की संभावना है।

स्रोत: आईएएनएस

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मध्य प्रदेश: 15 लाख किसानों को बड़ी राहत, फसल बीमा के अंतर्गत मिलेंगे 2990 करोड़

Relief for farmers, Govt. extended the duration of short-term crop loan

मध्यप्रदेश में किसानों के लिये सरकार की तरफ से एक बड़ी खुशख़बरी आई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य के 15 लाख किसानों को फसल बीमा के अंतर्गत कुल 2990 करोड़ की बीमा राशि देने की बात कही है।

बता दें की यह बड़ी राशि प्रदेश के किसानों को अगले सप्ताह तक दे भी दी जाएगी। फसल बीमा के तहत यह राशि सीधे किसानों के खातों में पहुंचा दी जायेगी। मंत्रालय में कृषि विभाग की बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया जहाँ मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव कृषि अजीत केसरी एवं अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।

दरअसल साल 2018 के खरीफ सीजन के दौरान प्रदेश के करीब 35 लाख किसानों ने अपनी फ़सलों का बीमा कराया था। अब इनमें से 8.40 लाख किसानों को 1930 करोड़ की बीमा राशि मिलनी है। इसके अलावा 2018-19 के रबी सीजन में प्रदेश के 25 लाख किसानों ने रबी फ़सलों के लिए बीमा कराया था, इनमें से भी 6.60 लाख किसानों को 1060 करोड़ की बीमा राशि मिलनी है।

स्रोत: एनडीटीवी

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