कॉटन टी 20 मेला में कपास बीज खरीद कर 100 किसानों ने जीते पुरस्कार, आपके पास भी है मौका

100 farmers won prizes by purchasing cotton seeds in Cotton T20 Mela

किसान भाइयों के लिए इस कपास सीजन की शुरुआत बड़ी ही धमाकेदार हुई है। ग्रामोफ़ोन के कॉटन टी 20 मेला ऑफर के अंतर्गत कपास के बीजों की खरीदी कर अब तक 100 किसानों ने आकर्षक पुरस्कार जीते हैं।

इस ऑफर में सबसे आगे रहकर खरगोन जिले के अंतर्गत आने वाले दयालपुरा गांव के किसान संजय यादव ने सोनाटा की आकर्षक कलाई घड़ी जीती है तो वहीं बाकी के सभी किसानों को ग्रामोफ़ोन का आकर्षक बैग उपहार के रूप में दिया गया है।

सभी विजेता किसानों की सूची

क्रं सँख्या

विजेता का नाम

गांव

तहसील

जिला

1

संजय यादव

दयालपुरा

गोगांव

खरगोन

2

प्रशांत गोले

तलवाड़ा देब

अंजड

बड़वानी

3

अशोक जाट

धनपड़ा

बरवाह

खरगोन

4

संतोष राठौर

सकाड

अंजड

बड़वानी

5

विनोद यादव

बार्सले

कसरावद

खरगोन

6

रूपचंद्र पटेल पटेल

जेथवे

बरवाह

खरगोन

7

हरिओम सरजलिया

अमलता

कसरावद

खरगोन

8

संदीप पटेल

बनहेरी

भगवानपुरा

खरगोन

9

अतुल पटेल

भामगढ़ नजुल

खंडवा

खंडवा

10

चम्पालाल साबले

शकरखेड़ी

भीकनगांव

खरगोन

11

विनोद सोलंकी

अंजनगांव

भीकनगांव

खरगोन

12

राजू परिहार

बरदा

दही

धार

13

मनीष पटेल

धामनोद

धर्मपुरी

धार

14

मोहित यादव

दयालपुरा

गोगांव

खरगोन

15

कुंदन यादव

घुगड़िया खेड़ी

गोगांव

खरगोन

16

रवींद्र प्रजापत

मुल्थान

कसरावद

खरगोन

17

नमन पटेल

बामंडी

कसरावद

खरगोन

18

भरत यादव

दुर्गापुर

कसरावद

खरगोन

19

योगेश पाटीदार

छल्पा

खरगोन

खरगोन

20

कैलाश पटेल

खेड़ी

खालवा

खंडवा

21

धर्मेंद्र मालाकार

बिटनेरा

भीकनगांव

खरगोन

22

अमित पाटीदार

नारायणपुरा

खरगोन

खरगोन

23

शिवम पटेल

भंडारिया

खंडवा

खंडवा

24

योगेश पाटीदार

छल्पा

खरगोन

खरगोन

25

सावन यादव

बिजलगांव बुजुर्ग

खरगोन

खरगोन

26

मुकम बघेल

देहार

कुक्षी

धार

27

कमल सिंह

देहार

कुक्षी

धार

28

राजेश सिकंदर

मुंड्या खेड़ा

महेश्वर

खरगोन

29

विक्की पाटीदार

पाथराड खुर्द

महेश्वर

खरगोन

30

घनश्याम पाटीदार

देवगढ़

मनावर

धार

31

सौरभ पाटीदार

करोली

मनावर

धार

32

सूरज चौहान

उमरदा

नेपानगर

बुरहानपुर

33

इंद्रसिंह गौर

बोराडी माली

पुनासा

खंडवा

34

गोलू बादल

केनूड

पुनासा

खंडवा

35

शिवशंकर यादव

मथेला

पुनासा

खंडवा

36

दयाराम बरोले

लिंबाई

राजपुर

बड़वानी

37

बजरंग बर्फा

साली

राजपुर

बड़वानी

38

जयराम पाटीदार

गंधवाडी

सेगांव

खरगोन

39

अजय मंडलोई

सेगांव

सेगांव

खरगोन

40

रवींद्र दुडवे

हिंगवा

सेंधवा

बड़वानी

41

सेलेंद्र शर्मा

जारवाई

ठिकरी

बड़वानी

42

भास्कर यादव

सेगवाली

ठिकरी

बड़वानी

43

अशोक परमार

अभली

ठिकरी

बड़वानी

44

दिनेश चौधरी

रेगवान

कसरावद

खरगोन

45

अजय

बिलाली

गोगांव

खरगोन

46

कुलदीप यादव

थिबगांव बुजुर्ग

गोगांव

खरगोन

47

बाबूलाल बर्फा

अली

कुक्षी

धार

48

रवींद्र मुकाती

लोहारी

कुक्षी

धार

49

पवन यादव

बिलवाडेब

अंजड

बड़वानी

50

विनय मुकाती

हतौला

ठिकरी

बड़वानी

51

हेमेंद्र

सेल्डा

बरवाह

खरगोन

52

नारायण

कानापुर

बरवाह

खरगोन

53

जयदीप चौहान

देवला

भगवानपुरा

खरगोन

54

राजाराम मालाकार

बिटनेरा

भीकनगांव

खरगोन

55

पिंटू यादव

लालनि

भीकनगांव

खरगोन

56

भगीरथ यादव

बलखड़या

भीकनगांव

खरगोन

57

बलिराम यादव

जामन्या गोवाडी

गोगांव

खरगोन

58

परह्लाद चौहान

कुम्हारखेड़ा

गोगांव

खरगोन

59

हरिओम पाटीदार

अकवल्य

खरगोन

खरगोन

60

अनिल पाटीदार

छल्पा

खरगोन

खरगोन

61

शेखर

मोंड्रा

खकनार

बुरहानपुर

62

शुभम शाह

शेखपुर माल

खकनार

बुरहानपुर

63

विजय कुमार

भदंग्या

खालवा

खंडवा

64

अतुल पटेल

भामगढ़ नजुली

खंडवा

खंडवा

65

सुनील यादव

सौखेड़ा

खंडवा

खंडवा

66

योगेश पाटीदार

छल्पा

खरगोन

खरगोन

67

सावन यादव

बिजलगांव बुजुर्ग

खरगोन

खरगोन

68

नवल सिंह सोलंकी

मसान्या

कुक्षी

धार

69

कन्हैयालाल पाटीदार

लिंगवा

कुक्षी

धार

70

रामलाल पाटीदार

गोपालपुरा

मनावर

धार

71

विनय पाटीदार

नंद्रा

महेश्वर

खरगोन

72

रोशन जामधारी

अजंडा

मनावर

धार

73

लखन पाटीदार

मांडवी

मनावर

धार

74

छोटू पटेल

बलरामपुर

पंधाना

खंडवा

75

जितेंद्र पटेल

मोहना

पुनासा

खंडवा

76

बलराम काग

साली

राजपुर

बड़वानी

77

राजेश गिरी

अभली

ठिकरी

बड़वानी

78

विनोद शर्मा

सिलवाड

बड़वानी

बड़वानी

79

जेपी जी

भूद्री

महेश्वर

खरगोन

80

मनीष पटेल

सलीमपुरा

कसरावद

खरगोन

81

विशाल मीना

बिथेर

कसरावद

खरगोन

82

हेमंत नल

पागाखेड़ी

कसरावद

खरगोन

83

रामलाल पाटीदार

गोपालपुरा

मनावर

धार

84

दिनेश परमार

दुगावा

कुक्षी

धार

85

नवल सिंह सोलंकी

मसन्या

कुक्षी

धार

86

संजय सोलंकी

घोलन्या

ठिकरी

बड़वानी

87

शिवपाल चौहान

मोहम्मदपुर

गोगांव

खरगोन

88

राधेश्याम जाट

कोगावाण

महेश्वर

खरगोन

89

भगवान यादव

भोमवाड़ा

बरवाह

खरगोन

90

लोकेश चौधरी

कटकुर

कसरावद

खरगोन

91

सोनू खान

कोंडापुरा

कसरावद

खरगोन

92

महेश पटेल

जावड़ा

कसरावद

खरगोन

93

शंकर सिंह सोलंकी

भासनेर

खरगोन

खरगोन

94

विष्णु यादव

डोलानि

कसरावद

खरगोन

95

भादल पटेल

ओझारा

कसरावद

खरगोन

96

राहुल भागेल

अमलिया पाणि

बड़वानी

बड़वानी

97

गणेश चौहान

उमर खली

गोगांव

खरगोन

98

चेतन पाटीदार

नागूर

मनावर

धार

99

मोहन यादव

बेहरामपुरा

गोगांव

खरगोन

100

भरत यादव

रायपुरा

कसरावद

खरगोन

आप भी करें कपास बीज की खरीदी और जीतें आकर्षक उपहार। ग्रामोफ़ोन के बाजार विकल्प पर जाएँ और मनपसंद कपास बीज का चयन करें। नियम व शर्तें लागू।

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एक ही किस्म के कपास के बीजों की बुआई किसानों के हित में नहीं है- कृषि विभाग

Sowing of same type of cotton seeds is not in the interest of farmers - Department of Agriculture

मध्य प्रदेश के कई क्षेत्रों में कपास की बुआई को लेकर हलचल तेज हो गई है। ऐसे में कपास किसानों की तरफ से ‘बी.टी. कपास’ की एक ही किस्म 659 की मांग बहुत ज्यादा देखने को मिल रही है। एक ही किस्म के बीजों की इस मांग पर कृषि विभाग के उप संचालक श्री आर.एस. गुप्ता ने कहा की यह किसानों के हित में नही है।

श्री आर.एस. गुप्ता ने किसान भाइयों से अपील करते हुए कहा की “मौसम की अनिश्चितता के कारण कभी-कभी एक ही किस्म लगाने से अतिवृष्टि, अवर्षा, कीटव्याधि का प्रकोप बढ़ने आदि कारणों से फसल चौपट हो जाती है एवं किसानों को आर्थिक हानि उठानी पड़ती है। इसलिए बाजार में उपलब्ध बी.टी. कपास के 659 किस्म के अलावा अन्य किस्मों के बी.टी. कपास बीज भी बोए।”

उन्होंने आगे बताया कि साथ ही कपास के अलावा ज्वार, मक्का, मूंग, उड़द, अरहर, धान, सोयाबीन आदि फ़सलों की बोनी कर बहुफसलीय पद्धति को अपनाएँ ताकि जैव विविधता बनी रहे एवं मौसम कीटव्याधि से एक फसल खराब होने पर दूसरी फसल पर लाभ प्राप्त हो सकें एवं पर्यावरण सुधार में मदद हो सके।”

स्रोत: dprmp.org

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जानें कपास की उन्नत खेती के लिए बुआई की विधि

Method of sowing in cotton
  • खेत में गहरी जुताई कर मिट्टी अच्छी भुरभुरी कर लेनी चाहिए।
  • संकर या बीटी किस्म का लगभग 450 ग्राम कपास बीज प्रति एकड़ की दर से बुआई के काम आता है।
  • संकर एवं बीटी जातियों में कतार से कतार 4 फीट (48 इंच) तथा एवं पौधे से पौधे के बीच की दूरी 1.5 (18 इंच) फीट रखी जाती है।
  • बुआई के ठीक बाद पहली सिंचाई दें।
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बुआई से पहले कैसे करें कपास के बीजों का उपचार

How to do Seed treatment of cotton seeds before sowing
  • सबसे पहले बीजों को 2.5 ग्राम कार्बेन्डाजिम 12% + मैंकोजेब 63% WP से उपचारित करें उसके बाद 5 मिली इमिडाक्लोप्रिड 48% FS से उपचारित कर अगला उपचार 2 ग्राम पीएसबी बैक्टीरिया और 5-10 ग्राम ट्राइकोडर्मा विरिडी से प्रति किलो बीज की दर से करें।
  • इन उपचारों से कवकजनित रोगों एवं रसचूसक कीटों से बचाव के साथ साथ उपलब्ध अवस्था में फास्फोरस पौधे को मिलता है जिससे जड़ विकास बेहतर होता है।
  • याद रखें की सबसे पहले फफूंदनाशी, उसके बाद कीटनाशी और अंत में जैविक कल्चर का उपयोग करना चाहिए।
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जाने कपास की उन्नत किस्मों के बारे में

  • कावेरी जादु : यह किस्म सूखे के प्रति और रसचूसक कीट जैसे एफिड, तेला, सफेद मक्खी के प्रति सहनशील होती है और गुलाबी सुंडी, अमेरिकन सुंडी के प्रति प्रतिरोधक क्षमता रखती है।
  • इस संकर किस्म की फसल अवधि 155-167 दिनों की है जिसमे गूलर (डोडे) मध्यम एवं पौधा लम्बा होता है अतः कम दुरी में बुवाई लिए भी उपयुक्त किस्म है।
  • रासी आरसीएच-659 : यह 145-160 दिनों की मध्यम अवधि एवं अधिक उत्पादन के लिए अच्छी संकर किस्म है।
  • इस किस्म में डोडे बड़े व अधिक संख्या में लगते है तथा यह किस्म सिंचित क्षेत्र में भारी मिट्टी के लिए उपयुक्त है।
  • रासी नियो: यह मध्यम सिंचित क्षेत्र एवं हल्की से मध्यम मिट्टी लिए अच्छी किस्म है साथ ही साथ रसचूसक कीट जैसे एफिड, तेला, सफेद मक्खी के प्रति सहनशील होती है।
  • रासी मगना: इस किस्म में गूलर बड़े व अधिक संख्या में लगते है जो मध्यम से भारी मिट्टी में उगाने के लिए अच्छी है। रसचूसक कीटों के प्रति मध्यम सहनशील है।
  • कावेरी मनी मेकर: फसल अवधि 155-167 दिनों की है जिसमे डोडे बड़े आकार के लगते है जो अच्छे से खिलने और चमकदार होते है।
  • आदित्य मोक्ष: यह किस्म सिंचित व बारानी क्षेत्र में भारी मिट्टी के लिए उपयुक्त है जो 150-160 दिनों की फसल अवधि रखती है।
  • नुजीवेदु भक्ति: यह किस्म रसचूसक कीटों प्रति सहनशील होती है और गुलाबी सुंडी, अमेरिकन सुंडी के प्रति प्रतिरोधक क्षमता रखती है। इसकी फसल अवधि लगभग 140 दिनों  की होती है।
  • सुपर कॉटन (प्रभात) : यह किस्म मध्यम सिंचित व काली भारी मिट्टी के लिए उपयुक्त है तथा  रसचूसक कीटों प्रति सहनशील है। 
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