मिर्च की फसल में डैम्पिंग ऑफ (आर्द्र गलन) के लक्षण और नियंत्रण के उपाय ?

क्षति के लक्षण

  • इस रोग का प्रकोप पौधे की छोटी अवस्था नर्सरी में एवं रोपाई के बाद होता है। इस रोग का कारण पीथियम  एफनिडर्मेटम, राइजोक्टोनिया सोलेनी फफूंद है, जिस वजह से नर्सरी में पौधा भूमि की सतह के पास से गल कर गिर जाता है।

रोकथाम / नियंत्रण के उपाय 

  • मिर्च की नर्सरी उठी हुयी क्यारी पद्धति से तैयार करें, जिसमें  जल निकास की उचित व्यवस्था हो।

  • बीज की  बुआई के पूर्व बीज को कॉम्बेट (ट्राइकोडर्मा विरिडी) @ 1 ग्राम + मोनास कर्ब (स्यूडोमोनास फ्लोरेसेंस) @ 1 ग्राम, प्रति 100 ग्राम बीज के हिसाब से बीज को उपचारित करें | 

  • नर्सरी में समस्या दिखाई देने पर, रोको (थायोफिनेट मिथाइल 70%डब्ल्यू/डब्ल्यू) @ 2 ग्राम + मैक्सरुट (ह्यूमिक, फ्लुविक एसिड) @ 1 ग्राम, प्रति लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव या ड्रेंचिंग करें।

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मिर्च की फसल में ड्रिप समृद्धि किट के फायदे

👉🏻किसान भाई मिर्च की फसल में ड्रिप सिंचाई के साथ समृद्धि किट का उपयोग कर सकते हैं। 

👉🏻ग्रामोफोन ने घुलनशील उत्पादों का मिर्च ड्रिप समृद्धि किट तैयार किया है। यह किट पूर्णतः घुलनशील एवं ड्रिप के लिए पूर्णतया उपयुक्त है।

👉🏻इस किट में निम्र उत्पाद है एनपीके बैक्टीरिया का कंसोर्टिया, ज़िंक सोलुब्लाइज़िंग बैक्टीरिया, ट्राइकोडर्मा विरिडी, मायकोराइज़ा, ह्यूमिक अम्ल, समुद्री शैवाल, फुल्विक अम्ल इत्यादि। 

👉🏻यह सभी उत्पाद नैनो तकनीक पर आधारित है। 

👉🏻यह उत्पाद मिट्टी की संरचना में सुधार करके मिट्टी की जल धारण क्षमता में वृद्धि करते है और सफेद जड़ के विकास को बढ़ाते है। पौधों को पोषक तत्व ग्रहण करने में मदद करते है जिसके कारण बेहतर वानस्पतिक विकास में मदद मिलती है।

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