- खुले में फसल अवशेषों को जलाने से वायु प्रदुषण के साथ वायु की गुणवत्ता एवं मानव स्वास्थ पर बुरा प्रभाव एक चिंता का विषय हे|
- इससे मिट्टी में पोषक तत्वों के साथ मिट्टी में उपलब्ध सूक्ष्मजीवो के ऊपर भी बुरा प्रभाव पड़ता हैंं।
- जलने से खेतों में और बाहर गंभीर वायु प्रदूषण होता हैंं। खेती के क्षेत्रों में धुएं और प्रदूषित हवा से लोग प्रभावित हैंं| और खेतों से सैकड़ों किलोमीटर दूर तक धुऐ का फैलाव हो जाता हैंं।
- खेत में भूसे को जलाने से मिट्टी में नमी की कमी हो जाती हैंं साथ ही मृदा स्वस्थ में गिरावट होती हैंं|
- भूसे को जलाने से CO2 गैस का निष्कासन होता हैंं| जो ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन को बढ़ा देगी।
- कभी कभी आग अनियंत्रित हो जाती हैंं जिससे भारी नुकसान होने की सम्भावना रहती हैंं।
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