जाने कपास की उन्नत किस्मों के बारे में

  • कावेरी जादु : यह किस्म सूखे के प्रति और रसचूसक कीट जैसे एफिड, तेला, सफेद मक्खी के प्रति सहनशील होती है और गुलाबी सुंडी, अमेरिकन सुंडी के प्रति प्रतिरोधक क्षमता रखती है।
  • इस संकर किस्म की फसल अवधि 155-167 दिनों की है जिसमे गूलर (डोडे) मध्यम एवं पौधा लम्बा होता है अतः कम दुरी में बुवाई लिए भी उपयुक्त किस्म है।
  • रासी आरसीएच-659 : यह 145-160 दिनों की मध्यम अवधि एवं अधिक उत्पादन के लिए अच्छी संकर किस्म है।
  • इस किस्म में डोडे बड़े व अधिक संख्या में लगते है तथा यह किस्म सिंचित क्षेत्र में भारी मिट्टी के लिए उपयुक्त है।
  • रासी नियो: यह मध्यम सिंचित क्षेत्र एवं हल्की से मध्यम मिट्टी लिए अच्छी किस्म है साथ ही साथ रसचूसक कीट जैसे एफिड, तेला, सफेद मक्खी के प्रति सहनशील होती है।
  • रासी मगना: इस किस्म में गूलर बड़े व अधिक संख्या में लगते है जो मध्यम से भारी मिट्टी में उगाने के लिए अच्छी है। रसचूसक कीटों के प्रति मध्यम सहनशील है।
  • कावेरी मनी मेकर: फसल अवधि 155-167 दिनों की है जिसमे डोडे बड़े आकार के लगते है जो अच्छे से खिलने और चमकदार होते है।
  • आदित्य मोक्ष: यह किस्म सिंचित व बारानी क्षेत्र में भारी मिट्टी के लिए उपयुक्त है जो 150-160 दिनों की फसल अवधि रखती है।
  • नुजीवेदु भक्ति: यह किस्म रसचूसक कीटों प्रति सहनशील होती है और गुलाबी सुंडी, अमेरिकन सुंडी के प्रति प्रतिरोधक क्षमता रखती है। इसकी फसल अवधि लगभग 140 दिनों  की होती है।
  • सुपर कॉटन (प्रभात) : यह किस्म मध्यम सिंचित व काली भारी मिट्टी के लिए उपयुक्त है तथा  रसचूसक कीटों प्रति सहनशील है। 
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