छत्तीसगढ़ राज्य में बड़ी मात्रा में मछली उत्पादन किया जाता है। यहां पर लाखों परिवार मछली पालन के जरिए अपनी आजीविका चला रहे हैं। इसके चलते देश में छत्तीसगढ़ राज्य मछली उत्पादन और मत्स्य बीज उत्पादन में छठवें स्थान पर है।
राज्य सरकार मत्स्य पालन के लिए मछुआरों के हित में कई योजनाएं चला रही है। इसी क्रम में मत्स्य पालन को खेती का दर्जा मिलने के बाद से इस व्यवसाय को काफी बढ़ावा मिला है। इससे पहले मछुआरों को मत्स्य पालन के लिए कम ब्याज दर पर लोन दिया जाता था। वहीं खेती का दर्जा मिलने के बाद से अब मछुआरों को सरकार की ओर से बिना ब्याज के लोन मिलता है।
इतना ही नहीं सरकार के निर्देशानुसार अब धान के किसानों की तरह मछुआरों का भी क्रेडिट कार्ड बनवाया जाएगा। जिसकी मदद से मछुआरे बड़ी आसानी से लोन प्राप्त कर सकेंगे। इसके अलावा सरकार स्वयं की भूमि में तालाब का निर्माण करवाने के लिए भी अनुदान दे रही है।
इस योजना के तहत सामान्य वर्ग के मछली पालकों 4 लाख 40 हजार रुपए का अनुदान राशि दी जाती है। वहीं राज्य के अनुसूचित जाति, जनजाति के साथ ही महिला लाभार्थियों को 6 लाख 69 हजार रुपए की अनुदान सहायता दी जा रही है। अगर आप भी मछली पालन के लिए तालाब का निर्माण करवाना चाहते हैं तो जल्द आवेदन कर इस योजना का लाभ उठाएं।
स्रोत: एबीपी लाइव
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