समृद्धि किट | |||
तकनीकी | ब्रांड | डोज़ | लाभ |
एनपीके बैक्टीरिया का कंसोर्टिया | टीम बायो 3 (टीबी 3) | 3 किलो/एकड़ | पौधों की उत्पादक का सीधा संबंध पौधों के स्वस्थ एवं अच्छी वृद्धि से होता हैं वैसे तो हम उर्वरक के रूप में प्रमुख पोषक तत्व नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश मिट्टी में मिलाते हैं पर इन पोषक तत्वों का अधिकतम प्रतिशत पौधों को प्राप्त नही हो पाता इस प्रकार पौधे के लिए अनुपलब्ध पोषक तत्वों को उपलब्ध अवस्था में बदलने के लिए हम इन जीवाणुओं का उपयोग करते हैं |
जिंक सोलूबलाइजिंग बक्टेरिया | ताबा जी | 4 किलो/एकड़ | कई लेखो से हमें यह पता चलता हैं की भारत में अधिकतम खेती योग्य भूमि में ज़िक की कमी है या कही हैं भी तो वह उपलब्ध अवस्था में नहीं हैं जिसके कारण पौधों की वृद्धि में रुकावट होती हैं | इस कमी को पूरा करने के लिए हम ज़िंक का उपयोग करते हैं ज़िंक को पौधों के लिए उपलब्ध रूप में लाने के लिए इस जीवाणु को मिट्टी में मिलाना आवश्यक हैं| |
ट्राइकोडर्मा विरीडी | ट्राइको शील्ड कॉम्बैट | 2 किलो/एकड़ | ट्राइकोडर्मा विरिडी एक जैविक कवकनाशी है, जो मिट्टी, बीज में होने वाले रोगजनकों को मारता है, जिससे जड़ सड़न, तना गलन एवं अन्य कवक जनित रोगो से फसल की सुरक्षा होती हैं | |
समुद्री शैवाल का सत् | लाटू | 4 किलो/एकड़ | यह उत्पाद ह्यूमिक एसिड, समुद्री शैवाल ,अमीनो एसिड जैसी अनेक उत्पादो का मिश्रण है। ह्यूमिक एसिड, मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार करने के साथ ही मिट्टी की जलधारण क्षमता में सुधार करता हैं ।समुद्री शैवाल पौधों में अमीनो एसिड का निर्माण करते हैं जिससे प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया में मदद मिलती है । परिणामस्वरूप बेहतर वनस्पति विकास एवं पौधों के स्वास्थ्य में सुधार होता है। |
माइकोराइजा | क्रिस्टोराइजा | 4 किलो/एकड़ | यह पौधे की जड़ की वृद्धि और विकास में सहायक हैं | यह नाइट्रोजन, फॉस्फेट, पोटेशियम,लोहा,मैंगनीज,मैग्नीशियम,तांबा,जस्ता, बोरान, सल्फर और मोलिब्डेनम जैसे पोषक तत्वों को मिट्टी से जड़ो तक पहुंचाने का कार्य करता हैं जिससे पौधों को अधिक मात्रा में पोषक तत्व प्राप्त हो पाते हैं | फसल की प्रतिरक्षा शक्ति में वृद्धि करता हैं परिणाम स्वरूप उत्पाद की गुणवत्ता में वृद्धि होती हैं | क्योकी माइकोराइजा जड़ क्षेत्र को बढ़ाता हैं इसलिए फसल अधिक स्थान से जल भी ले पाती हैं | |
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