मानसून इफेक्ट: दलहन, तिलहन फ़सलों के साथ कपास की बुआई में 104 फीसदी की बढ़ोतरी

Monsoon effect: 104% increase in cotton sowing with pulses, oilseed crops

देश भर में कई राज्य में जून महीने में मानसून से पहले ही प्री मानसून के कारण अच्छी बारिश हुई थी और अब मानसून भी बहुत सारे राज्यों में सक्रिय होता नजर आ रहा है। इसी मानसूनी इफेक्ट का नतीजा है की खरीफ फ़सलों की बुआई में 104.25 फीसदी की भारी बढ़ोतरी देखने को मिली है।

खरीफ फ़सलों में दलहन के साथ तिलहन, कपास और मोटे अनाजों की बुआई बहुत अधिक हुई है। कृषि मंत्रालय के मुताबिक वर्तमान समय में खरीफ फ़सलों की बुआई बढ़कर 315.63 लाख हेक्टेयर में हो गई है जो पिछले साल इस समय तक 154.53 लाख हेक्टेयर तक ही पहुँच पाई थी।

खरीफ फ़सलों में मुख्यतः धान की रोपाई 37.71 लाख हेक्टेयर में हुई है जो पिछले साल इस समय तक 27.93 लाख हेक्टेयर से थोड़ी कम रही थे। दलहन फसलों की बुआई भी बढ़कर 19.40 लाख हेक्टेयर में हो गई है जो पिछले साल इस समय तक महज 6.03 लाख हेक्टेयर थी। बात करें कपास की बुआई की तो यह भी बढ़कर 71.69 लाख हेक्टेयर हो गया है जो की पिछले साल इस समय तक महज 27.08 लाख हेक्टेयर ही हो पाया था।

स्रोत: आउटलुक एग्रीकल्चर

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पूरे मध्यप्रदेश में सक्रिय हुए मानसून को देख किसानों के चेहरे पर बिखरी मुस्कान

Take precautions related to agriculture during the weather changes

तय समय पर दस्तक देने के बाद मानसून अब धीरे धीरे पूरे मध्य प्रदेश में सक्रिय हो गया है। मानसून की सक्रियता को देख कर किसानों के चेहरे पर भी मुस्कान बिखर गई है। ख़ास कर के धान की खेती करने वाले किसानों के लिए मानसून की बारिश किसी सौगात की तरह है।

इसके अलावा मक्का की खेती करने वाले किसान भी मानसून की बारिश से खुश हैं। हालांकि इस बारिश से सोयाबीन और कपास जैसी फ़सलों में कीटों का प्रकोप भी हो सकता है जिसके लिए किसानों को पहले से बचाव के उपाय कर लेने चाहिए।

अगर बात करें अगले 24 घंटों के दौरान मध्य प्रदेश के मौसम पूर्वानुमान की तो प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है। इससे पहले जबलपुर, भोपाल के इलाकों में पिछले दिनों मानसून की अच्छी बारिश देखने को मिली है।

स्रोत: नई दुनिया

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पीएम किसान योजना में संशोधन, 2 करोड़ अतिरिक्त किसानों को मिलेगी 6 हजार रुपए की किश्त

PM kisan samman

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत किसानों को अगली किश्त आगामी 1 अगस्त 2020 से मिलने लगेगी। ग़ौरतलब है की पिछले साल इस महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत हुई थी, जिसके अंतर्गत केंद्र सरकार द्वारा आर्थिक मदद के तौर पर सीधे किसानों के बैंक खाते में पैसे भेज दिए जाते हैं। बहरहाल अब इस योजना में एक बड़ा बदलाव हो गया है जिससे इस योजना का अब तक लाभ नहीं उठा सकने वाले 2 करोड़ किसानों को लाभ मिलेगा।

केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी के अनुसार प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत आने वाले किसानों के दायरे में विस्तार किया गया है। अब इस योजना के अंतर्गत अधिकतम 2 हेक्टेयर तक की कृषि योग्य भूमि के स्वामित्व की बाध्यता को समाप्त किया जा चुका है। इससे 2 करोड़ से अधिक किसानों को लाभ मिलेगा और उन्हें जल्द ही 6 हजार रूपये की किश्त दी जायेगी।

स्रोत: कृषि जागरण

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ड्रोन से टिड्डियों पर नियंत्रण करने वाला दुनिया का पहला देश बना भारत

India became the first country in the world to control locusts by drones

पिछले कई हफ़्तों से राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश जैसे राज्यों में पाकिस्तान से आये टिड्डी दल का हमला हो रहा है। ऐसे में भारत में टिड्डी नियंत्रण अभियान के लिए कई कोशिश की गयी है जिसके कारण टिड्डियों के नियंत्रण में कामयाबी भी मिल रही है। भारत ने टिड्डियों को कंट्रोल करने में कुछ ऐसा किया है जिसकी तारीफ पूरी दुनिया में हो रही है। दरअसल भारत ने टिड्डी नियंत्रण के लिए ड्रोन का सहारा लिया है और ऐसा करने वाला दुनिया का पहला देश भी बन गया है।

ड्रोन की सहायता से हवाई छिड़काव करके फसल को भारी नुकसान पहुंचाने वाली टिड्डियों का सफ़ाया किया जा रहा है। टिड्डियों पर प्राप्त की गई इस सफलता के लिए संयुक्त राष्ट्र की संस्था खाद्य एवं कृषि संगठन यानी एफएओ (FPO) ने भी भारत की जमकर तारीफ भी की है।

ख़बरों के अनुसार देश के कई राज्यों के कृषि विभाग, स्थानीय प्रशासन और सीमा सुरक्षा बल की मदद लेकर इस काम को अंजाम दिया जा रहा है। राजस्थान, पंजाब, गुजरात, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में करीब 114,026 हेक्टेयर क्षेत्र में टिड्डी नियंत्रण कार्य सफलता पूर्वक पूरा कर लिया गया है।

स्रोत: कृषि जागरण

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26 हजार कृषक मित्र की होगी मध्यप्रदेश में तैनाती, किसानों को देंगे सरकारी योजनाओं की जानकारी

Now farmers of MP will directly connect with exporters of many states including Maharashtra, UP

मध्यप्रदेश सरकार किसानों के बीच कृषि संबंधित योजनाओं की जानकारी पहुँचाने के लिए 26 हजार कृषक मित्र तैनात करने वाली है। ग़ौरतलब है की प्रदेश की पिछली कमल नाथ सरकार ने भी हर दो पंचायतों पर एक “कृषक बंधु” नियुक्त करने की योजना बनाई थी। इसी योजना को पलटते हुए अब वर्तमान सरकार ने 26 हजार कृषक मित्र तैनात करने की योजना बनाई है। राज्य के कृषि मंत्री कमल पटेल ने प्रमुख सचिव अजीत केसरी को फिर से कृषक मित्र बनाने के निर्देश दिए हैं।

इस मसले पर कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया है कि स्थानीय प्रगतिशील किसान को ही कृषक मित्र बनाया जाएगा। इनका काम किसानों के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे कामों के बारे में जानकारी देने के साथ किसानों को खेती में तकनीक के उपयोग को प्रोत्साहित करना भी होगा। किसानों को यदि किसी योजना का लाभ प्राप्त करने में कोई समस्या आती है तो भी ये कृषक मित्र इसकी सूचना वरिष्ठ स्तर पर देंगे।

स्रोत: नई दुनिया

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9.87 करोड़ किसान पा सकते हैं KCC के अंतर्गत 3 लाख रुपये तक का लोन

Kisan Credit Card will also help you in meeting domestic needs in lockdown

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम से जुड़े हर किसान के लिए केंद्र सरकार की तरफ से सस्ते दर पर लोन दिए जाने की योजना बनाई है। इस योजना का उद्देश्य यह है की पैसे के कमी के कारण कोई किसान खेती ना छोड़े। केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने बताया की आने वाले कुछ दिनों में 2.5 करोड़ किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड के अंतर्गत 2 लाख करोड़ रुपये का कर्ज दिया जाएगा। यह बड़ी रकम प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों को दिया जाएगा।

बता दें की किसान क्रेडिट कार्ड पर कर्ज की दर 4% है। किसान 4% की ब्याज दर पर किसी सिक्योरिटी के बिना 1.60 लाख रुपये तक का लोन आसानी से ले सकते हैं। इतना ही नहीं अगर किसान इस लोन का समय पर भुगतान करता है तो उसकी लोन राशि को 3 लाख रुपये तक बढ़ाया जा सकता है।

केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री ने आगे बताया कि 1 मार्च से लेकर अब तक देश के लगभग 3 करोड़ किसानों को 4.22 लाख करोड़ रुपये का कृषि कर्ज उपलब्ध कराया गया है जिसमें 3 महीने का ब्याज भी माफ किया गया है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम से जुड़े 25 लाख नए किसानों को क्रेडिट कार्ड भी जारी किए गए हैं।

स्रोत: कृषि जागरण

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इस साल किसान कर सकते हैं चावल का रिकॉर्ड उत्पादन

This year farmers can produce record rice

इस साल देश के किसान चावल के उत्पादन में रिकॉर्ड उत्पादन कर सकते हैं। इसके पीछे की वजह सरकार द्वारा धान की कीमत बढ़ाना और संभावित अच्छी मानसून की बारिश बताई जा रही है जिसके कारण किसान धान की बुआई बड़े स्तर पर कर रहे हैं। इसके कारण देश में चावल के उत्पादन में रिकॉर्ड वृद्धि होने की संभावना है।

इस मसले पर भारत के चावल निर्यातक संघ के अध्यक्ष बी वी कृष्णा राव ने कहा कि “किसान धान उगाने में रुचि रखते हैं। सरकारी समर्थन के कारण उनका विस्तार होने की संभावना है। नए विपणन वर्ष में हम 120 मिलियन टन का उत्पादन कर सकते हैं। सरकार ने कीमत बढ़ाई हैं जिस पर वह किसानों से नए सीजन का चावल खरीदेगी।”

ओलाम इंडिया के उपाध्यक्ष नितिन गुप्ता ने इस विषय पर कहा कि “वैश्विक कीमतों में बढ़ोत्तरी, अच्छी मानसूनी बारिश और बढ़ते निर्यात भारतीय किसानों को अधिक चावल लगाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।” गुप्ता ने कहा कि अपने प्रतिद्वंद्वियों के विपरीत, भारत में निर्यात के लिए बड़े पैमाने पर अधिशेष है और यह नए सत्र में और बड़ा हो जाएगा।

स्रोत: फ़सल क्रांति

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मध्यप्रदेश के किसानों के लिए खुशख़बरी: मंडी में चना बेचने और खरीदने की लिमिट खत्म

Good news for farmers of MP Limit for selling and buying Gram in Mandi ends

मध्य प्रदेश के चना किसानों के लिए सरकार की तरफ से एक खुशख़बरी आई है। सरकार ने मंडी में चना बेचने और खरीदने की पहले से निर्धारित लिमिट को अब खत्म कर दिया है। इसका मतलब हुआ की अब किसान जितना चाहें उतना चना मंडी में बेच सकते हैं।

ग़ौरतलब है की अभी तक किसानों को एक बार में सिर्फ 25 क्विंटल चना मंडी में बेचने की ही छूट थी। लेकिन सरकार के लिमिट को हटाने के निर्णय के बाद अब किसान अपनी पूरी उपज एक साथ मंडी में बेच पाएंगे और उन्हें अब मंडी के बार-बार चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। बता दें की इस बार मध्य प्रदेश में समर्थन मूल्य पर चने की खरीद 30 जून तक जारी रहेगी। प्रदेश में इस बार 4875 रुपए के समर्थन मूल्य पर चना की खरीद हो रही है।

स्रोत: न्यूज़18

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मध्यप्रदेश में जमकर हो रही है मानसून की बारिश, अगले 24 घंटे भी होती रहेगी बरसात

Monsoon rains are heavy in MP, it will continue to rain for the next 24 hours

शुक्रवार की सुबह से ही मध्यप्रदेश के कई क्षेत्रों में बारिश हो रही है। मानसून के तय समय पर आने और जमकर बारिश करवाने से प्रदेश के किसान भी खुश हैं। राजधानी भोपाल में जून महीने में ही रिकाॅर्डतोड़ बारिश हो रही है। हालात ये हैं कि बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार को जून के बारिश के कोटे 13.08 से करीब दोगुनी यानी 24.68 सेमी बारिश हो चुकी है।

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार जून महीने में अब तक यानी शुक्रवार रात तक 32.25 सेमी बारिश हो चुकी है। यह अब तक की सामान्य बारिश से 27.65 सेमी अधिक है। मौसम केंद्र के अनुसार शनिवार को भी भोपाल, होशंगाबाद, जबलपुर, रीवा संभागों के कई शहरों में भारी बारिश होने की संभावना है। 20 से 22 जून तक पूर्वी मप्र, भोपाल एवं होशंगाबाद संभागों में बारिश के आसार बने रहेंगे।

स्रोत: भास्कर

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ग्रामोफ़ोन का मिला साथ तो कपास किसान का मुनाफ़ा 6 लाख से बढ़कर हुआ 12 लाख

भारत सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य पर कई बड़े बड़े निर्णय ले रही है। कुछ ऐसा ही काम साल 2016 से किसानों का सच्चा साथी ग्रामोफ़ोन भी अपने स्तर पर कर रहा है। पिछले 3 से 4 साल के दौरान ग्रामोफ़ोन से जुड़े कई किसानों की आय दोगुनी हुई है। इन्हीं में से एक हैं बड़वानी जिले के अंतर्गत आने वाले राजपुर तहसील के साली गांव के रहने वाले कपास किसान मुकेश मुकाती जी। मुकेश कई साल से कपास की खेती करते आ रहे थे और उन्हें थोड़ा मुनाफ़ा भी हो जाता था। पर वे इससे पूरी तरह संतुष्ट नहीं थे और इसी बीच वे ग्रामोफ़ोन के संपर्क में आये।

ग्रामोफ़ोन के संपर्क में आने के बाद मुकेश जी ने कपास की खेती के लिए विशेषज्ञों की सलाह लेनी शुरू की और फसल चक्र के दौरान विषेशज्ञों द्वारा बताई गई हर बात का ख्याल रखा। इसका नतीजा यह हुआ की मुकेश जी की कृषि लागत काफी कम हो गई और मुनाफ़ा दोगुना हो गया।

पहले मुकेश अपने 14 एकड़ ज़मीन पर कपास की खेती से 6 लाख तक की कमाई करते थे। पर ग्रामोफ़ोन की सलाह पर जब उन्होंने खेती की तो उनकी कमाई दोगुनी होकर 12 लाख हो गई। यही नहीं खेती की लागत जो पहले 3 लाख तक जाती थी वो अब घटकर 2 लाख 15 हजार रह गई।

अगर आप भी मुकेश की तरह अपनी कृषि में इसी प्रकार का बड़ा अंतर लाना चाहते हैं तो आप भी ग्रामोफ़ोन के साथ जुड़ सकते हैं। ग्रामोफ़ोन से जुड़ने के लिए टोल फ्री नंबर 18003157566 पर मिस्डकॉल करें या फिर ग्रामोफ़ोन कृषि मित्र एप पर लॉगिन करें।

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