मिर्च की फसल में काले थ्रिप्स के क्षति के लक्षण एवं नियंत्रण के उपाय

Black thrips damage symptoms and control measures in chilli crop

क्षति के लक्षण: मिर्च की फसल में होने वाला काला थ्रिप्स एक बहुत ही घातक कीट है। यह कीट पहले पत्ती की निचली सतह से रस चूसते हैं और धीरे धीरे टहनी, फूल एवं फल पर भी हमला करते हैं। फसल की फूल अवस्था में ये फूलों को प्रभावित करके फलों के विकास को रोक देते हैं। फूलों को नुकसान पहुंचाने के कारण इसे “फ्लावर थ्रिप्स” भी कहा जाता है। गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त पत्तियां पीली होकर गिर जाती हैं।

नियंत्रण के उपाय: इस  कीट के नियंत्रण के लिए, लार्गो (स्पाइनेटोरम 11.7 % एससी) @ 180-200 मिली + नीमगोल्ड (एज़ाडिरेक्टिन 3000 पीपीएम) @ 800 मिली + नोवामैक्स @ 300 मिली + सिलिकोमैक्स गोल्ड @ 50 मिली, प्रति एकड़, 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें

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राजस्थान सहित कई राज्यों में हल्की बारिश की संभावना, क्रिसमस के दौरान पहाड़ों पर होगी बर्फबारी

know the weather forecast,

एक नया वेस्टर्न डिस्टरबेंस 22 से दिसंबर से पहाड़ों को प्रभावित करना शुरू करेगा। कई जगह बर्फबारी की संभावना है साथ ही निचले इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है। पंजाब और हरियाणा के उत्तरी भागों सहित पश्चिमी राजस्थान में हल्की बारिश की संभावना दिखाई दे रही है। यह बारिश 22 और 23 से दिसंबर के बीच हो सकती है। 22 से 25 दिसंबर के बीच उत्तर पश्चिम और मध्य भारत में न्यूनतम तापमान बढ़ेंगे परंतु 25 दिसंबर के बाद इनमें गिरावट दर्ज की जाएगी।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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मध्य प्रदेश की मंडियों कपास के भाव में दिखी तेजी, उच्च भाव 8500 रुपए के पार

Cotton Mandi Bhav

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं कपास के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

मध्य प्रदेश की मंडियों में कपास के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
आलीराजपुर आलीराजपुर देसी 6000 7000
बड़वानी अंजड़ अन्य 5000 6900
खरगोन बड़वाह अन्य 6130 6920
बड़वानी बड़वानी एच 4 6150 6540
बड़वानी बलवाड़ी अन्य 6300 6500
धार धामनोद देसी 5485 6920
धार गंधवानी अन्य 6150 6920
झाबुआ झाबुआ डीसीएच-32(अनगिन्ड) 6005 6850
आलीराजपुर जोबट अन्य 5800 7000
खरगोन करही अन्य 5300 6929
खरगोन कसरावद कपास (बिना छना हुआ) 6650 7000
खरगोन कसरावद अन्य 6500 6900
खंडवा खंडवा अन्य 5200 6920
बड़वानी खेतिया एच 4 6200 7050
धार कुक्षी एच 4 6000 6925
धार मनावर अन्य 7000 7600
खंडवा पंधाना अन्य 4001 6625
छिंदवाड़ा पंधुरना अन्य 6300 6920
झाबुआ पेटलावद कपास (बिना छना हुआ) 5700 8300
झाबुआ पेटलावद डीसीएच-32(अनगिन्ड) 8000 8100
रतलाम सैलाना डीसीएच-32(अनगिन्ड) 2052 8500
छिंदवाड़ा सौंसर एच 4 6620 6920
बड़वानी सेंधवा एच 4 4600 7050
झाबुआ थांदला डीसीएच-32(अनगिन्ड) 8200 8600

स्रोत: एगमार्कनेट

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भिंडी में सफ़ेद मक्खी एवं जैसिड के लक्षण एवं नियंत्रण के उपाय

Symptoms and control measures of white fly and jassid in okra crop

जैसिड: इसके प्रकोप से कोमल पत्तियाँ पीली हो जाती हैं, एवं पत्तियों के किनारे नीचे की ओर मुड़कर लाल होने लगते हैं। गंभीर संक्रमण के मामले में पत्तियों के किनारे कांसे की तरह हो जाते हैं, जिसे  “हॉपर बर्न” कहा जाता है। इससे पत्ती के किनारे टूट जाते हैं और कुचले जाने पर टुकड़े-टुकड़े हो जाते हैं। इस कारण फसल विकास धीमी हो जाती है।

सफेद मक्खी: पत्तियों पर क्लोरोटिक धब्बे बनाते हैं, जो बाद में आपस में मिलकर पत्ती के ऊतकों पर पीलेपन का निर्माण करते हैं। ये कीट मधुरस (हनीड्यू) का स्राव करते हैं, जिससे काली फफूंदी का विकास होता है। साथ ही पीला शिरा मोज़ेक वायरस के रोगवाहक भी है। यह भिंडी का सबसे विनाशकारी रोग है। सफ़ेद मक्खी के गंभीर संक्रमण के कारण समय से पहले पत्ते झड़ जाते हैं। 

नियंत्रण के उपाय: इन कीटों के नियंत्रण एवं अधिक फूल धारण के लिए, थियानोवा 25 (थियामेथोक्सम 25% डब्ल्यूजी) @ 40 ग्राम या पेजर (डाइफेंथियूरॉन 50 % डब्ल्यूपी) @ 240 ग्राम + न्यूट्रीफुल मैक्स  @ 250 मिली, प्रति एकड़ 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।

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राजस्थान में बारिश के आसार, कई राज्यों में कड़ाके की सर्दी

know the weather forecast,

एक नया वेस्टर्न डिस्टरबेंस 22 तारीख की रात से पहाड़ों पर बारिश और बर्फबारी देगा। 22 तारीख के शाम या 23 तारीख को राजस्थान के पश्चिमी जिलों सहित कुछ और जिलों में हल्की बारिश की संभावना और हल्की बौछारें गिर सकती हैं। अगले दो दिनों के दौरान सर्द हवाओं के कारण पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कई भागों सहित उत्तरी मध्य प्रदेश में तापमान गिरने से सर्दी बढ़ेगी। दक्षिण भारत में जारी बारिश की गतिविधियों में भारी कमी देखने को मिलेगी।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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मध्य प्रदेश की प्रमुख मंडियों में गेहूँ भाव में दिखी कितनी तेजी?

wheat mandi bhaw

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं गेहूँ के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

मध्य प्रदेश की मंडियों में गेहूँ के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
रतलाम अलोट मध्यम 2491 2701
शाजापुर आगर अन्य 1700 2896
पन्ना अजयगढ़ देशी 2340 2380
भिंड आलमपुर अन्य 2000 2550
आलीराजपुर आलीराजपुर अन्य 2500 2500
बड़वानी अंजड़ लोकवन 2300 2700
उज्जैन बड़नगर लोकवन 2122 2830
उज्जैन बड़नगर अन्य 2144 2724
धार बदनावर लोकवन 2405 2865
बड़वानी बड़वानी लोकवन 2900 3000
रीवा बैकुंठपुर दारा मिल गुणवत्ता 2295 2345
होशंगाबाद बानापुरा मिल गुणवत्ता 1500 2549
बेतुल बेतुल लोकवन 2200 2700
मन्दसौर भानपुरा अन्य 2250 2300
भोपाल भोपाल लोकवन 2956 3010
भोपाल भोपाल मिल गुणवत्ता 1750 2551
सागर बीना एमपी (देसी) 2315 2505
सागर बीना शरबती 2700 3452
बुरहानपुर बुरहानपुर अन्य 2608 2608
नरसिंहपुर गाडरवाड़ा अन्य 2150 2350
रायसेन गैरतगंज मिल गुणवत्ता 2340 2450
धार गंधवानी अन्य 2400 2600
सागर गढ़ाकोटा अन्य 2300 2540
डिंडोरी गोरखपुर मिल गुणवत्ता 2300 2300
खंडवा हरसूद मिल गुणवत्ता 2475 2553
सीहोर इछावर लोकवन 2761 2980
सीहोर इछावर मिल गुणवत्ता 2460 2605
सीहोर इछावर अन्य 2300 2411
होशंगाबाद इटारसी मिल गुणवत्ता 2362 2558
जबलपुर जबलपुर मध्यम बढ़िया 2225 2731
सागर जैसीनगर मिल गुणवत्ता 2240 2240
रतलाम जावरा लोकवन 2550 3360
दमोह जवेरा मिल गुणवत्ता 2300 2300
झाबुआ झाबुआ स्थानीय 2450 2450
शाजापुर कालापीपल लोकवन 2080 2470
शाजापुर कालापीपल मिल गुणवत्ता 1995 2135
शाजापुर कालापीपल एमपी शरबती 2560 2985
नरसिंहपुर करेली देशी 2250 2760
खंडवा खंडवा लोकवन 2450 3000
देवास खातेगांव अन्य 2100 3105
हरदा खिरकिया 147 औसत 2280 2716
राजगढ़ खुजनेर 147 औसत 2410 2511
राजगढ़ कुरावर लोकवन 2300 2800
विदिशा लटेरी मिल गुणवत्ता 2255 2530
सागर मालथोन दारा मिल गुणवत्ता 2100 2350

स्रोत: एगमार्कनेट

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गेहूँ की जबरदस्त उपज पाने के लिए विभिन्न अवस्थाओं में ऐसे करें सिंचाई प्रबंधन

Irrigate in different stages for bumper yield of wheat!

गेहूँ की उन्नत एव हाई क्वालिटी किस्मों की खेती में 25 से 30 सेमी जल की आवश्यकता होती है। इन किस्मों में जल उपयोग दृष्टि से तीन क्रांतिक अवस्था होती हैं – 

  • कल्ले निकलने की अवस्था (बुवाई के 30 दिन बाद)

  • पुष्पावस्था (बुवाई के 50 से 55 दिन बाद) 

  • दूधिया अवस्था (बुवाई के 95 दिन की अवस्था) 

  • इन अवस्थाओं में सिंचाई करने से निश्चित ही उपज में वृद्धि होती है। 

  • प्रत्येक सिंचाई में 8 सेमी जल देना आवश्यक है।

बौनी गेहूँ की किस्मों को प्रारंभ से ही अधिक पानी की आवश्यकता होती है, इससे जड़ एवं कल्लो का विकास ज्यादा होता है, जिससे पौधो में बालिया ज्यादा आती है। परिणामस्वरुप अधिक उपज मिलती है। इन किस्मों को 40 से 50 सेमी जल की आवश्यकता होती है। प्रति सिंचाई में 6 से 7 सेमी जल देना आवश्यक है। 

  • पहली सिंचाई बुवाई के समय

  • दूसरी सिंचाई बुवाई के 21-25 दिन बाद (जड़ बनने की अवस्था में)

  • तीसरी सिंचाई बुवाई के 41-45 दिन बाद (कल्ले निकलने की अवस्था में)

  • चौथी सिंचाई बुवाई के 61-65 दिन बाद (पुष्पन अवस्था में)

  • पांचवी सिंचाई बुवाई के 81-85 दिन बाद (दाना भरने की अवस्था में)

  • इसमें से सबसे महत्वपूर्ण चरण है – जड़ बनने की अवस्था एवं पुष्पन अवस्था

पछेती किस्म में हर 20 दिन की अंतराल में सिंचाई करते रहना चाहिए, पुष्पन अवस्था से दाना भरने की अवस्था में पानी का अवश्य ही ध्यान  रखें, इस समय तापमान अधिक होने के कारण, पानी जल्दी सूख जाता है और दाने में झुर्रिया आ जाती है। इसलिए देरी से बुवाई किये गए गेहूँ में समय समय पर पानी देना जरुरी है। 

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पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी से शीतलहर जारी, देखें मौसम पूर्वानुमान

know the weather forecast,

पहाड़ी राज्यों में हो रही है खूब बर्फबारी, और इन राज्यों से चलने वाली ठंढी हवाएं मैदानी राज्यों में भी ठंढ बढ़ा रही है। कई क्षेत्रों में कड़ाके की शीतलहर जारी है। दक्षिण के कुछ राज्यों में भारी बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। आइये वीडियो के माध्यम से देखते हैं 20 दिसंबर के मौसम का पूर्वानुमान।

स्रोत: किसान तक

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ड्रोन से खाद छिड़काव का सपना होगा सच, सरकार दे रही है सब्सिडी

subsidy on agri drones

किसान अगर पारंपरिक तौर पर पुरानी पद्धति से खेती करेगा तो एक वक़्त पर एक ही फसल उगा पायेगा। वहीं नए जमाने की खेती जिसमें आधुनिक कृषि उपकरणों के इस्तेमाल से कम समय में ज्यादा काम कर लिया जाता है और समय बचने के कारण किसान अन्य फसलों पर भी ध्यान दे पाता है। किसान नई तकनीकों का उपयोग कर के घंटों का काम मिनटों में कर सकता है। नई कृषि तकनीकों में आजकल कृषि ड्रोन का उपयोग भी धीरे धीरे होने लग गया है। इसकी मदद से उर्वरकों एवं कीटनाशकों का छिड़काव बड़ी आसानी से बड़ी जल्दी हो जाता है। ड्रोन की इन्हीं खूबियों को देखते हुए सरकार भी ड्रोन पर सब्सिडी दे रही है।

बिहार सरकार ने भी रबी फसलों में ड्रोन से कीटनाशकों के छिड़काव पर जोर देने के उद्देश्य से एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है। प्रदेश के कृषि विभाग के डीबीटी पोर्टल पर रजिस्टर्ड किसान इस योजना का लाभ ले सकते हैं। इस योजना में सरकार किसानों को प्रति एकड़ 250 रुपये की सब्सिडी देगी। इसके माध्यम से एक किसान अधिक से अधिक 10 एकड़ तक के खेत में ड्रोन से कीटनाशकों का छिड़काव सब्सिडी पर कर सकता है। पौधा संरक्षण विभाग इस योजना के अंतर्गत किसानों से ऑनलाइन आवेदन लेगा।

स्रोत: किसान तक

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लहसुन के भाव में तेजी बरकरार, उच्च भाव पहुंचे 23000 रुपये के पार

garlic mandi rate

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं लहसुन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

मध्य प्रदेश की मंडियों में लहसुन के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
धार बदनावर (F&V) लहसुन 8010 17450
खरगोन बड़वाह अन्य 5000 17000
छिंदवाड़ा छिंदवाड़ा (F&V) देसी 9200 9800
मन्दसौर दलौदा औसत 6500 18500
शाजापुर कालापीपल अन्य 4460 20335
खंडवा खंडवा (F&V) अन्य 3000 11000
मन्दसौर मन्दसौर अन्य 7001 22501
नीमच नीमच देसी 7500 21400
झाबुआ पेटलावद औसत 2000 2500
होशंगाबाद पिपरिया औसत 12000 20000
सागर सागर (F&V) लहसुन 12000 18000
शाजापुर शुजालपुर अन्य 1500 22600
मन्दसौर सीतामऊ अन्य 12000 18000
झाबुआ थांदला औसत 3000 5000

स्रोत: एगमार्कनेट

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