लहसुन की खेती के लिए ऐसे करें खेत की तैयारी

Field preparation for garlic cultivation

लहसुन की खेती के लिए, उचित जल निकास वाली दोमट भूमि अच्छी होती है, क्योंकि भारी भूमि में इसके कंदों का विकास नहीं हो पाता है। खेत की एक जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से करें एवं इसके बाद, गोबर की खाद 5 टन + स्पीड कम्पोस्ट 4 किलोग्राम प्रति एकड़ के हिसाब से खेत में समान रूप से भुरकाव करें तथा 2-3 जुताई हैरो की सहायता से करें। खेत में मौजूद अन्य अवांछित फसल अवशेषों को हटा दें, अगर मिट्टी में नमी कम हो तो पहले पलेवा करें फिर खेत की तैयारी करें और आखिर में पाटा चला कर खेत समतल बना लें। 

पोषक तत्व प्रबंधन:- फसल बुवाई के समय एसएसपी 50 किलोग्राम + डीएपी 30 किलोग्राम + यूरिया 20 किलोग्राम + पोटाश 40 किलोग्राम + राइजोकेयर (ट्राइकोडर्मा विराइड1.0 % डब्ल्यूपी) @ 500 ग्राम +  टीबी 3 (नाइट्रोजन स्थिरीकरण, फास्फेट घुलनशील, और पोटेशियम गतिशील जैव उर्वरक संघ) @ 3 किलोग्राम +  ताबा जी (जिंक घोलक बैक्टीरिया) @ 4 किलोग्राम +  मैक्सरूट (ह्यूमिक एसिड + पोटेशियम + फुलविक एसिड) @ 500 ग्राम + ट्राई-कोट मैक्स (जैविक कार्बन 3%, हुमिक, फुलविक, जैविक पोषक तत्वों का एक मिश्रण) @ 4 किलोग्राम + बवे कर्ब (बवेरिया बेसियाना) @ 500 ग्राम को आपस में मिलाकर प्रति एकड़ के हिसाब से खेत में समान रूप से भुरकाव करें।

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एक नया निम्न दबाव का क्षेत्र कई राज्यों में कराएगा भारी बारिश

know the weather forecast,

4 अक्टूबर को उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक नया निम्न दबाव का क्षेत्र बनेगा। यह मानसून के बाद बनने वाला पहला निम्न दबाव का क्षेत्र होगा। इसके प्रभाव से उत्तर पूर्वी राज्यों सहित बांग्लादेश, गंगीय पश्चिम बंगाल, उड़ीसा और झारखंड सहित आसपास के इलाकों में तेज बारिश होगी। दूसरी तरफ मानसून पहाड़ों सहित पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तरी मध्य प्रदेश, राजस्थान के अधिकांश इलाकों सहित गुजरात के कई जिलों से हट चुका है। उत्तर पश्चिम दिशा से शुष्क हवाएं उत्तर पश्चिम और मध्य भारत तक पहुंचेंगे इसके कारण मानसून अगले दो दिनों में कुछ और इलाकों से हट जाएगा। दक्षिण भारत के अधिकांश राज्यों में अच्छी बारिश होगी। महाराष्ट्र में भी बारिश की गतिविधियां बढ़ सकती हैं।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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प्याज की नर्सरी में कवक जनित रोगों का नियंत्रण

Fungus-borne disease control in onion nursery
  • खरीफ सीजन में होने वाले बारिश की वजह से खेत की मिट्टी में अत्यधिक नमी एवं मध्यम तापमान कवक जनित रोगों के विकास का मुख्य कारक होता है।

  • प्याज़ की पौधे में आर्द्र विगलन (डम्पिंग ऑफ), जड़ गलन, तना गलन, पत्तियों के पीले पड़ने की समस्या नर्सरी अवस्था में देखा जाता है।

  • इन रोगों में रोगजनक सबसे पहले पौध के कालर भाग में आक्रमण करते हैं और अतंतः कालर भाग और जड़ विगलित हो जाता है जिसके कारण पौध गिर कर मर जाते हैं।

  • कवक जनित रोगों के निवारण के लिए बुआई के समय स्वस्थ बीज का चयन करना चाहिये।

  • इसके साथ ही इस समस्या के निवारण हेतु कार्बेन्डाजिम 12% + मैनकोज़ेब 63% @ 30 ग्राम/पंप या थायोफिनेट मिथाइल 70% W/W @ 60 ग्राम/पंप या मैनकोज़ेब 64% + मेटालैक्सिल 8% WP @ 60 ग्राम/पंप की दर से छिडकाव करें।

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मध्य प्रदेश की प्रमुख मंडियों में गेहूँ भाव में दिखी कितनी तेजी

wheat mandi bhaw,

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं गेहूँ के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

मध्य प्रदेश की मंडियों में गेहूँ के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
रतलाम आलोट गेहूँ 2652 2762
शाजापुर आगर गेहूँ 2160 2780
पन्ना अजयगढ़ मिल गुणवत्ता 2500 2525
सतना अमरपाटन मिल गुणवत्ता 2600 2650
सतना अमरपाटन गेहूँ 2400 2400
बड़वानी अंजड़ गेहूँ 2000 2000
गुना एरन गेहूँ 2571 3241
अशोकनगर अशोकनगर गेहूँ 2500 3250
सीहोर आष्टा गेहूँ 2692 2692
शिवपुरी बदरवास गेहूँ 2806 2806
उज्जैन बड़नगर गेहूँ 2400 4150
धार बदनावर गेहूँ 2545 2610
शाजापुर बड़ोद गेहूँ 2548 4500
रीवा बैकुंठपुर मिल गुणवत्ता 2600 2655
सागर बामोरा गेहूँ 2500 3300
सागर बामोरा गेहूं का मिश्रण 2551 2992
होशंगाबाद बानापुरा स्थानीय 2600 2850
सागर बाँदा गेहूँ 2695 2800
रायसेन बरेली मिल गुणवत्ता 2725 2725
शाहडोल ब्यौहारी मिल गुणवत्ता 2527 2684
शाहडोल ब्यौहारी गेहूँ 2525 2550
भोपाल बैरसिया स्थानीय 2500 2550
भोपाल बैरसिया लोकवन 2400 2838
भोपाल बैरसिया मिल गुणवत्ता 2495 2632
भोपाल बैरसिया पिस्सी 2575 2731
भोपाल बैरसिया शरबती 2617 2618
बेतुल बेतुल मिल गुणवत्ता 2100 2550
दतिया भांडेर गेहूँ 2540 2707
खरगोन भीकनगांव गेहूँ 2500 2500
भिंड भिंड गेहूँ 2500 2500
भोपाल भोपाल गेहूँ 2555 3175
मंडला बिछिया मिल गुणवत्ता 2580 3101
छतरपुर बिजावर मिल गुणवत्ता 2500 2669
सागर बीना स्थानीय 2646 2692
सागर बीना मिल गुणवत्ता 2652 2800
सागर बीना गेहूँ 2550 2655
गुना बीनागंज गेहूँ 2640 2660
रीवा चाकघाट मिल गुणवत्ता 2580 2655
रीवा चाकघाट गेहूँ 2629 2861
छतरपुर छतरपुर गेहूँ 2500 2501
छिंदवाड़ा छिंदवाड़ा मिल गुणवत्ता 2630 2656
ग्वालियर डबरा गेहूँ 2575 2675
दमोह दमोह मिल गुणवत्ता 2250 2817
दतिया दतिया मिल गुणवत्ता 2000 2500
दतिया दतिया अन्य 2490 2500
दतिया दतिया गेहूँ 2800 3240
पन्ना देवेन्द्रनगर मिल गुणवत्ता 2550 3700
देवास देवास गेहूँ 2630 4030
धार धामनोद मिल गुणवत्ता 2625 2665
धार धामनोद गेहूँ 2300 2300
धार धार लोकवन 2550 2550
धार धार मिल गुणवत्ता 2615 2620
धार धार सुजाता 2694 2710
धार धार गेहूँ 2555 2565
डिंडोरी डिंडोरी स्थानीय 2502 2840
नरसिंहपुर गाडरवाड़ा मिल गुणवत्ता 2600 2785
नरसिंहपुर गाडरवाड़ा गेहूँ 2000 3226
नरसिंहपुर गाडरवारा(F&V) गेहूँ 2525 2560
धार गंधवानी मिल गुणवत्ता 2535 2550
इंदौर गौतमपुरा मालवा शक्ति 2612 2678
इंदौर गौतमपुरा गेहूँ 2614 2663
भिंड गोहाद मिल गुणवत्ता 2550 2575
डिंडोरी गोरखपुर मिल गुणवत्ता 2545 2570
नरसिंहपुर गोटेगांव मिल गुणवत्ता 1655 2985
नरसिंहपुर गोटेगांव गेहूँ 2553 2553
नरसिंहपुर गोटेगांव (F&V) स्थानीय 2644 2644
विदिशा गुलाबगंज शरबती 2640 2640
गुना गुना गेहूँ 2548 2844
देवास हाटपिपलिया गेहूँ 2470 2698
रीवा हनुमना मिल गुणवत्ता 2110 3090
हरदा हरदा मिल गुणवत्ता 2000 2000
छतरपुर हरपालपुर गेहूँ 2626 2626
खंडवा हरसूद मिल गुणवत्ता 2741 2741
होशंगाबाद होशंगाबाद गेहूँ 2275 2820
इंदौर इंदौर मिल गुणवत्ता 2618 2618
इंदौर इंदौर गेहूँ 2550 2560
होशंगाबाद इटारसी गेहूँ 2590 2686
जबलपुर जबलपुर मिल गुणवत्ता 2573 2586
जबलपुर जबलपुर गेहूँ 2710 2715
सागर जैसीनगर मिल गुणवत्ता 2601 2605
अनुपुर जैतहरी मिल गुणवत्ता 2450 2685
रतलाम जावरा गेहूँ 2700 2700
टीकमगढ़ जतारा मिल गुणवत्ता 2700 2700
टीकमगढ़ जतारा गेहूँ 2600 2690
दमोह जवेरा मिल गुणवत्ता 2500 2500
दमोह जवेरा गेहूँ 2580 2650
सीहोर जावर गेहूँ 2630 2650
राजगढ़ जीरापुर मिल गुणवत्ता 2300 2400
राजगढ़ जीरापुर गेहूँ 2600 4070
आलीराजपुर जोबट मिल गुणवत्ता 2511 3095
आलीराजपुर जोबट गेहूँ 2200 2200
मुरैना कैलारस गेहूँ 2500 2500
देवास कन्नोड गेहूँ 2200 3000
नरसिंहपुर करेली स्थानीय 2570 2712
नरसिंहपुर करेली गेहूँ 2640 2666
नरसिंहपुर करेली (F&V) स्थानीय 2688 2688
शिवपुरी करेरा मिल गुणवत्ता 2521 2600
शिवपुरी करेरा गेहूँ 2300 2902
खरगोन कसरावद मिल गुणवत्ता 2300 3050
खरगोन कसरावद गेहूँ 2026 3151
खरगोन कसरावद गेहूं का मिश्रण 2751 2751
कटनी कटनी मिल गुणवत्ता 2575 2733
कटनी कटनी गेहूँ 2550 2688
कटनी कटनी गेहूँ-जैविक 2200 2717
खंडवा खंडवा मिल गुणवत्ता 2500 2530
शिवपुरी खन्याधाना मिल गुणवत्ता 2630 3416
टीकमगढ़ खरगापुर मिल गुणवत्ता 2550 2600
खरगोन खरगोन गेहूँ 2500 2610
हरदा खिरकिया मिल गुणवत्ता 2590 2625
राजगढ़ खुजनेर गेहूँ 2505 2505
शिवपुरी कोलारस गेहूँ 2640 2645
धार कुक्षी लोकवन 1699 2736
धार कुक्षी गेहूँ 2655 2685
राजगढ़ कुरावर मिल गुणवत्ता 2575 2690
राजगढ़ कुरावर गेहूं का मिश्रण 2400 2550
ग्वालियर लश्कर गेहूँ 2650 2681
छतरपुर लवकुशनगर(लौंदी) मिल गुणवत्ता 2640 2676
देवास लोहारदा गेहूँ 2650 2650
उज्जैन महिदपुर गेहूँ 2710 2785
नीमच मनसा गेहूँ 2722 2875
धार मनावर मिल गुणवत्ता 2100 2720
धार मनावर गेहूँ 2600 2714
मंडला मंडला स्थानीय 2375 2650
मंडला मंडला मिल गुणवत्ता 2560 2625
मन्दसौर मन्दसौर लोकवन 2365 2900
मन्दसौर मन्दसौर गेहूँ 2400 2700
मन्दसौर मन्दसौर गेहूं का मिश्रण 2580 2675
सतना मेहर स्थानीय 2500 7440
भिंड मेहगांव मिल गुणवत्ता 2551 2750
इंदौर महू गेहूँ 2675 2751
मुरैना मुरैना गेहूँ 2549 2770
अशोकनगर मुंगावली गेहूँ 2450 2806
सतना नागोद मिल गुणवत्ता 2600 2630
मंडला नैनपुर स्थानीय 2538 2674
मंडला नैनपुर मिल गुणवत्ता 2600 3600
शाजापुर नलकेहड़ा गेहूँ 2400 3600
सीहोर नसरुल्लागंज गेहूँ 2400 2625
छतरपुर नौगांव गेहूँ 2590 2700
नीमच नीमच गेहूँ 2770 2770
टीकमगढ़ निवाड़ी मिल गुणवत्ता 2500 2650
टीकमगढ़ निवाड़ी गेहूं का मिश्रण 2495 2755
रायसेन ओबेदुल्लागंज स्थानीय 1700 2695
रायसेन ओबेदुल्लागंज मिल गुणवत्ता 2565 2820
रायसेन ओबेदुल्लागंज गेहूँ 2480 2645
जबलपुर पाटन मिल गुणवत्ता 2675 2675
राजगढ़ पचौर मिल गुणवत्ता 2575 2800
राजगढ़ पचौर गेहूँ 2630 2660
पन्ना लटेरी मिल गुणवत्ता 2650 2725
दमोह पथरिया गेहूँ 2340 2450
झाबुआ पेटलावद गेहूँ 2550 2592
होशंगाबाद पिपरिया मिल गुणवत्ता 2290 2976
मन्दसौर पिपल्या गेहूँ 2598 2660
टीकमगढ़ पृथ्वीपुर मिल गुणवत्ता 2661 2721
सागर राहतगढ़ मिल गुणवत्ता 2550 2600
धार राजगढ़ लोकवन 2590 2805
रतलाम रतलाम लोकवन 2550 2650
रतलाम रतलाम गेहूँ 2575 2575
मुरैना सबलगढ़ मिल गुणवत्ता 2200 2550
मुरैना सबलगढ़ गेहूँ 2760 3231
सागर सागर मिल गुणवत्ता 2661 2701
रतलाम सैलाना गेहूँ 2931 3026
खरगोन सनावद मोहन मंडल 2000 3172
खरगोन सनावद गेहूँ 2831 3131
खरगोन सनावद गेहूं का मिश्रण 2490 2535
इंदौर सांवेर गेहूँ 2600 2620
राजगढ़ सारंगपुर मिल गुणवत्ता 2100 2930
जबलपुर सीहोरा मिल गुणवत्ता 2275 2275
सीहोर सीहोर लोकवन 2672 2780
सीहोर सीहोर मालवा शक्ति 2600 2720
सीहोर सीहोर मिल गुणवत्ता 2535 2610
सीहोर सीहोर अन्य 2250 2756
सीहोर सीहोर गेहूँ 2531 2629
बड़वानी सेंधवा मिल गुणवत्ता 2586 2650
बड़वानी सेंधवा गेहूँ 2499 2639
दतिया सेवड़ा मिल गुणवत्ता 2450 2651
दतिया सेवड़ा गेहूँ 2500 2810
सागर शाहगढ़ मिल गुणवत्ता 2500 2745
शाहडोल शाहडोल मिल गुणवत्ता 2505 2695
जबलपुर शाहपुरा(जबलपुर) मिल गुणवत्ता 2611 2723
शाजापुर शाजापुर गेहूँ 2635 2720
मन्दसौर शामगढ़ गेहूँ 2520 2540
श्योपुर श्योपुरबडोद गेहूँ 2500 2625
सीधी सीधी मिल गुणवत्ता 2700 3240
रायसेन सिलवानी मिल गुणवत्ता 2580 2696
पन्ना सिमरिया मिल गुणवत्ता 1790 2831
पन्ना सिमरिया गेहूँ 2550 2600
हरदा सिराली मिल गुणवत्ता 2654 2685
विदिशा सिरोंज शरबती 1800 2750
विदिशा सिरोंज गेहूँ 2525 2700
देवास सोनकैच गेहूँ 2315 2725
रतलाम ताल गेहूँ 2640 2660
उज्जैन तराना गेहूँ 2450 2550
नरसिंहपुर तेंदूखेड़ा गेहूँ 2650 2650
टीकमगढ़ टीकमगढ़ गेहूँ 2400 2450
हरदा टिमरनी मिल गुणवत्ता 2640 2766
हरदा टिमरनी गेहूँ 2500 2500
रायसेन उदयपुरा मिल गुणवत्ता 2300 2510
उज्जैन उज्जैन गेहूँ 2505 2535
उमरिया उमरिया स्थानीय 2556 2597
उमरिया उमरिया मिल गुणवत्ता 2555 2560
उमरिया उमरिया गेहूँ 2580 2735
उज्जैन उन्हेल गेहूँ 2838 2980
विदिशा विदिशा मालवा शक्ति 2622 3031
विदिशा विदिशा शरबती 2570 2595

स्रोत: एगमार्कनेट

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जानें प्राकृतिक खेती के महत्वपूर्ण सिद्धांत

Natural farming

प्राकृतिक खेती क्या है? – प्राकृतिक खेती (natural farming) देसी गाय पर आधारित प्राचीन खेती पद्धति है। जिसमें रासायनिक उर्वरकों और रसायनों के दूसरे उत्पाद का विकल्प के रूप में देसी गाय का गोमूत्र और गोबर  का उपयोग फसल उत्पादन में किया जाता है। यह भूमि के प्राकृतिक स्वरूप को बनाए रखती है। प्राकृतिक खेती में रासायनिक कीटनाशक का उपयोग नहीं किया जाता है। इस प्रकार की खेती में जो तत्व प्रकृति में पाए जाते है, उन्हीं को कीटनाशक के रूप में काम में लिया जाता है।

प्राकृतिक खेती में खाद के रूप में गोबर, गौ मूत्र, जीवाणु खाद, फ़सल अवशेष द्वारा पौधों को पोषक तत्व दिए जाते हैं। प्राकृतिक खेती में प्रकृति में उपलब्ध जीवाणुओं, मित्र कीट और जैविक कीटनाशक द्वारा फ़सल को हानिकारक सूक्ष्म जीव और कीट से बचाया जाता है।

आइये  जानते है प्राकृतिक खेती के चार सिद्धांत  

👉🏻खेतों में कोई जुताई नहीं करना, यानी न तो उनमें जुताई करना, और न ही मिट्टी को  पलटना है । धरती अपनी जुताई स्वयं स्वाभाविक रूप से पौधों की जड़ों के प्रवेश तथा केंचुओं व छोटे प्राणियों, तथा सूक्ष्म जीवाणुओं के जरिए कर लेती है।

👉🏻किसी भी तरह की तैयार खाद या रासायनिक उर्वरकों का उपयोग न किया जाए। इस पद्धति में हरी खाद और गोबर की खाद को ही उपयोग में लाया जाता है।

👉🏻निराई-गुड़ाई न की जाए। न तो हल से, न शाकनाशियों के प्रयोग द्वारा। खरपतवार मिट्टी को उर्वर  बनाने तथा जैव-बिरादरी में संतुलन स्थापित करने में प्रमुख भूमिका निभाते हैं। बुनियादी सिद्धांत यही है कि खरपतवार को पूरी तरह समाप्त करने की बजाए नियंत्रित किया जाना चाहिए।

👉🏻रसायनों पर बिल्कुल निर्भर न करना है। जोतने तथा उर्वरकों के उपयोग जैसी गलत प्रथाओं के कारण जब से कमजोर पौधे उगना शुरू हुए, तब से ही खेतों में बीमारियां लगने तथा कीट-असंतुलन की समस्याएं खड़ी होनी शुरू हुई। छेड़छाड़ न करने से प्रकृति-संतुलन बिल्कुल सही रहता है।

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10 राज्यों के लिए तूफान का अलर्ट, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी

know the weather forecast,

मौसम विभाग की ताज़ा अपडेट के मुताबिक आज और इस हफ्ते में पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, झारखंड, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर के पहाड़ी इलाकों, असं, मेघालय, तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक में भारी बारिश हो सकती है। बिहार में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से हवाएं चल सकती हैं। असम-मेघालय में 2 और 3 अक्टूबर को भारी बारिश हो सकती है।

स्रोत: अमर उजाला

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गाय-भैंस पालन पर मिलेगी 1 लाख रुपये तक की सरकारी मदद, ऐसे करें आवेदन

Gopal Credit Card Loan Scheme

राज्य व केंद्र सरकार की योजनाएं किसानों के साथ साथ पशुपालकों के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है। आज बहुत सारे किसान पशुपालन कर के भी अपनी आमदनी में इजाफा कर रहे हैं। सरकार की कई योजनाएं पशुपालकों के लिए चलाई जा रही हैं, इन्ही में से एक योजना राजस्थान सरकार भी अपने प्रदेश के पशुपालकों के लिए चला रही है। इस योजना का नाम “गोपाल क्रेडिट कार्ड ऋण योजना” जिसकी मदद से किसान पशुपालन के लिए लोन की सुविधा प्राप्त कर सकते हैं।

बता दें कि राजस्थान सरकार की “गोपाल क्रेडिट कार्ड ऋण योजना” के माध्यम से पशुपालकों को तक़रीबन 1 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है। यह लोन पशु सुरक्षा के लिए बिना ब्याज के मिलता है। यहाँ इस बात का जरूर ध्यान रखें कि यह लोन 1 वर्ष की अवधि के लिए मिलता है। इस सुविधा का लाभ वैसे किसान व पशुपालक उठा सकते हैं जो प्राथमिक दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति के सदस्य से जुड़े हों। बता दें की सरकार ने इस योजना के तहत प्रदेश के करीब 5 लाख पशुपालकों को लोन देने का लक्ष्य तय किया है। योजना का लाभ लेने के लिए आप गोपालक किसान ई-मित्र केंद्र या संबंधित ग्राम सेवा सहकारी समिति से संपर्क करें। या फिर पशुपालन योजना के आधिकारिक पोर्टल पर जाएँ।

स्रोत: कृषि जागरण

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मध्य प्रदेश के मंडियों में क्या चल रहे हैं सरसों के भाव?

Mustard mandi bhaw

सरसों के मंडी भाव में तेजी देखने को मिल रही है। देखिये मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं सरसों के भाव!

मध्य प्रदेश की मंडियों में सरसों के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
भिंड आलमपुर सरसों 5780 6055
अशोकनगर अशोकनगर सरसों 6190 6245
रीवा बैकुंठपुर सरसों 5650 6501
शिवपुरी बराड़ सरसों 6080 6400
भिंड भिंड सरसों 5721 5721
राजगढ़ ब्यावरा सरसों 5754 5801
मंडला बिछिया सरसों 5240 6000
छतरपुर बिजावर सरसों(काला) 6255 6355
इंदौर इंदौर सरसों 6251 6700
टीकमगढ़ जतारा सरसों 5011 5011
राजगढ़ जीरापुर सरसों(काला) 5300 5300
मुरैना कैलारस सरसों(काला) 5800 5800
टीकमगढ़ खरगापुर सरसों 5900 5900
भिंड लहार सरसों 4575 6500
भिंड लहार सरसों(काला) 6000 6000
भिंड लहार पीला (काला) 5100 5400
ग्वालियर लश्कर सरसों 5200 5200
छतरपुर लवकुश नगर (लौंदी) सरसों 6025 6245
सतना मेहर सरसों 5590 5840
मुरैना मुरैना सरसों 5750 6005
नीमच नीमच सरसों 5800 5805
राजगढ़ पचौर सरसों 5800 6100
सागर राहतगढ़ सरसों 5500 5505
छतरपुर राजनगर सरसों 5455 5700
छतरपुर राजनगर सरसों(काला) 4700 6360
मुरैना सबलगढ़ सरसों(काला) 6425 6425
सागर सागर सरसों-जैविक 5895 6245
सागर शाहगढ़ सरसों 3801 5520
श्योपुर श्योपुरबडोद सरसों 5260 6050
श्योपुर श्योपुरकलां सरसों 5655 5655
टीकमगढ़ टीकमगढ़ सरसों 6011 6210
टीकमगढ़ टीकमगढ़ (F&V) सरसों 6035 6165

स्रोत: एगमार्कनेट

खेती से सम्बंधित जानकारियों और ताजा मंडी भाव जानने के लिए पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। आज की जानकारी पसंद आई हो तो  शेयर जरूर करें।

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सरसों की बुआई करते समय इन बातों का रखें ध्यान

Keep these things in mind while sowing mustard
  • सरसों की बुआई का सबसे अच्छा समय 5 से 25 अक्टूबर के बीच होता है।

  • इस समय सरसों की बुआई करने से अच्छा उत्पादन मिलता है, इसलिए किसानों को 25 अक्टूबर तक सरसों की बुआई कर देनी चाहिए।

  • सरसों की बुआई के लिए किसानों को एक एकड़ खेत में 1 किलो बीज का प्रयोग करना चाहिए।

  • सरसों को कतारों में बोना चाहिए ताकि निराई करने में आसानी हो।

  • सरसों की बुआई देसी हल या सीड ड्रिल से करनी चाहिए।

  • इसमें पंक्ति से पंक्ति की दूरी 30 सेमी तथा पौधे से पौधे की दूरी 10-12 सेमी रखा जाना चाहिए।

  • सरसों की बुआई करते समय इस बात का ध्यान रखें कि बीज 2-3 सेमी की गहराई में लगाई गई हो।

  • 100 सेमी से अधिक गहराई पर बीज नहीं बोना चाहिए क्योंकि अधिक गहराई पर बीज बोने से बीज के अंकुरण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।

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जानें कहां बरसेंगे मानसूनी बादल और कहां रहेगा मौसम शुष्क

know the weather forecast,

आज 30 सितंबर मानसून का आखिरी दिन है। मानसून सामान्य से ऊपर समाप्त होगा। आज पूर्वोत्तर राज्यों सहित गुजरात, दक्षिण पूर्वी राजस्थान और मध्य प्रदेश के पश्चिमी जिलों में बारिश की संभावना बनी हुई है। कल 1 अक्टूबर से इन सभी राज्यों में बारिश कम हो जाएगी परंतु उत्तर पूर्वी राज्य अगले तीन या चार दिनों तक तेज बारिश देखेंगे। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा तथा पहाड़ों का मौसम अब शुष्क बना रहेगा। महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, तेलंगाना सहित दक्षिण भारत में भी बारिश बहुत कम हो जाएगी। परंतु आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में हल्की बारिश जारी रहेगी। उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, उड़ीसा और पश्चिम बंगाल में रुक रुक कर बारिश होने की संभावना है, यहाँ भारी बारिश की संभावना नहीं है।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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