अब खेती प्लस के एक ऑर्डर में मिलेगा दोगुना फायदा, दो फसलों को मिलेगा फसल डॉक्टर

Now with one order of Kheti Plus farmers can get a double benefit

ग्रामोफ़ोन द्वारा शुरू किए गए खेती प्लस सेवा को लेकर किसानों के बीच एक नई होड़ शुरू हो गई है। बहुत ही कम समय में इस सेवा से सैकड़ों किसानों ने खुद को जोड़ लिया है और स्मार्ट खेती कर रहे हैं। गौरतलब है की खेती प्लस सेवा किसानों के लिए एक फसल डॉक्टर की तरह है जो फसल की बुआई से लेकर कटाई तक के पूरे फसल चक्र में हर तरह की कृषि सहायता प्रदान करता है।

जिन किसानों ने इस इस सेवा उत्पाद की खरीदी की है उन सभी ने इसकी खूब तारीफ की है। किसानों इस सेवा से जुड़ने पर मिले फसल समृद्धि किट और कृषि कार्यमाला के साथ अपनी फोटो भी साझा की है। सभी किसानों ने इस सेवा से जुड़ने के बाद अपनी खेती में स्मार्ट बदलाव किये हैं जिससे फसल भी स्वस्थ और रोगमुक्त नजर आ रही है। किसानों ने अन्य किसानों से भी सेवा से जुड़ का स्मार्ट खेती करने को कहा है।

इस सेवा के प्रति किसानों का उत्साह देख कर ग्रामोफ़ोन ने सावन ऑफर के माध्यम से एक ही ऑर्डर में दो फसल की कार्यमाला देने का निर्णय लिया है। अब इस सेवा से किसान एक ऑर्डर पर डबल फायदा ले सकते हैं। सावन ऑफर के अंतर्गत मिलने वाली दो फसलों की कार्यमाला का चुनाव किसान खुद कर सकते हैं। किसान चाहें तो वर्तमान खरीफ सीजन के ही दो फसलों का चयन कर सकते हैं या फिर वे एक खरीफ और एक आने वाली रबी सीजन की फसल का भी चुनाव कर सकते हैं।

तो देर किस बात की आज ही सावन ऑफर के अंतर्गत खेती प्लस सेवा की खरीदी करें और आपकी खेती को स्मार्ट बनाएं। खरीदी के लिए यहाँ क्लिक करें।

नियम व शर्तें लागू

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2400 रुपये वाला वाला DAP खाद आप खरीद सकते हैं मात्र 1200 में

You can buy DAP fertilizer worth Rs 2400 in just Rs 1200

केंद्र सरकार की तरफ से पिछले दिनों किसानों के लिए राहत की खबर आई। केंद्र सरकार ने खाद की सब्सिडी सीमा में इजाफा कर दिया है। गौरतलब है की DAP के तहत उपयोग आने वाले फॉस्फोरिक एसिड, अमोनिया आदि की अंतरराष्ट्रीय कीमतें करीब 60 से 70% तक बढ़ गई हैं। इसी वजह से DAP बैग की कीमत 2400 रुपये हो गई है।

बहरहाल इन बढ़ी हुई कीमतों से किसान परेशान ना हों इस उद्देश्य से केंद्र सरकार ने सब्सिडी राशी बढ़ा दी जिससे अब यह 1200 रुपये में ही किसानों को मिल जायेगा। एक बोरी खाद की कीमत किसानों के लिए तभी 1200 रुपये होगी जब वे आधार कार्ड या किसान कार्ड दिखा कर इसकी खरीदी करेंगे। इस समय बायोमेट्र्रिक (अंगूठे का निशान) से किसान की पहचान भी स्थापित की जायेगी। इसके बाद सब्सिडी के 1211 रुपये खाद कंपनियों को सरकार द्वारा ट्रांसफर कर दी जायेगी।

स्रोत: टीवी 9 भारतवर्ष

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बाढ़ सिंचित मिर्च की 40-60 दिनों की फसल में जरूर करें उर्वरक प्रबधन

Fertilizer management in 40-60 days in flood irrigated chilli crop
  • मिर्च की फसल 40-60 दिनों में रोपाई के बाद दूसरी वृद्धि अवस्था में रहती है। इस समय मिर्च की फसल में फूल की अवस्था होती है। अच्छे फूल लगने के लिए फसल में उर्वरक प्रबंधन करना आवश्यक होता है। पौधे के विकास के साथ साथ, अच्छे फूल एवं फल विकास के लिए प्रमुख और सूक्ष्म पोषक तत्व का फसल में उपयोग करना उपयोगी होता है।

  • ये सभी पोषक तत्व मिर्च की फसल में सभी तत्वों की पूर्ति करते है, साथ ही फल विकास के समय, मिर्च की फसल में रोगों से लड़ने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता का भी विकास करते हैं।

  • पोषक तत्व प्रबंधन के लिए यूरिया 45 किग्रा/एकड़ + डीएपी 50 किग्रा/एकड़ + मैग्नीशियम सल्फेट 10 किग्रा/एकड़ + सूक्ष्मपोषक तत्व 10 किग्रा/एकड़ + कैल्शियम नाइट्रेट @ 5 किलो/एकड़ की दर से उपयोग करें।

  • यूरिया: मिर्च की फसल में यूरिया नाइट्रोज़न की पूर्ति का सबसे बड़ा स्त्रोत है। इसके उपयोग से पत्तियों में पीलापन एवं सूखने की समस्या नहीं आती है। यूरिया प्रकाश संश्लेषण की क्रिया को भी तेज़ करता है।

  • DAP (डाय अमोनियम फॉस्फेट): इसका उपयोग फसल में फास्फोरस की पूर्ति के लिए किया जाता है। इसके उपयोग से जड़ की वृद्धि अच्छी होती है और पौधे की बढ़वार में सहायता मिलती है।

  • मैग्नीशियम सल्फेट: मिर्च की फसल में मेग्नेशियम सल्फेट के प्रयोग से हरियाली बढ़ती है एवं प्रकाश संश्लेषण की क्रिया में तेज़ी आती है। अंततः उच्च पैदावार और फसल की गुणवत्ता बढ़ती है।

  • सूक्ष्म पोषक तत्व: यह मिर्च के पौधे में प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया सुगम करता है। फसल के उत्पादन को बढ़ाने एवं मिट्टी के स्वास्थ्य को बेहतर करने में मदद करता है।

  • कैल्शियम नाइट्रेट: फसल के उत्पादन को बढ़ाने में यह सहायता करता है। पौधों के भीतर विषाक्त रसायनों को निष्क्रिय करने में सहायता करता है।

  • बताये गए सभी पोषक तत्व का उपयोग मिट्टी में मिलाकर करें और उपयोग के बाद हल्की सिंचाई अवश्य करें।

फसल की बुआई के साथ ही अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।

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मध्य प्रदेश समेत देश के कई राज्यों में मानसून की भारी बारिश की संभावना

weather forecast

मानसून की रेखा अब उत्तर भारत की तरफ सरकने लगेगी। 17 जुलाई को बिहार तथा उत्तर प्रदेश के तराई वाले जिलों में बारिश की शुरुआत होगी। 18 जुलाई से पश्चिम बंगाल, बिहार झारखंड, उत्तरप्रदेश व मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़, राजस्थान दिल्ली , पंजाब और हरियाणा के साथ-साथ उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की संभावना।

वीडियो स्रोत: स्काईमेट वेदर

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सस्ते में मिल जायेगी रॉयल एनफील्ड की बुलेट बाइक, होगी 1 लाख की बचत

Royal Enfield's Bullet Bike will be available cheaply

रॉयल एन्फील्ड की बुलेट बाइक खरीदने की चाहत हर किसी की होती है। इसकी कीमत वर्तमान में 1.61 लाख रुपये है पर आप इसे महज 45 हजार रुपये में खरीद सकते हैं। 45 हजार रुपये में आपको बहुत अच्छी अवस्था वाली सेकंड हैंड बुलेट मिल सकती है।

ऐसे कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जहाँ पुरानी अच्छी अवस्था वाली बाइकें जम कर बिकती रही हैं। इनमें एक प्लेटफार्म है ओएलएक्स जहाँ इस समय पुरानी सेकंड हैंड बुलेट महज 45000 रुपये में मिल जाएगी। रॉयल एनफील्ड की बाइक आपको ओएलएक्स के बाइक सेक्शन में जाने पर दिख जायेगी।

इस सेक्शन में आपको बाइक कितनी पुरानी है, इसका क्या मॉडल है, इंजन कैसी है, कितने किलोमीटर चल चुकी है जैसी सभी जानकारियां तस्वीरों समेत मिल जायेगी।

बता दें की नई रॉयल एनफील्ड बुलेट 350 की कीमत वर्तमान में 1,61,385 रुपये, रॉयल एनफील्ड बुलेट 350 ईएस की कीमत 1,77,342 रुपये, रॉयल एनफील्ड क्लासिक 350 (डुअल- एसबीएस) की कीमत 2,05,004 रुपये, रॉयल एनफील्ड मीटियोर 350 की कीमत 2,08,751 रुपये, रॉयल एनफील्ड मीटियोर 350 (स्टेलर) की कीमत 2,15,023 रुपये और रॉयल एनफील्ड मीटियोर 350 (सुपरनोवा) की कीमत 2,25,478 रुपये है।

स्रोत: गुड रिटर्न्स डॉट इन

ये भी पढ़ें: 70000 रुपये तक में आने वाली ये 5 बाइक हैं आपकी बजट के अनुकूल

ये भी पढ़ें: कम दाम में आ जायेंगे बेहतरीन क्वालिटी वाले ये स्मार्ट मोबाइल फ़ोन

आपकी जरूरतों से जुड़ी ऐसी ही अन्य महत्वपूर्ण सूचनाओं के लिए प्रतिदिन पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख और अपनी कृषि समस्याओं की तस्वीरें समुदाय सेक्शन में पोस्ट कर प्राप्त करें कृषि विशेषज्ञों की सलाह।

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16 जुलाई को इंदौर मंडी में क्या रहे प्याज के भाव?

What were the prices of onions in Indore's mandi today

वीडियो के माध्यम से जानें आज यानी 16 जुलाई के दिन इंदौर के मंडी में क्या रहे प्याज के मंडी भाव?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

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कम लागत में बेहतर दूध उत्पादन में मददगार होगा ये चारा

Bajra-Napier Hybrid Grass

हरा चारा ना मिल पाने से पशुओं के प्रजनन, स्वास्थ्य और दुग्ध उत्पादन क्षमता पर बुरा असर पड़ता है। हरे चारे की इसी कमी को दूर करने के लिए भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान ने किसानों के लिए एक खास किस्म का घास विकसित किया है। इस घास को बाजरा व नेपियर को मिक्स कर तैयार किया गया है। इस घास का नाम बाजरा-नेपियार हाइब्रिड घास रखा गया है।

इस घास के सेवन से पशुओं के दूध उत्पादन क्षमता में वृद्धि होती है और यह करीब आधे से एक लीटर तक बढ़ जाता है। गर्मियों के मौसम में हरे चारे की काफी कमी होती है, इस कमी को बीएन घास से काफी हद्द तक दूर किया जा सकता है। बता दें की किसान इस घास को एक बार लगाने के बाद कई बार काट सकते हैं।

स्रोत: टीवी 9 भारतवर्ष

ये भी पढ़ें: पशुधन बीमा योजना से किसानों को मिलेगा लाभ, मवेशी की मौत पर सरकार देगी पैसा

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टमाटर में अगेती झुलसा रोग से होगा नुकसान, ऐसे करें रोकथाम

How to prevent early blight disease in tomato crop
  • यह रोग आल्टरनेरिया सोलेनाई नामक फफूंदी के कारण लगता है।

  • इस रोग के शुरूआती लक्षणों में पत्तों के ऊपर गोल गहरे भूरे रंग के धब्बे बनते हैं।

  • रोग के बढ़ने पर, तने पर पहले अंडाकार तथा फिर बेलनाकार से धब्बे बनते हैं।

  • पत्तियों पर गोल अंडाकार या सकेंद्रिय धब्बे बन जाते हैं जो भूरे रंग के होते हैं।

  • धब्बों का आकार धीरे-धीरे बढ़ने लगता है जो बाद में पूरी पत्ती को ढक लेता है और पत्तियां पीली पड़ जाती है। पौधे को इससे बहुत नुकसान होता है।

  • इस रोग के रोकथाम के लिए मैनकोज़ेब 75% WP@ 600 ग्राम/एकड़ या कार्बेन्डाजिम 12% + मैनकोज़ेब 63% @ 300 ग्राम/एकड़ या थायोफिनेट मिथाइल 70% W/W @ 300 ग्राम/एकड़ या क्लोरोथालोनिल 75% WP@ 400 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।

  • जैविक उपचार के रूप में ट्रायकोडर्मा विरिडी @ 500 ग्राम/एकड़ या स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस @ 250 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।

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कल से मध्य प्रदेश का लगभग सभी जिलों में बारिश बढ़ेगी, जानें मौसम पूर्वानुमान

Madhya Pradesh Weather Update

मध्य भारत के कई क्षेत्रों में मानसून की वर्षा होने की संभावना है। 17 जुलाई से मानसून पूर्वी भारत में सक्रिय होने लगेगा तथा 18,19 और 20 जुलाई को बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, दिल्ली पंजाब हरियाणा, राजस्थान तथा गुजरात में अच्छी बारिश शुरू हो सकती है।

वीडियो स्रोत: स्काईमेट वेदर

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15 जुलाई को मध्य प्रदेश की मंडियों में क्या रहे अलग अलग फसलों के भाव

Madhya pradesh Mandi bhaw

मंडी

फसल

न्यूनतम

अधिकतम

मॉडल

हरसूद

सोयाबीन

5200

7433

7291

हरसूद

तूवर

3000

3301

3301

हरसूद

चना

3900

4001

4001

हरसूद

मूंग

6100

6250

6176

रतलाम _(नामली मंडी)

गेहूँ लोकवन

1900

1900

1900

रतलाम _(नामली मंडी)

यलो सोयाबीन

6500

7801

7350

रतलाम

गेहूँ शरबती

2350

2980

2780

रतलाम

गेहूँ लोकवन

1800

2170

1910

रतलाम

इटालियन चना

4000

4702

4551

रतलाम

विशाल चना

3800

4700

4414

रतलाम

डॉलर चना

4500

8000

7000

रतलाम

यलो सोयाबीन

6800

7650

7315

रतलाम

मेथी

5701

5701

5701

रतलाम

मटर

3000

8650

7408

रतलाम _(सेलाना मंडी)

सोयाबीन

7300

7800

7550

रतलाम _(सेलाना मंडी)

गेहूँ

1601

2225

1913

रतलाम _(सेलाना मंडी)

चना

3860

4536

4198

रतलाम _(सेलाना मंडी)

मटर

3401

4341

3871

रतलाम _(सेलाना मंडी)

मसूर

3401

3401

3401

रतलाम _(सेलाना मंडी)

मेधी दाना

6280

6280

6280

रतलाम _(नामली मंडी)

लहसून

1500

10113

6000

रतलाम_एपीएमसी

प्याज

712

1950

1410

रतलाम_एपीएमसी

लहसून

1100

8000

4250

रतलाम _(सेलाना मंडी)

प्याज

600

1850

1225

रतलाम _(सेलाना मंडी)

लहसून

1300

8780

5040

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी फसल की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

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