कई राज्यों में अच्छी बारिश की है संभावना, देखें कहाँ कहाँ होगी बर्षा?

know the weather forecast,

एक नया पश्चिमी विक्षोभ इस समय पहाड़ी राज्यों में भारी हिमपात दे रहा है। पंजाब हरियाणा तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के उत्तरी जिलों में वर्षा होगी। दिल्ली और उसके आसपास बादल छाए रहेंगे तथा हल्की वर्षा हो सकती है। समुद्री तूफान जवाद कमजोर हो गया है परंतु पूर्वोत्तर राज्यों सहित पश्चिम बंगाल और उड़ीसा में बारिश जारी रहेगी। दक्षिण भारत में एक बार उत्तर-पूर्वी मानसून फिर सक्रिय हो सकता है।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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कैसा रहेगा प्याज भाव, देखें इंदौर मंडी की साप्ताहिक समीक्षा

Indore onion Mandi Bhaw,

पिछले हफ्ते इंदौर मंडी में प्याज के भाव की साप्ताहिक समीक्षा वीडियो के माध्यम से देखें और जानें आने वाले दिनों में प्याज भाव कैसा रह सकता है?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

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अगले हफ्ते किन फसलों के भाव में आ सकती है तेजी, देखें विशेषज्ञ समीक्षा

The prices of which crops may increase next week, see expert review

वीडियो के माध्यम से जानें आने वाले दिनों में किस फसल के भाव में आ सकती है तेजी।

वीडियो स्रोत: मार्केट टाइम्स टीवी

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प्याज की फसल में कंद बनते समय ऐसे करें पोषण प्रबंधन

Nutritional management at the time of tuber formation in onion crop
  • बुआई पश्चात अंकुरण अवस्था के बाद जब तक 3 पत्ती नहीं निकलती, तब तक फसल जमीन के ऊपर और मिट्टी में धीरे-धीरे बढ़ती है।

  • एक बार 3 पत्ती निकलने के बाद, फसल का विकास तेज हो जाता है। यह विकास जमीन के अंदर होता है।

  • पौधे प्रकाश संश्लेषण की गतिविधि को बढ़ाने के लिए और बड़े पत्तों को बढ़ाने व बेहतर बल्ब विकास के लिए आवश्यक पदार्थों का भंडारण करने लगते हैं।

  • इस स्तर पर पौधों में पोषण प्रबंधन बल्ब के गठन, फसल के विकास और अंतिम पैदावार की शुरुआत के लिए महत्वपूर्ण है।

  • कैल्शियम नाइट्रेट@ 10 किलो/एकड़ + पोटाश@ 25 किलो/एकड़ की दर से मिट्टी उपचार के रूप में उपयोग करें।

  • रोपाई के 100 दिन बाद पैक्लोब्यूट्राजोल 40% SC@ 30 मिली/एकड़ की दर से छिड़काव करें।

फसल की बुआई के साथ ही अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।

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रबी की फसल में अच्छे उत्पादन के लिए तापमान नियंत्रण के उपाय

Temperature Control Measures for Good Production in Rabi Crop
  • आइये जानते हैं अच्छी फसल उत्पादन के लिए तापमान (कम होने की दशा में) नियंत्रण के क्या क्या उपाय उपयोग किये जा सकते हैं।

  • खेतों की सिंचाई जरूरी: जब भी तापमान कम होने की संभावना हो या मौसम पूर्वानुमान विभाग से पाले की चेतावनी दी गई हो तो फसल में हल्की सिंचाई देनी चाहिए। जिससे तापमान 0 डिग्री सेल्सियस से नीचे नहीं गिरेगा और फसलों को तापमान कम से होने वाले नुकसान से बचाया जा सकता है सिंचाई करने से 0.5 – 2 डिग्री सेल्सियस तक तापमान में बढ़ोतरी हो जाती हैं।

  • पौधों को ढकें: तापमान कम होने का सबसे अधिक नुकसान नर्सरी में होता है। नर्सरी में पौधों को रात में प्लास्टिक की चादर से ढकने की सलाह दी जाती है। ऐसा करने से प्लास्टिक के अंदर का तापमान 2-3 डिग्री सेल्सियस बढ़ जाता है। जिससे सतह का तापमान जमाव बिंदु तक नहीं पहुंच पाता। पॉलीथिन की जगह पर पुआल का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। पौधों को ढकते समय इस बात का ध्यान जरूर रखें कि पौधों का दक्षिण पूर्वी भाग में खुला रहे, ताकि पौधों को सुबह व दोपहर को धूप मिलती रहे।

  • वायु अवरोधक: ये अवरोधक शीत लहरों की तीव्रता को कम करके फसल को होने वाले नुकसान से बचाते हैं। इसके लिए खेत के चारों ओर ऐसी फसलों की बुवाई करनी चाहिए जिससे की हवा को कुछ हद तक रोका जा सके जैसे चने के खेत में मक्का की बुवाई करनी चाहिए। फलवृक्षों की पौध को पाले से बचाने के लिए पुआल या किसी अन्य वस्तु से धूप आने वाली दिशा को छोड़कर ढक देना चाहिए।

  • खेत के पास धुंआ करें: तापमान नियंत्रण के लिए आप अपने खेत में धुंआ पैदा कर दें, जिससे तापमान जमाव बिंदु तक नहीं गिर पाता और फसलों को नुकसान से बचाया जा सकता है।

  • पाले से बचाव के लिए स्यूडोमोनास का छिड़काव 500 ग्राम प्रति एकड़ के हिसाब करें।

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तूफानी प्रभाव से कई राज्यों में भारी वर्षा, पहाड़ों पर होगी भारी बर्फबारी

Jawad storm will cause heavy rain

समुद्री तूफान जवाद ओडिशा के तट के पास पहुंच चुका है। उड़ीसा तथा पश्चिम बंगाल में भारी वर्षा की संभावना। पूर्वोत्तर राज्यों में भी बढ़ेगी वर्षा। सशक्त पश्चिमी विक्षोभ पहाड़ों पर भारी हिमपात देगा। उत्तर भारत में बारिश की संभावना बन रही है।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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इंदौर मंडी में 4 दिसंबर को प्याज भाव में दिखी कितनी तेजी?

Indore onion Mandi Bhaw

वीडियो के माध्यम से जानें आज यानी 4 दिसंबर के दिन इंदौर के मंडी में क्या रहे प्याज के मंडी भाव?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

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सोयाबीन में तेजी का दौर, देखें मंदसौर मंडी में 4 दिसंबर को क्या रहे भाव?

Mandsaur Mandi Soybean Rate,

सोयाबीन भाव में आज कितनी तेजी या मंदी देखने को मिली? वीडियो के माध्यम से देखें की आज मध्य प्रदेश के मंदसौर मंडी में कैसा चल रहा है सोयाबीन का भाव !

स्रोत: यूट्यूब

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4 दिसंबर को लहसुन भाव में दिखी कितनी तेजी, देखें मंदसौर मंडी का हाल

Mandsaur garlic Mandi bhaw,

वीडियो के माध्यम से देखें, मध्य प्रदेश के मंदसौर मंडी में आज क्या रहे लहसुन के भाव?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

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आलू की फसल में ऐसे करें रस चूसक कीटों का प्रबंधन

Management of sucking pests in potato crop
  • आलू की फसल में रस चूसक कीटों के कारण भारी नुकसान होता है, साथ ही फसल की गुणवत्ता पर भी प्रतिकूल असर होता है। आलू की फसल में मुख्यतः माहू, हरा तेला तथा चेपा, सफ़ेद मक्खी, मकड़ी आदि का प्रकोप होता है। समय रहते इन कीटों पर नियंत्रण करना आवश्यक है।

  • माहू, हरा तेला: इसके शिशु एवं वयस्क पत्तियों का रस चूस कर पौधों को नुकसान पहुंचाते हैं।

  • चेपा: यह अति सूक्ष्म कीट काले अथवा पीले रंग के होते हैं। इनके वयस्क तथा शिशु पत्तियों को खुरचकर पत्तियों से रस चूसते हैं।

  • सफ़ेद मक्खी: यह आकार में छोटे एवं सफेद रंग के होते हैं जो पत्तियों का रस चूसते हैं। इससे पौधों के विकास में बाधा आती है। सफ़ेद मक्खी विषाणु के लिए वाहक का कार्य करती है।

  • माहू, हरा तेला, चेपा, सफ़ेद मक्खी के प्रबंधन के लिए थियामेथोक्सम 25% WP 100 ग्राम या एसीफेट 75% एसपी 300 ग्राम/एकड़ या ऐसिटामिप्रिड 20% एसपी 100 ग्राम या डाइफेंथियूरॉन 50% WP 250 ग्राम प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें।

  • मकड़ी: पत्तियाँ लाल-भूरे रंग की होकर मुरझा कर सूख जाती हैं। इसके नियंत्रण के लिए प्रॉपरजाइट 57% ईसी 400 मिली या एथिओन 50% ईसी 600 मिली या सल्फर 80% डब्ल्यूडीजी 500 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।

  • आलू के खेतों में प्रति एकड़ 10 येलो स्टिकी ट्रैप लगाकर भी फसल को रस-चूसक कीटों के प्रकोप से बचाया जा सकता है।

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