वीडियो के माध्यम से जानें आज यानी 14 फरवरी के दिन इंदौर के मंडी में क्या रहे प्याज के मंडी भाव?
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अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।
नमस्कार किसान भाइयों, ग्रामोफ़ोन रेफरल प्रोग्राम के माध्यम से अपने किसान मित्रों को ग्रामोफ़ोन ऐप से जोड़ कर बहुत सारे किसान भाई खूब सारे ग्रामकैश की कमाई कर रहे हैं और फिर इन्हीं ग्रामकैश के साथ आकर्षक छूट के साथ कृषि उत्पादों की खरीदी भी कर रहे हैं। आप सभी किसान भाइयों के इसी जोश को देखते हुए ग्रामोफ़ोन शुरू कर रहा है ‘ग्रामकैश रेफरल रेस’ जिसमे भाग लेकर आप ग्रामकैश की कमाई के साथ साथ कई आकर्षक इनाम भी हर हफ्ते जीत सकते हैं।
‘ग्रामकैश रेफरल रेस’ प्रतियोगिता की शुरुआत 14 फरवरी से हो गई है और यह 28 फरवरी तक चलाई जाएगी। इस प्रतियोगिता में हर हफ्ते ज्यादा से ज्यादा किसान मित्रों को रेफरल प्रक्रिया के माध्यम से ग्रामोफ़ोन ऐप से जोड़ने और सबसे ज्यादा ग्रामकैश जीतने वाले टॉप 5 प्रतिभागी किसान हर हफ्ते बनेंगे विजेता।
गौरतलब है की इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आपको अपने मित्र को अपने ग्रामोफ़ोन ऐप से साझा किये गए रेफरल कोड के माध्यम से ही ऐप डाउनलोड करवाना होगा और फिर उनसे पहली खरीदी करवानी होगी। इस पूरी प्रक्रिया के बाद आपको कुल 150 ग्रामकैश मिलेंगे और आपके माध्यम से जुड़ने वाले किसान मित्र को मिलेंगे 100 ग्रामकैश।
तो देर किस बात की ‘ग्रामकैश रेफरल रेस’ में सबसे आगे रहने के लिए रेफरल प्रक्रिया किसान मित्रों को जोड़ते जाएँ और ज्यादा से ज्यादा ग्रामकैश अर्जित कर ग्रामोफ़ोन ऐप के ‘ग्राम बाजार’ से भारी छूट पर कृषि उत्पादों की खरीदी संग उपहारों की सौगात भी जीतते जाएँ।
महिंद्रा 215 युवराज NXT ट्रैक्टर आपकी कई प्रकार के कृषि कार्यों में मदद करता है और काफी कम दाम में आप इसे खरीद सकते हैं। इस वीडियो में देखें इस ट्रैक्टर से जुड़ी पूरी जानकारी।
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स्मार्ट कृषि और स्मार्ट कृषि उत्पादों व कृषि मशीनरी से संबंधित नई नई जानकारियों के लिए पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।
ग्रामोफ़ोन एप की मदद से स्मार्ट खेती करने वाले किसान अब ग्राम व्यापार के माध्यम से घर बैठे मनपसंद खरीददार को सही रेट पर अपनी उपज बेच रहे हैं। फसल बेचने के लिए किसानों को अपनी फसल की बिक्री सूची बनानी होती है। आइये जानते हैं आखिर यह बिक्री सूची बनाई कैसे जाती है?
ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार पर जाने के बाद आपको मुख्य स्क्रीन पर खरीददार और विक्रेता की सूची नजर आएगी।
व्यापार स्क्रीन के दाहिने-निचले हिस्से में बने + के चिन्ह पर क्लिक कर आप अपनी फसल की बिक्री सूची तैयार कर सकते हैं।
इसके लिए आपको बेची जाने वाली फसल का नाम, मात्रा, भाव, बेचने की तारीखें व गुणवत्ता सम्बन्धी जानकारी दर्ज करनी होगी और आखिर में इसे प्रकाशित करना होगा।
ऐसा करने से आपकी फसल की बिक्री सूची सफलतापूर्वक दर्ज हो जायेगी।
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तो कुछ इस तरह आप बड़ी ही आसानी से अपनी फसल का बिक्री सूची बना सकते हैं। इस सूची को देखकर खरीददार आपको स्वयं सम्पर्क करेंगे और आपसे सौदा तय करने के लिए बात करेंगे।
रबी फसलों की कटाई के बाद जायद मौसम में किसान भाई अपने खेत को खाली छोड़ने के बजाय मूंग फसल बुवाई कर अतिरिक्त आय प्राप्त कर सकते है।
बुवाई के पहले बीज उपचार करने से बीज जनित तथा मृदा जनित बीमारियों को आसानी से नियंत्रित कर फसल अंकुरण को बढ़ाया जा सकता है।
बीज उपचार करने से बीजो में एक समान अंकुरण देखने को मिलता है l
बीज उपचार के तौर पर करमानोवा (कार्बेन्डाजिम 12% + मैंकोजेब 63% डब्ल्यूपी) @ 2.5 ग्राम/किलो बीज की दर से उपयोग करें।
इसके जैविक उपचार के लिए राइजोकेयर (ट्रायकोडर्मा विरिडी) @ 5-10 ग्राम/किलो बीज या मोनास कर्ब (स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस) @ 5-10 ग्राम/किलो बीज की दर से बीज उपचार करें।
कीट प्रकोप से बचाव के लिए रेनो (थायोमेथोक्साम एफएस) @ 4 मिली/किलोग्राम बीज की दर से उपयोग करें l
अंत में बीज को विशेष जैव वाटिका -आर (राइजोबियम कल्चर) @ 5 ग्राम प्रति किलो बीज की दर से बीज उपचार कर बुवाई करें।
अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।
15 और 16 फरवरी के दौरान मध्य प्रदेश के पूर्वी भागों सहित उत्तरी छत्तीसगढ़, दक्षिण पूर्वी उत्तर प्रदेश बिहार और झारखंड में हल्की बे-मौसम बारिश हो सकती है। न्यूनतम तापमान में वृद्धि होने की संभावना है तथा कुछ स्थानों पर बादल गरज सकते हैं।
स्रोत: स्काइमेट वेदर
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देश के सभी घरों में बिजली की सुविधा पहुंचाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार की तरफ से सहज बिजली हर घर योजना (सौभाग्य योजना) आरम्भ की गई थी। इस योजना की शुरुआत 25 सितंबर, 2017 के दिन की गई थी। इस योजना के माध्यम से मुफ्त बिजली कनेक्शन देने के साथ-साथ स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार, जनता की सुरक्षा और संचार के साधन को और बेहतर बनाना है।
इस योजना के अंतर्गत साल 2011 की सामाजिक-आर्थिक जनगणना में शामिल लोग मुफ्त बिजली कनेक्शन प्राप्त कर सकते हैं। इसके साथ ही अगर किसी व्यक्ति का नाम सामाजिक-आर्थिक जनगणना में नहीं है वे सिर्फ 500 रुपये में बिजली का कनेक्शन प्राप्त कर सकते हैं।
स्रोत: पत्रिका
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फसल कटाई के बाद सबसे आवश्यक कार्य अनाज भंडारण का होता है।
वैज्ञानिक विधि द्वारा अनाज भंडारण करने से अनाज को लम्बे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है l प्राय: खाद्यान्नों में लगने वाले कीट कोलिओप्टेरा एवं लेपिडोप्टेरा गण के होते हैं जो भंडारित अनाज में अधिक नमी और तापमान की दशा में अधिक हानि पहुँचाते है।
अनाज भंडारण के समय लगने वाले प्रमुख कीट अनाज का छोटा बेधक, खपड़ा बीटल, आटे का लाल भृंग, दालों का भृंग, अनाज का पतंगा, चावल का पतंगा आदि प्रकार कीट भंडारण के दौरान अनाज को नुकसान पहुंचाते है l
यह सभी कीट भंडारण के दौरान अनाज को खाकर खोखला कर देते है। जिससे उपज का बाजार मूल्य प्रभावित होता है l
इन कीटो से अनाज को सुरक्षित रखने के लिए भंडारण करने के पहले गोदामों की अच्छी प्रकार से साफ-सफाई करें, एवं नीम की पत्तियां जलाकर, भण्डार गृह में धुआँ करें।
अनाज को अच्छी तरह से सुखाकर ही भंडारित करें एवं भंडारित करते समय रसायन ग्रेन गोल्ड 1 एम्पुल प्रति क्विंटल अनाज की दर से उपयोग करें l
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