लहसुन की फसल में 15 दिनों में ऐसे करें फसल प्रबंधन

  • लहसुन की फसल एक कंद वाली फसल है इस वजह से इसमें पोषण प्रबंधन एवं रोग प्रबंधन करना बहुत आवश्यक होता है। 
  • इस समय फसल प्रबंधन करने से लहसुन की फसल में कवकजनित रोगों जैसे जड़ गलन, तना गलन, पीलेपन आदि से फसल की सुरक्षा की जा सकती है। इसके प्रबंधन लिए कार्बेन्डाजिम 12% + मैनकोज़ेब 63% @ 300 ग्राम/एकड़ या हेक्साकोनाज़ोल 5% SC@ 400 मिली/एकड़ दर से छिड़काव करें।
  • लहसुन की फसल लगने वाले रस चुसक कीटों से फसल की रक्षा करने के लिए एसीफेट 75% SP @ 300 ग्राम/एकड़ या जैविक उपचार के रूप में बवेरिया बेसियाना @ 250 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
  • लहसुन की फसल की एक सामान वृद्धि एवं जड़ों के अच्छे बढ़ावार के लिए यूरिया @ 25 किलो/एकड़ + ज़िंक सल्फेट @ 5 किलो/एकड़+ सल्फर 90% @ 10 किलो/एकड़ की दर से मिट्टी में मिलाकर बुआई के बाद 15 दिनों में भुरकाव करें।
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