मक्का की फसल में जिंक की उपयोगिता

  • मक्का की फसल की बेहतर बढवार के लिए एवं अच्छी उपज के लिए जिंक की आवश्यकता होती है। यह पोषक तत्व पौधे भूमि (मिट्टी) से प्राप्त करते हैं। 
  • ज़िंक मक्का के पौधों के कायिक विकास और प्रजनन क्रियाओं के लिए आवश्यक हार्मोन के संशलेषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। 
  • मक्का में जिंक की कमी से सफेद कली रोग उत्पन्न होता है |
  • पौधों में वृद्धि को निर्धारित करने वाले इंडोल एसिटिक अम्ल नामक हार्मोन के निर्माण में जिंक की अहम भूमिका होती है। 
  • पौधों में विभिन्न धात्विक एंजाइम में उत्प्रेरक के रूप में एवं उपपाचयक की क्रियाओं के लिए यह आवश्यक होता है। 
  • जिंक कमी के लक्षण पौधों की माध्यम पत्तियों पर आते हैं। जिंक की अधिक कमी से नई पत्तियां उजली निकलती हैं। पत्तियों की शिराओं के मध्य सफेद धब्बे दिखाई देते हैं |
  • जिंक का पौधों में प्रोटीन संशलेष्ण तथा जल अवशोषण में अप्रत्यक्ष रूप में भाग लेना
  • पौधों के आनुवांशिक पदार्थ राइबोन्यूक्लिक अमल के निर्माण में भी इसकी भागीदारी निश्चित करता है।
Share

See all tips >>