मूंग की फसल में चूर्णिल आसिता रोग की पहचान एवं निवारण के उपाय

मूंग की फसल चूर्णिल आसिता रोग के कारण पत्तियों की ऊपरी सतह पर सफेद पाउडर के समान संरचना दिखाई देती है, जो कि बाद में मटमैले रंग में बदल जाती है। ये सफेद पाउडर तेजी से बढ़ता है और पत्तियों की ऊपरी सतह पर आवरण के रुप में फैल जाता है। अधिक प्रकोप होने पर यह पत्तियों की निचली सतह को भी ग्रसित करता है। रोग की उग्र अवस्था मे संक्रमित पौधे की पत्तियां पूर्णत: सूख जाती हैं और असमय झड़ने लगती है। मौसम अनुकुल होने पर इस तरह के लक्षण पत्तियों के अलावा शाखाओं एवं फलों पर भी दिखने लगते हैं।

नियंत्रण: रोग रोधी सहनशील बीज किस्मों का चयन करें। जैविक नियंत्रण के लिए कोमबेट (ट्राइकोडर्मा विर्डी) से 8 ग्राम/किलो के हिसाब से बीज को उपचारित करें।

घुलनशील सल्फर को 600 ग्राम/एकड़ या धानुस्टीन (कार्बेन्डाजिम 50% WP) 200 ग्राम/एकड़ या टिल्ट (प्रोपिकोनाज़ोल 25% EC) 200 मिली/एकड़ की दर से 200 लीटर पानी में मिला कर छिड़काव करें।

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