मटर की फसल में माहू की पहचान एवं नियंत्रण के उपाय!

मटर की फसल में माहू कीट के प्रमुख रस चूसक कीट होते हैं। इस कीट के शिशु और प्रौढ़ दोनों ही टहनियों, कोमल पत्तियों, तना एवं पुष्पक्रम से रस चूसते हैं। इससे पत्तियां मुड़ कर विकृत हो जाती हैं और पौधों में बौनापन आ जाता है। यह कीट हनीड्यू स्राव करती हैं जिससे प्रकाश संश्लेषण की क्रिया में बाधा उत्पन्न होती है। पत्तियां पीली पड़कर सूखने लगती हैं।

नियंत्रण के उपाय 

तमिलनाडु एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के अनुसार इस कीट के नियंत्रण के लिए, रोगोर (डाइमेथोएट 30% ईसी) @ 15 मिली +  सिलिकोमैक्स गोल्ड @ 5 मिली + नोवामैक्स @ 30 मिली प्रति 15 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें। 

कृषि क्षेत्र एवं किसानों से सम्बंधित ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। आज की जानकारी पसंद आई हो तो इसे अपने मित्रों के साथ शेयर करना ना भूलें।

Share

See all tips >>