बिना खाद उर्वरक होगी मशरूम की खेती, मिलेगा बंपर मुनाफा

किसान भाइयों मशरूम कवक वर्ग का एक पौधा है। इसका कवक जाल ही इसका फल भाग होता है जिसे मशरूम कहा जाता है। मशरूम की खेती के निम्न लाभ हैं –

👉🏻मशरूम को उगाने में खाद उर्वरक की आवश्यकता नहीं होती है। 

👉🏻इसकी खेती कर किसान, मध्यम वर्ग एवं मजदूर वर्ग के लोग अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत कर सकते हैं। 

👉🏻जिनके पास भूमि की कमी या उपलब्धता नहीं है, उनके लिए मशरूम की खेती सर्वश्रेष्ठ है। 

👉🏻मशरूम की खेती करने में लागत कम एवं उत्पादन ज्यादा प्राप्त होता है। 

👉🏻मशरूम की खेती में अन्य खेती की अपेक्षा जोखिम न के बराबर होती है।  

👉🏻मशरूम की खेती किसी भी मौसम में नियंत्रित वातावरण और तापमान एवं आद्रता में की जा सकती है। 

👉🏻मशरूम को ऐसी जगह भी उगाया जा सकता है जहां सूर्य का प्रकाश ना पहुंचता हो। 

👉🏻मशरूम की खेती में फसल अवशेष उपयोग में लिये जाते है जो आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं। 

👉🏻मशरूम में उपयोगी एवं पौष्टिक पदार्थ होते है और कई प्रोटीनों से भरपूर होता है। 

कृषि क्षेत्र से जुड़ी ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। आज की जानकारी पसंद आई हो तो इसे  शेयर करना ना भूलें।

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