मूंग की फसल में झुलसा रोग की पहचान एवं नियंत्रण के उपाय

  • किसान भाइयों मूंग की फसल में इस रोग में पत्तियों पर गहरे भूरे रंग के धब्बे पड़ जाते हैं, तने पर बने विक्षत धब्बे लंबे दबे हुए एवं बैंगनी-काले रंग के होते हैं। ये धब्बे बाद में आपस में मिल जाते हैं और पूरे तने को चारों और से घेर लेते हैं। फलियों पर लाल या भूरे रंग के अनियमित धब्बे दिखाई देते हैं। रोग की गंभीर अवस्था में तना कमजोर होने लगता है।

  • रासायनिक प्रबधन: करमानोवा (कार्बेन्डाजिम 12% + मैनकोज़ेब 63% डब्ल्यूपी) @ 300 ग्राम या मिल्ड्यू विप (थायोफिनेट मिथाइल 70%डब्ल्यूपी) @ 300 ग्राम या जटायू (क्लोरोथालोनिल 75% डब्ल्यूपी) @ 400 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।   

  • जैविक प्रबधन: जैविक उपचार के रूप में ट्रायकोडर्मा विरिडी @ 500 ग्राम/एकड़ या स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस @ 250 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।

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