आलू की फसल में मिट्टी उपचार से मिलते हैं कई फायदे

  • आलू की फसल में बुवाई के पहले मिट्टी उपचार बहुत आवश्यक हैं।

  • मिट्टी की उर्वरता और पोषक तत्व प्रबंधन रोग मुक्त फसल एवं अच्छी उपज के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। ये फसल की गुणवत्ता पर सीधा प्रभाव डालते हैं।

  • रबी सीजन में आलू की बुवाई के पूर्व मिट्टी में बहुत अधिक नमी होने के कारण कवक जनित रोगों एवं कीटों का बहुत अधिक प्रकोप होता है।

  • कवक जनित रोगों एवं कीटों के निवारण के लिए मिट्टी उपचार कवकनाशी एवं कीटनाशी से किया जाता है।

  • मिट्टी उपचार कवकनाशी एवं कीटनाशी से करने से आलू की फसल में कंद गलन जैसे रोग नहीं लगते है।

  • मिट्टी उपचार के द्वारा आलू में लगने वाले उकठा रोग से भी बचाव हो जाती है।

  • मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी को दूर करने के लिए भी मिट्टी उपचार बहुत आवश्यक है। इसके मुख्य पोषक तत्वों का उपयोग किया जाता है।

  • मिट्टी उपचार करने से मिट्टी की सरचना में सुधार होता है एवं उत्पादन भी काफी हद तक बढ़ जाता है।

कृषि एवं किसानों से सम्बंधित लाभकारी जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।

Share

See all tips >>