किसानों एवं पशुपालकों की आमदनी बढ़ाने व दूध उत्पादन में वृद्धि करने के लिए इस क्षेत्र में भी कई नई तकनीकों का इस्तेमाल किया जाने लगा है। इन्हीं नई तकनीकों में एक है कृत्रिम गर्भाधान की सेक्स सॉर्टेड सीमन तकनीक। इस तकनीक से पशुओं के नस्ल में सुधार होता है और सिर्फ बछियों के जन्म को भी बढ़ावा मिलता है। इस तकनीक का लाभ किसान ज्यादा से ज्यादा ले पाएं इसी उद्देश्य से राजस्थान सरकार ने इस पर अनुदान देने का फैसला किया है।
गौरतलब है की राजस्थान सरकार ने पूरे राज्य में वर्ष 2023-24 में 5 लाख कृत्रिम गर्भाधान करने के लक्ष्य पूर्ती हेतु 36.65 करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया है। इस योजना के अंतर्गत पशुपालन विभाग वर्ष 2023-24 में सेक्स सोर्टेड सीमेन तकनीक के माध्यम से 5 लाख कृत्रिम गर्भाधान करने जा रही है।
वर्तमान में भारत सरकार ने कृत्रिम गर्भाधान हेतु 675 रुपये/डोज की कीमत का निर्धारण किया है। इस राशि पर राजस्थान की सरकार 335 रुपये की सब्सिडी दे रही है। इसका अर्थ ये हुआ की पशुपालकों से इस बाबत सिर्फ 340 रुपये लिए जाएंगे। इस योजना के अंतर्गत राज्य के 25 लाख पशुपालक अपने एक–एक पशु (गाय/भैंस) के लिए कृत्रिम गर्भाधान की इस नई तकनीक सब्सिडी का लाभ ले सकते हैं।
स्रोत: किसान समाधान
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