पानी पौधों के लिए जीवन हैं,जिसकी उचित मात्रा में पूर्ति करना आवश्यक हैं | सोयाबीन की फसल में अधिकांश पानी की पूर्ति वर्षा जल के द्वारा तथा बाकी की पूर्ति सिंचाई के द्वारा की जाती हैं |
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- सामान्यत: सोयाबीन में 3 – 4 सिंचाई की आवश्यकता होती हैं |
- पहली सिंचाई बुवाई के समय या अंकुरण वाली अवस्था पर करना चाहिए |
- दूसरी सिंचाई की आवश्यकता फूल बनते समय तथा तीसरी सिंचाई फली बनते समय करना चाहिए |
- अंतिम सिंचाई फली में दाना बनते समय करना अतिआवश्यक हैं | सोयाबीन में फली एवं फली में दाने बनते समय पानी की अधिक आवश्यकता होती हैं, यदि उस समय पानी नहीं दिया गया तो उत्पादन में कमी हो सकती हैं |
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