क्षति के लक्षण: मिर्च की फसल के लिए रस चूसक कीट “थ्रिप्स एवं मकड़ी” अत्यंत विनाशकारी कीट साबित होती है। यह मिर्च की फसल में पत्तियों, डंठल एवं फल आदि से रस चूसते हैं जिससे पत्तियां ऊपर एवं नीचे की ओर मुड़ जाती हैं। इसके कारण फल भी विकृत हो जाते हैं, जो कुरड़ा मुरड़ा या वायरस रोग का कारण बनते हैं।
नियंत्रण के उपाय: इस कीट के नियंत्रण के लिए, मेओथ्रिन (फेनप्रोपेथ्रिन 30% ईसी) @136 मिली या फॉस्माईट 50 (इथिआन 50% ईसी) @ 600-800 मिली + सिलिकोमैक्स गोल्ड @ 50 मिली + नोवामैक्स (जिब्रेलिक एसिड 0.001% एल) @ 300 मिली , प्रति एकड़ 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।
3 दिन बाद प्रिवेंटल BV, @ 100 ग्राम, प्रति एकड़ 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।
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