किसान खेत की जुताई का काम अक्सर बुवाई के ठीक पहले करते हैं, जबकि खरीफ की फसल के अच्छे उत्पादन के लिए रबी की फसल कटने के तुरंत बाद खेत की गहरी जुताई कर ग्रीष्म ऋतु में खेत को खाली छोड़ना बहुत ही उपयोगी होता है।
ग्रीष्मकालीन जुताई के फायदे –
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गर्मी की जुताई से सूर्य की तेज किरणें भूमि के अन्दर प्रवेश कर जाती हैं, जिससे भूमिगत कीटों के अंडे, प्यूपा, लट एवं वयस्क नष्ट हो जाते हैं।
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फसलों में लगने वाले उखटा, जड़ गलन आदि रोगों के रोगाणु एवं सूत्रकृमि भी इससे नष्ट हो जाते हैं।
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खेत की मिट्टी में ढेले बन जाने से वर्षा जल सोखने की क्षमता बढ़ जाती है। जिससे भूमि में अधिक समय तक नमी बनी रहती है।
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गहरी जुताई से जटिल खरपतवारों से भी मुक्ति पाई जा सकती है।
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गर्मी की जुताई से गोबर की खाद व खेत में उपलब्ध अन्य कार्बनिक पदार्थ भूमि में भली भाँति मिल जाते हैं, जिससे पोषक तत्व शीघ्र ही फसलों को उपलब्ध हो जाते हैं।
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गर्मी की जुताई से पानी द्वारा भूमि कटाव में भारी कमी होती है।
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