आइये जानते हैं बीज उपचार करने की अलग अलग विधियां

बीज उपचार एक प्रमुख प्रक्रिया है, जिसमें पौधों को बीमारियों और कीटों से मुक्त रखने के लिए रसायन, जैव रसायन या ताप से उपचारित किया जाता हैं। पोषक तत्व स्थिरीकरण हेतु जीवाणु कल्चर से भी बीज उपचार किया जाता है। 

बीज उपचार की विधियां

  • भीगा बीज उपचार विधि:

बीज को पॉलीथिन या पक्की फर्श पर फैलाये, हल्का पानी का छिड़काव करें रसायन या जैव रसायन की अनुशंसित मात्रा को बीज के ढेर पर डालकर, उसे दस्ताने पहनकर हल्के हाथों से अच्छी तरह मिलाकर छाया में सुखा कर बुवाई करें।

  • सुखा बीज उपचार विधि:

बीज को एक बर्तन या पॉलीथिन पर रखें। उसमें रसायन या जैव रसायन को अनुशंसित मात्रा को मिलाएं और बर्तन को बंद कर अच्छी तरह हिलाये फिर उपचारित बीज को छांव में सुखाकर बुवाई करें। 

  • स्लरी बीज उपचार विधि:

स्लरी (घोल) बनाने हेतु रसायन या जैव रसायन की अनुशंसित मात्रा को 10 लीटर पानी में किसी टब या बड़े बर्तन में अच्छी तरह मिला लें। इस घोल में बीज को 10 से 15 मिनट तक डालकर रखें, फिर छाया में बीज को सुखाकर बुवाई करें।

  • गर्म पानी बीज उपचार विधि:

सर्वप्रथम धातु के बर्तन में पानी को 52 डिग्री सेंटीग्रेड तक गर्म करें। बीज को 30 मिनट तक उस बर्तन में डालकर छोड़ दें, ध्यान रखे उपरोक्त तापक्रम पूरी प्रक्रिया में बना रहना चाहिए। बीज को छाया में सुखाकर  बुआई करें।

अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।

Share

See all tips >>