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तरबूज़ की फसल में उर्वरक प्रबंधन करने से, पोषण से संबंधित समस्याओं का समाधान होता है एवं उच्च गुणवत्ता वाली उपज प्राप्त होती है।
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बुवाई के पहले खेत जी तैयारी के समय DAP @ 50 किलो + बोरोनेटेड एसएसपी @ 75 किलो + पोटाश @ 75 किलो + जिंक सल्फेट @ 10 किलो + मैग्नीशियम सल्फेट @ 10 किलो प्रति एकड़ के हिसाब से दें।
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बुवाई के समय 20 किलो यूरिया के साथ समृद्धि किट [ट्राइकोडर्मा विरडी (राइज़ोकेयर) 500 ग्राम + एनपीके बैक्टीरिया का संघ (टीम बायो-3) 3 किलो + ZnSB (ताबा जी) 4 किलो + सीवीड एक्स्ट्रैक्ट, ह्यूमिक एसिड, अमीनो एसिड और माइकोराइजा (मैक्समायको ) 2 किलो] प्रति एकड़ की दर से उपयोग करें।
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इस प्रकार उर्वरक प्रबंधन करने से फसल एवं मिट्टी में फास्फोरस, पोटाश, नाइट्रोजन के साथ अन्य उर्वरक एवं पोषक तत्वों की पूर्ति आसानी से हो जाती है।
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