ग्रामोफ़ोन खेती प्लस सेवा की शुरुआत के बाद से ही किसानों के बीच चर्चा का विषय बन गया और किसानों के बीच इस सेवा से जुड़ने के लिए होड़ सी मच गई थी। इस खरीफ सीजन में इस सेवा से सैकड़ों किसान जुड़े और उन्होंने स्मार्ट खेती को अपनाया। किसानों ने खेती प्लस से जुड़कर अपनी फसल से सम्बंधित कृषि कार्यमाला सूची का अच्छे ढंग से उपयोग किया जिसका लाभ उन्हें मिल रहा है।
गौरतलब है की खेती प्लस सेवा के अंतर्गत किसानों को अपनी इच्छित फसल की कार्यमाला सूची दी जाती है जिसमे पूरे फसल चक्र के दौरान की जाने वाली कृषि कार्यों को दर्ज किया गया है। इस सूची में किस वक़्त कौन से कीट का प्रकोप हो सकता है या फिर किस फसल अवस्था में कौन से उर्वरक दिए जाने चाहिए साथ ही कब कब सिंचाई की जानी चाहिए जैसी सभी बातें इस कार्यमाला में दर्ज हैं।
इस कार्यमाला को वरिष्ठ कृषि विशेषज्ञों की टीम द्वारा बनाया गया है। कार्यमाला के आधार पर खेती करने से किसानों को खेती में कम खर्च और ज्यादा मुनाफा होता है। खेती प्लस सेवा के इन फायदों को देखते हुए किसान रबी फसलों की बुआई से पहले ही इस सेवा की बुकिंग करवा रहे हैं। आप भी इस सेवा के लिए अपनी बुकिंग करवा सकते हैं।