पत्ता गोभी की फसल में पत्ते खाने वाली इल्ली का हुआ प्रकोप, जानें नियंत्रण के उपाय

  • इस कीट की इल्लियाँ, पत्तों के हरे पदार्थ को खाकर नुकसान पहुंचाती है तथा खाई गई जगह पर केवल सफेद झिल्ली रह जाती है जो बाद में छेदों में बदल जाती है।

  • इस इल्ली को डायमण्ड बैक मोथ के नाम से जानते हैं और इसके अंडे सफ़ेद-पीले रंग के होते हैं।

  • इस कीट की इल्लियाँ 7-12 मिमी लंबी होती है साथ ही इसके पूरे शरीर पर बारीक रोयें भी होते हैं।

  • इसके वयस्क 8-10 मिमी लम्बे, मटमैले रंग के या हल्के भूरे रंग के होते हैं। इनके पीठ पर हीरे नुमा चमकीले धब्बे भी होते हैं।

  • वयस्क मादा पत्तियों पर एक एक कर या समूह में अंडे देती है। छोटी हरी इल्लियाँ, अंडों से निकलने के बाद, पत्तियों की बाहरी परत को खाकर छेद कर देती हैं।

  • इसका अधिक आक्रमण होने पर इल्लियाँ पत्तियों को खाकर जालेनुमा आकार छोड़ती है।

  • इसके नियंत्रण के लिए इमामेक्टिन बेंजोएट 5% SG@ 100 ग्राम/एकड़ या क्लोरानट्रानिलीप्रोल 18.5% SC @ 60 मिली/एकड़ या नोवालूरान 5.25% + इमामेक्टिन बेंजोएट 0.9% SC@ 600 मिली/एकड़ की दर से छिड़काव करें।

  • जैविक नियंत्रण के रूप में हर छिड़काव के साथ बवेरिया बेसियाना @ 500 ग्राम/एकड़ का उपयोग करें।

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