धान की नर्सरी की 15-20 दिनों की अवस्था में करें ये जरूरी छिड़काव

  • धान की नर्सरी में बुआई के बाद 15-20 दिनों की अवस्था में छिड़काव करना बहुत आवश्यक होता है।

  • इस छिड़काव के कारण तना गलन, जड़ गलन जैसे रोग धान की फसल में आक्रमण नहीं करते हैं।

  • धान की नर्सरी में प्रारंभिक अवस्था में लगने वाले कीटों का आसानी से नियंत्रण किया जा सकता है।

  • धान की नर्सरी की इस अवस्था में इन उत्पादों का उपयोग बहुत लाभकारी होता है।

  • नर्सरी की 15-20 दिनों की अवस्था में उपचार: इस समय पौधा नर्सरी मे अंकुरण की प्रारभिक अवस्था में रहता है। इस अवस्था में दो प्रकार से छिड़काव किया जा सकता है।

  • कीटों के प्रकोप से बचने के लिए फिप्रोनिल 5% SC 30 मिली/पंप या बवेरिया @ 50 ग्राम/पंप की दर से छिड़काव करें। कवक जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए कार्बेन्डाजिम 12% + मैनकोज़ेब 63% @ 30 ग्राम/पंप या स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस + ट्राइकोडर्मा @ 25 + 50 ग्राम/पंप की दर से छिड़काव करें। नर्सरी की अच्छी बढ़वार के लिए ह्यूमिक एसिड @ 10 ग्राम/पंप की दर से छिड़काव करें।

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