मिट्टी में pH की कमी एवं अधिकता के कारण एवं इनसे फसलों को होने वाले नुकसान

  • pH कम होने का कारण: अधिक वर्षा के कारण मिट्टी की ऊपरी सतह से क्षारीय तत्व जैसे कैल्शियम, मैग्नीशियम आदि पानी में बह जाते हैं जिसके कारण मिट्टी का पी. एच. मान 6.5 से कम हो जाता है। ऐसी भूमि को हम अम्लीय भूमि कहते हैं।

  • pH की अधिकता का कारण: वैसी मिट्टी जिसमें क्षार तथा लवण उच्च मात्रा में पाए जाते हैं। यह लवण भूरे-श्वेत रंग के रूप में मिट्टी पर जमा हो जाते हैं। इस प्रकार की मिट्टी पूर्णतया अनुपजाऊ एवं ऊसर होती हैं जिसके कारण मिट्टी का पी. एच. मान 7.5 से ज्यादा हो जाता है। इस प्रकार की मिट्टी क्षारीय कहलाती है। मिट्टी में कैल्शियम एवं मैग्नीशियम उर्वरकों के अधिक उपयोग के कारण मिट्टी का pH अधिक हो जाता है जिसके कारण मिट्टी में उर्वरक एवं पोषक तत्वों की उपलब्धता में कमी आ जाती है।

  • pH मान में कमी के कारण पौधों की जड़ों की समान्य वृद्धि रुक जाती है, जिसके कारण जड़ें छोटी, मोटी और इकट्ठी रह जाती हैं। भूमि में मैगनीज और आयरन की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे पौधे कई प्रकार की बीमारियों से ग्रस्त हो जाते हैं। इसके कारण फास्फोरस व मोलिब्डेनम की घुलनशीलता कम हो जाती है, पौधों को इसकी उपलब्धता कम हो जाती है, पौधे के लिए आवश्यक पोषक तत्वों में असंतुलन आ जाता है और इन सब की वजह से पैदावार कम हो जाती है।

स्मार्ट कृषि एवं उन्नत कृषि उत्पादों से सम्बंधित ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। उन्नत कृषि उत्पादों व यंत्रों की खरीदी के लिए ग्रामोफ़ोन के बाजार विकल्प पर जाना ना भूलें।

Share

See all tips >>