किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी, इस राज्य में शुरू होगी एमएसपी पर धान की खरीदी

purchase of paddy will start in this state at MSP

रबी फसलों की कटाई के बाद अब सभी किसान अपने फसलों की जल्द से जल्द बिक्री करना चाहते हैं। सरकार की तरफ से अलग अलग फसलों के लिए एमएसपी का निर्धारण भी किया जा रहा है इसी कड़ी में मध्य प्रदेश में आज से एमएसपी पर धान की खरीदी शुरू होने वाली है। एमएसपी पर धान की खरीदी 2 दिसंबर 2024 से 20 जनवरी 2025 तक की जायेगी।

अगर बात धान के समर्धन मूल्य यानी एमएसपी की करें तो मध्य प्रदेश में इस बार धान के लिए दो समर्थन मूल्य निर्धारित किए गए हैं। इनमें सामान्य धान का मूल्य 2300 रुपए है वहीं ग्रेड-ए की धान का मूल्य 2320 रुपए निर्धारित किया गया है। यहाँ इस बात का ध्यान रखें की धान खरीदी का पैसा कृषक पंजीयन के दौरान आधार नम्बर से लिंक करवाए गए बैंक खाते में सीधा ट्रांसफर होगा। बता दें की प्रदेश सरकार ने धान की खरीदी के लिए इस बार पूरे प्रदेश में 1500 से अधिक उपार्जन केंद्र बनाए हैं, ताकि किसानों को फसल बिक्री में किसी परेशानी का सामना ना करना पड़े।

स्रोत: ज़ी न्यूज़

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लहसुन के भाव में तेजी जारी, 34700 रुपये तक पहुंचे उच्च भाव

garlic mandi rate

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं लहसुन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

मध्य प्रदेश की मंडियों में लहसुन के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
शाजापुर आगर लहसुन 500 24100
धार बदनावर औसत 15100 15100
धार बदनावर लहसुन 2000 30000
खंडवा बड़वाह (F&V) औसत 14000 32000
भोपाल भोपाल लहसुन 3400 27800
मन्दसौर दलौदा लहसुन 16752 28000
इंदौर गौतमपुरा लहसुन 12000 26800
होशंगाबाद होशंगाबाद (F&V) लहसुन 10960 15430
सीहोर इछावर (F&V) लहसुन 7800 23000
इंदौर इंदौर औसत 22400 22400
इंदौर इंदौर लहसुन 100 28700
रतलाम जावरा लहसुन 19800 22000
नीमच जावद लहसुन 20001 20001
शाजापुर कालापीपल लहसुन 12000 27640
शाजापुर कालापीपल (F&V) लहसुन 4590 27195
नीमच मनसा लहसुन 9600 28800
मन्दसौर मन्दसौर लहसुन 1000 34700
राजगढ़ नरसिंहगढ़ लहसुन 1200 29500
नीमच नीमच औसत 900 28100
नीमच नीमच लहसुन 12000 28151
मन्दसौर पिपल्या लहसुन 1000 31501
मन्दसौर पिपल्या लहसुन-जैविक 1250 24401
धार राजगढ़ लहसुन 17000 27111
रतलाम रतलाम देसी 15052 27100
रतलाम रतलाम लहसुन 4500 29001
रतलाम सैलाना लहसुन 15000 26901
रतलाम सैलाना(F&V) लहसुन 12900 28000
सीहोर सीहोर लहसुन 2000 27000
शाजापुर शाजापुर लहसुन 1000 29100
मन्दसौर शामगढ़ लहसुन 20000 20000
शाजापुर शुजालपुर देसी 1401 29801
शाजापुर शुजालपुर(F&V) लहसुन 3000 28710
मन्दसौर सीतामऊ (F&V) औसत 16500 28100
मन्दसौर सीतामऊ देसी 17410 25000
मन्दसौर सीतामऊ लहसुन 14100 22700
उज्जैन उज्जैन लहसुन 2800 24211

स्रोत: एगमार्कनेट

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आलू में मिट्टी चढ़ाने के पहले कंद विकास के लिए पोषण प्रबंधन

Nutrient management for tuber development in potato crop

आलू की बुवाई के 20-25 दिन बाद एवं मिट्टी चढ़ाने के पहले, यूरिया 45 किलोग्राम + एमओपी 50 किलोग्राम + कोसावेट (सल्फर 90% डब्ल्यूडीजी) @ 6 किलोग्राम + जिंक सल्फेट @ 5 किलोग्राम + मैग्नीशियम सल्फेट @ 5 किलोग्राम + कैलबोर (बोरॉन 4 + कैल्शियम 11 + मैग्नीशियम 1 + पोटैशियम 1.7 + सल्फर 12 %) @ 5 किलोग्राम, इन सभी को आपस में मिलाकर एक एकड़ के हिसाब से भुरकाव करें।

उपयोग के फायदे 

  • इससे पौधों को आवश्यक पोषक तत्व, सूक्ष्म एवं मुख्य पोषक तत्व मिलता है जो पौध वृद्धि के साथ साथ कंद विकास में भी मदद करता है। 

  • साथ ही प्रकाश संश्लेषण, शर्करा के परिवहन में और कोशिका भित्ति के निर्माण में सहायक होता है।

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आने वाले तीन दिनों तक कैसा रहेगा आपके क्षेत्र का मौसम, देखें मौसम पूर्वानुमान

know the weather forecast,

समुद्री तूफान कमजोर होकर एक डिप्रेशन के रूप में आंतरिक तमिलनाडु के ऊपर बना हुआ है। यह और कमजोर होते हुए केरल को पार करके एक निम्न दबाव के रूप में अरब सागर में पहुंच सकता है। इसके प्रभाव से अगले 24 घंटे के दौरान तमिलनाडु के कई जिलों में तेज बारिश होगी। कर्नाटक और केरल में भी बारिश की गतिविधियां बढ़ जाएगी। 7 से 10 नवंबर के बीच पहाड़ों पर एक अच्छा वेस्टर्न डिस्टरबेंस आएगा जो भारी बर्फबारी दे सकता है। अगले कुछ दिनों के दौरान देश के बाकी भागों का मौसम लगभग शुष्क बना रहेगा। उत्तर दिशा से चलने वाली हवाएं एक बार फिर से सर्दी बढ़ाएंगी।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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आलू की फसल में खरपतवार नियंत्रण कर पाएं बंपर उपज

Weed control in potato crops!

आलू रबी मौसम की मुख्य नकदी फसल है। आलू की जबरदस्त उपज प्राप्ति के लिए इस समय फसल में होने वाले खरपतवारों का नियंत्रण बेहद जरूरी होता है। खरपतवार मुख्य फसल के साथ पोषक तत्वों, पानी, स्थान, प्रकाश के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं। जिस कारण से पौधों में पोषक तत्व की कमी हो जाती है तथा कई प्रकार के कीट एवं बीमारी का भी प्रकोप होता है। 

खरपतवार नियंत्रण 

आलू की फसल जब 15 से 20 दिन (पौधे की उचाई 5 सेमी) की हो जाए तब खरपतवार नियंत्रण के लिए, बैरियर (मेट्रिब्यूजिन 70% डब्ल्यूपी) @ 300 ग्राम प्रति एकड़ 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।

  • यह कई घासों और चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करता है।

  • जड़ों और पत्तियों के माध्यम से कार्य करता है।

  • इसका प्रयोग अंकुरण से पूर्व एवं बुवाई के 15 से 20 दिन बाद, जब पौधे की ऊंचाई 5 सेमी की हो जाये दोनों अनुप्रयोगों के लिए उपयोग किया जा सकता है।

  • व्यापक स्पेक्ट्रम गतिविधि और कम खुराक होने के कारण यह खरपतवारनाशी लागत प्रभावी होता है।

  • बाद की फसलों पर इसका कोई बुरा प्रभाव नहीं होता है।

  • इससे खरपतवार नियंत्रण करके आलू की फसल को खरपतवारो से होने वाले नुकसान से बचाया जा सकता है एवं उत्पादन को भी बढ़ाया जा सकता है।

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