दिन और रात के तापमान शुरू हुई गिरावट, उत्तर भारत में छाया घना कोहरा

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घना कोहरा छाए रहने के कारण पंजाब, हरियाणा, दिल्ली तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश सहित उत्तरी राजस्थान में दिन के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। अब दिन में भी हल्की सर्दी की शुरुआत हो गई है। 23 नवंबर से पहाड़ों पर एक नया वेस्टर्न डिस्टरबेंस आएगा जिसके प्रभाव से वहां बारिश और बर्फबारी शुरू हो सकती है। 27 नवंबर से बर्फीली हवाएं उत्तर और मध्य भारत के तापमान और अधिक गिरा देंगी। दक्षिणी तमिलनाडु और केरल सहित लक्षद्वीप में तेज बारिश की संभावना है।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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पीएम किसान योजना से जोड़ने हेतु अभियान शुरू, खेतों के दस्तावेज-नक्शा भी होंगे दुरुस्त

Rajaswa Maha-Abhiyan

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से देश के करोड़ों किसान लाभ प्राप्त कर रहे हैं। हालांकि कुछ ऐसे भी किसान हैं जो इस योजना के पात्र होने के बावजूद इसका लाभ नहीं ले पा रहे हैं। ऐसे किसानों के लिए मध्य प्रदेश सरकार की तरफ से राजस्व महाअभियान शुरू किया गया है। इस अभियान में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से छूटे किसानों को पुनः योजना से जोड़ने का कार्य किया जाएगा साथ ही साथ राजस्व विभाग से जुड़ी किसानों की अन्य समस्याओं का भी समाधान किया जाएगा।

बता दें की राज्य सरकार ने यह महाअभियान सभी 55 जिलों में 15 नवंबर से शुरू कर दिया है और यह 15 दिसंबर 2024 तक चलेगा। इस अभियान की शुरुआत करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि “नामांतरण व खसरे जैसे राजस्व से संबंधित प्रकरणों के निराकरण के लिए प्रदेशव्यापी राजस्व महा-अभियान 3.0 चलाया जा रहा है। हमने पहले भी इस प्रकार का अभियान चलाया है, पिछले अभियान में 80 लाख मामलों का निपटान किया गया था। इस अभियान के जरिए शेष बचे मामलों का निराकरण भी जल्द से जल्द किया जाएगा।”

स्रोत: किसान तक

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मध्य प्रदेश के मंडियों में क्या चल रहे हैं सरसों के भाव?

Mustard mandi bhaw

सरसों के मंडी भाव में तेजी देखने को मिल रही है। देखिये मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं सरसों के भाव!

मध्य प्रदेश की मंडियों में सरसों के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
भिंड आलमपुर सरसों 5800 5925
अशोकनगर अशोकनगर सरसों 4811 5915
अशोकनगर अशोकनगर सरसों-जैविक 5830 5830
रीवा बैकुंठपुर सरसों(काला) 5300 5400
शिवपुरी बराड़ सरसों 5800 6250
भोपाल बैरसिया पीला (काला) 5360 5360
सागर बीना सरसों 5000 6200
रीवा चाकघाट सरसों 5100 5250
मन्दसौर दलौदा सरसों 5640 5800
दमोह दमोह सरसों 4310 5545
देवास देवास सरसों 5215 5390
विदिशा गंज बासौदा सरसों 4600 6370
विदिशा गंज बासौदा सरसों-जैविक 5000 5300
जबलपुर जबलपुर सरसों 6270 6270
रतलाम जावरा सरसों 5876 5896
कटनी कटनी सरसों 5360 6261
कटनी कटनी सरसों(काला) 5130 5370
सागर खुरई सरसों 5000 6530
राजगढ़ कुरावर सरसों 5100 5150
ग्वालियर लश्कर सरसों(काला) 6000 6100
छतरपुर लवकुशनगर(लौंदी) सरसों 5000 5850
नीमच मनसा सरसों 5700 5860
मन्दसौर मन्दसौर सरसों 4291 6550
भिंड मेहगांव सरसों 5980 5980
शाजापुर नलकेहड़ा सरसों 5665 5665
राजगढ़ नरसिंहगढ़ सरसों 4525 5000
टीकमगढ़ पलेरा सरसों 5200 5350
मुरैना पोरसा सरसों(काला) 5895 5905
रीवा रीवा सरसों(काला) 5390 5528
मुरैना सबलगढ़ सरसों(काला) 5940 6290
सागर सागर सरसों 5300 5730
सतना सतना सरसों 5195 5800
सीहोर सीहोर सरसों 5199 5199
शाजापुर शाजापुर सरसों 4500 5000
मन्दसौर शामगढ़ सरसों 5300 5601
श्योपुर श्योपुरबडोद सरसों 5580 5990
श्योपुर श्योपुरकलां सरसों 4800 6100
शाजापुर शुजालपुर सरसों 4510 4551
विदिशा विदिशा सरसों 5100 5300

स्रोत: एगमार्कनेट

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लहसुन में बढ़िया पौध बढ़वार के लिए जरूर करें ये छिड़काव

For better plant growth in garlic do this spray

लहसुन की फसल में इस अवस्था में अच्छे जड़ों के विकास एवं पौधों की स्वस्थ वृद्धि के लिए, मैक्सरूट (ह्यूमिक एसिड + पोटेशियम + फुलविक एसिड) 10 ग्राम + 19:19:19 @ 75 ग्राम + रीजेंट (फिप्रोनिल 05% एससी) @ 30 मिली, प्रति 15 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।

प्याज एवं लहसुन अनुसंधान निदेशालय के अनुसार 

  • 19:19:19 इसमें नत्रजन, फास्फोरस एवं पोटैशियम तत्व पाया जाता है, जो फसल की इस अवस्था में वानस्पतिक वृद्धि को बढ़ाता है, साथ ही फसल को स्वस्थ बनाता है।

  • मैक्सरूट – इसमें ह्यूमिक एसिड + पोटेशियम + फुलविक एसिड होता है। जो मिट्टी की जल धारण क्षमता एवं सफ़ेद जड़ के विकास में मदद करता है। एवं पौधो को पोषक तत्व ग्रहण करने में मदद करता है।

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दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई क्षेत्रों प्रदूषण का स्तर बढ़ा, देखें अपने क्षेत्र का मौसम पूर्वानुमान

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दिल्ली की हवा अब खतरनाक श्रेणी में पहुंच चुकी है और एयर क्वालिटी इंडेक्स 700 के भी पार चला गया है। अगले कुछ दिनों तक इससे राहत मिलने की संभावना नहीं है। हालांकि हवाएं कुछ रफ्तार पकड़ने वाली हैं जिससे पॉल्यूशन में हल्की कमी आ सकती है। बारिश की अधिक संभावनाएं दिखाई नहीं दे रहीं हैं। दिल्ली सहित उत्तर भारत में घना कोहरा स्थिति को और खराब करेगा परंतु दिन के तापमान गिर जाएंगे।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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लहसुन के भाव में तेजी जारी, 49000 रुपये तक पहुंचे उच्च भाव

garlic mandi rate,

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं लहसुन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

मध्य प्रदेश की मंडियों में लहसुन के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
रतलाम आलोट लहसुन 1100 12701
शाजापुर आगर लहसुन 2700 27400
सीहोर आष्टा लहसुन 15000 28900
भोपाल भोपाल लहसुन 1000 30200
राजगढ़ ब्यावरा लहसुन 10000 10600
मन्दसौर दलौदा लहसुन 4000 39552
इंदौर गौतमपुरा लहसुन 1200 32700
इंदौर इंदौर लहसुन 500 33600
रतलाम जावरा लहसुन 2300 43500
शाजापुर कालापीपल लहसुन 5000 24000
शाजापुर कालापीपल (F&V) लहसुन 4800 33005
नीमच मनसा लहसुन 8001 33800
मन्दसौर मन्दसौर लहसुन 1000 49000
राजगढ़ नरसिंहगढ़ लहसुन 1500 30600
नीमच नीमच औसत 1100 33400
नीमच नीमच लहसुन 10000 38400
मन्दसौर पिपल्या लहसुन 702 35000
रतलाम रतलाम देसी 2600 35600
रतलाम रतलाम लहसुन 500 33300
रतलाम सैलाना देसी 24400 24400
रतलाम सैलाना लहसुन 5099 33401
सीहोर सीहोर लहसुन 500 32900
शाजापुर शाजापुर लहसुन 500 32400
मन्दसौर शामगढ़ लहसुन 10300 34000
शाजापुर शुजालपुर देसी 1000 33002
मन्दसौर सीतामऊ देसी 13610 24000
मन्दसौर सीतामऊ लहसुन 3101 34000
उज्जैन उज्जैन लहसुन 4000 30501

स्रोत: एगमार्कनेट

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मटर की फसल में ऐसे करें पाउडरी मिल्ड्यू का नियंत्रण

Prevention of Powdery Mildew in Pea crop
  • इस रोग के लक्षण सबसे पहले पुरानी पत्तियों पर आते हैं और फिर धीरे धीरे पौधे के अन्य भाग पर दिखाई देते हैं ।

  • इसके कारण मटर की पत्तियों की दोनों सतहों पर पाउडर जमा हो जाता है। इसके बाद कोमल तनों, फली आदि पर चूर्णिल धब्बे बनते हैं। फल या तो लगते नहीं है या छोटे रह जाते हैं।

    रासायनिक उपचार:
    हेक्साकोनाज़ोल 5% SC @ 400 मिली/एकड़ या सल्फर 80% WDG @ 500 ग्राम/एकड़ या टेबुकोनाज़ोल 10% + सल्फर 65% WG@500 ग्राम/एकड़ या मैक्लोबुटानिल 10% WP @ 100 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।

    जैविक उपचार:
    जैविक उपचार के रूप में स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस @ 250 ग्राम की दर छिड़काव करें।

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उत्तर भारत में घना कोहरा, तापमान अभी और अधिक गिरेंगे, दक्षिण भारत में होगी बारिश

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पंजाब, हरियाणा और उत्तरी राजस्थान के कई जिलों में घना कोहरा देखा गया। अब कोहरे की चादर दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक पहुंच सकती है। दिन के तापमान गिरने की संभावना है। मध्य प्रदेश, गुजरात और राजस्थान में गर्मी जारी रहेगी। दक्षिण भारत के अधिकांश राज्यों में बारिश होगी परंतु तेलंगाना का मौसम शुष्क रहेगा।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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चने में बुवाई के 20-25 दिन में जरूर करें ये आवश्यक छिड़काव

Necessary spraying to be done in gram in 20 -25 days after sowing
  • चना भारत की सबसे महत्वपूर्ण दलहनी फसल है। इसका उपयोग मानव उपभोग के साथ-साथ जानवरों को खिलाने के लिए भी किया जाता है। ताजी हरी पत्तियों एवं छोले का उपयोग सब्जी के रूप में किया जाता है और भूसे का उपयोग मवेशियों के लिए एक उत्कृष्ट चारे के रूप में किया जाता है।

  • चने की फसल में बुवाई के 20-25 दिन में फसल को कीट व कवक जनित रोगों से बचाव के लिए पहला छिड़काव कार्बेन्डाजिम 12% + मैंकोजेब 63% 300 ग्राम + प्रोफेनोफॉस 40% + साइपरमेथ्रिन 4% EC 400 मिली प्रति एकड़ की दर से करें।

  • फसल की वानस्पतिक वृद्धि एवं विकास के लिए समुद्री शैवाल 400 ग्राम या जिब्रेलिक अम्ल 0.001% 300 मिली प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें।

  • इन सभी छिड़काव के साथ सिलिकॉन आधारित स्टीकर 5 मिली प्रति 15 लीटर पानी का उपयोग अवश्य करें।

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सब्जी वर्गीय फसलों में मल्चिंग लगाने से मिलते हैं कई फायदें

Benefits of applying mulching in vegetable crops

मल्चिंग एक ऐसी तकनीक है जिसमें फसलों के स्वस्थ विकास को बढ़ावा देने के लिए मिट्टी की सतह को एक मोटी परत से ढक दिया जाता है। यह सब्जी वाली फसलों के स्वस्थ विकास के लिए एक उपयोगी तकनीक है। मल्चिंग के उपयोग से निम्नलिखित लाभ होते हैं:

उन्नत पोषक तत्व प्रतिधारण: मल्चिंग से मिट्टी में पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे वे पौधों को अधिक उपलब्ध होते हैं, जिसके परिणामस्वरूप स्वस्थ और अधिक उत्पादक फसलें प्राप्त होती हैं।

जल संरक्षण: मल्चिंग वाष्पीकरण को कम करके, मिट्टी को अधिक समय तक नम रखने और सिंचाई की आवश्यकता को कम करके पानी के संरक्षण में मदद करता है।

खरपतवार नियंत्रण: मल्चिंग खरपतवार की वृद्धि को कम करता है, एक अवरोध प्रदान करता है जो खरपतवार के अंकुरों को बढ़ने से रोकता है और शाकनाशियों की आवश्यकता को कम करता है।

मृदा अपरदन नियंत्रण: मल्चिंग मिट्टी को एक जगह पर रोककर और मिट्टी पर वर्षा के प्रभाव को कम करके मिट्टी के कटाव को रोकने में मदद करता है।

बेहतर मृदा स्वास्थ्य: मल्चिंग कार्बनिक पदार्थ सामग्री को बढ़ाकर, मिट्टी की संरचना में सुधार, और लाभकारी माइक्रोबियल गतिविधि को बढ़ावा देकर मिट्टी के स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करता है।

फसल उत्पादकता में वृद्धि: मल्चिंग को ऐसा वातावरण प्रदान करके फसल उत्पादकता बढ़ाने के लिए दिखाया गया है जो पौधों की वृद्धि और विकास के लिए अनुकूल है।

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