फूलगोभी की फसल में तंबाकू इल्ली की पहचान एवं नियंत्रण के उपाय

Identification and control of tobacco caterpillar in cauliflower

इस कीट के वयस्क गहरे भूरे रंग के होते हैं, और इनके आगे के पंख पर सफ़ेद धारियां बनी होती हैं जिसके बीच में काले धब्बे होते हैं। इस कीट के वयस्क समूह में अंडे देते हैं जो एक सफ़ेद परत से ढके रहते हैं और एक समूह में 40 से 200 तक अंडे हो सकते हैं। अंडे से निकली इल्ली प्रारंभिक अवस्था में हरे रंग की होती है जो की पत्तियों को खुरच कर खाती है, और बाद में यह इल्ली गहरे हरे या भूरे रंग की हो जाती है। बड़ी अवस्था की इल्लियां, पत्तियों में गोल छेद बना कर खाती हैं, साथ हीं यह गोभी के फूल में ऊपर से घुसकर नुकसान पहुंचाती हैं। 

नियंत्रण: इसके नियंत्रण के लिए इल्लियों का प्रकोप दिखाई देते ही, इमानोवा (इमामेक्टिन बेंजोएट 5% एसजी) @ 100 ग्राम प्रति एकड़ या कोस्को (क्लोरेंट्रानिलिप्रोल 18.50% एससी) @ 20 मिली प्रति एकड़ के दर से छिड़काव करें।

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कई राज्यों में बारिश के बन रहे आसार, देखें अपने क्षेत्र का मौसम पूर्वानुमान

know the weather forecast,

पहाड़ों पर मूसलाधार बारिश हो रही है। अब जल्दी ही बर्फबारी शुरू होगी और गिलगित, बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख, जम्मू कश्मीर सहित हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी की गतिविधियां बढ़ेंगी। 24 घंटे बाद उत्तराखंड में भी बारिश और बर्फबारी दिखाई देगी। पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में बारिश शुरू हो सकती है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी बौछारें गिर सकती हैं। राजस्थान और उत्तरी मध्य प्रदेश में हल्की बारिश के आसार हैं। सिक्किम, भूटान और अरुणाचल प्रदेश में बारिश के साथ बर्फबारी हो सकती है।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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हल्दी और अदरक की खेती पर सरकार दे रही है बंपर सब्सिडी

Integrated Horticulture Development Scheme

केंद्र और राज्य सरकारों की तरफ से कई लाभकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। जिनकी मदद से किसान को खेती करने में आसानी होती है। इसी कड़ी में बिहार सरकार अपने राज्य के किसानों को एकीकृत उद्यान विकास योजना के तहत मदद पहुंचा रही है। इस योजना के अंतर्गत हल्दी, अदरक और जिमीकंद (ओल) की फसल लगाने पर किसानों को बंपर सब्सिडी दी जा रही है।

बिहार सरकार के उद्यान निदेशालय के अनुसार, इस योजना के अंतर्गत राज्य के 12 जिले के किसान आवेदन भर सकते हैं। इस योजना में अररिया, भोजपुर, बक्सर, गोपालगंज, कटिहार, मधेपुरा, मधुबनी, मुंगेर, पूर्णिया, सिवान, सुपौल और सारण जिला शामिल है। योजना में ऑनलाइन आवेदन करने की प्रक्रिया 13 फरवरी 2024 से शुरू हो चुकी है। योजना में शामिल हो कर हल्दी, अदरक और जिमीकंद (ओल) की खेती करने पर आपको 40% से 50% तक की सब्सिडी दी जायेगी। अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट https://horticulture.bihar.gov.in पर जरूर जाएँ।

स्रोत: कृषि जागरण

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मध्य प्रदेश की मंडियों में सोयाबीन के उच्च भाव 4600 रुपए के पार

soybean mandi Bhaw

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं सोयाबीन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

मध्य प्रदेश की मंडियों में सोयाबीन के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
आलीराजपुर आलीराजपुर सोयाबीन 4250 4350
बड़वानी अंजड़ पीला 4010 4010
खरगोन बड़वाह सोयाबीन 3886 3886
खरगोन भीकनगांव सोयाबीन 2571 4428
राजगढ़ ब्यावरा सोयाबीन 4010 4625
खंडवा हरसूद सोयाबीन 4260 4290
राजगढ़ जीरापुर सोयाबीन 4250 4265
आलीराजपुर जोबट सोयाबीन 4300 4400
खरगोन खरगोन सोयाबीन 4100 4300
खंडवा मुंडी सोयाबीन 4150 4150
शाजापुर नलकेहड़ा पीला 4025 4025
छिंदवाड़ा पंधुरना सोयाबीन 4400 4400
झाबुआ पेटलावद सोयाबीन 4400 4405
धार राजगढ़ पीला 4200 4350
बड़वानी सेंधवा सोयाबीन 4300 4300
उज्जैन उज्जैन सोयाबीन 4150 4225

स्रोत: एगमार्कनेट

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रबी सीजन की धान में उगने के बाद ऐसे करें खरपतवारों का खात्मा

Pre-emergence weed management in summer paddy!

धान की फसल में रोग और कीटों के अलावा खरपतवार भी काफी नुकसान पहुंचाते हैं। साथ ही धान की फसल में हानिकारक खरपतवारों के कारण विभिन्न कीट भी आकर्षित होते हैं। इसलिए समय रहते खरपतवारों को नष्ट करना बहुत जरूरी होता है। 

उगने के बाद खरपतवार प्रबंधन:

उगने के बाद खरपतवार प्रबंधन रोपाई के 10 से 12 दिनों के बाद और खरपतवारों के अंकुरण के बाद करना चाहिए। धान की फसल में खरपतवार निकलने के बाद नॉमिनी गोल्ड (बिसपायरीबैक-सोडियम 10% एससी) @ 80-100 मिली प्रति एकड़ 150-200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। बिस्पायरीबैक-सोडियम एक चयनात्मक, उगने के बाद का शाकनाशी है, जो धान में घास और चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों जैसे साँवा, मोथा, भांगरा/भृंगराज को नियंत्रित करता है

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मध्य प्रदेश, राजस्थान समेत कई राज्यों में बारिश के आसार, देखें मौसम पूर्वानुमान

know the weather forecast

पहाड़ों पर बर्फबारी शुरू हो चुकी है, जम्मू कश्मीर में कई स्थानों पर बादल बरसे हैं। अब 19 फरवरी से पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरी राजस्थान और पश्चिम उत्तर प्रदेश में बारिश शुरू हो जाएगी। धीरे-धीरे बारिश की गतिविधियां पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल सहित पूर्वोत्तर राज्यों तक भी पहुंचेंगे। उत्तरी मध्य प्रदेश में भी कल की बारिश हो सकती है। गुजरात में गर्मी बढ़ जाएगी तथा दक्षिण भारत में भी मौसम शुष्क बना रहेगा।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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3 लाख 90 हजार रुपए की सब्सिडी, देसी गाय पालने पर मिलेगा लाभ

Desi Gopalan Protsahan Yojana 2023-24

सरकार किसानों को देसी गाय को पालने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। किसानों के बीच भी देसी गाय पालने को लेकर दिलचस्पी देखी जा रही है। केंद्र और राज्य सरकारें देसी गाय के पालन को बढ़ाने के लिए कई योजनाएं भी चला रही हैं। इसी कड़ी में बिहार सरकार ने भी “देसी गौपालन प्रोत्साहन योजना 2023-24” शुरू कर दी है।

इस योजना की मदद से बिहार के किसान व पशुपालक 40 से 75% तक की सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। इस योजना के पीछे बिहार सरकार का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में दूध के उत्पादन एवं देसी नस्ल की गायों को बढ़ावा देना है।

बता दें की इस योजना के अंतर्गत अधिकतम 20 देसी गायों पर सब्सिडी लिया जा सकता है। ओबीसी/एससी/एसटी वर्ग के किसानों को इसके अंतर्गत 75% वहीं अन्य सभी वर्गों के किसानों को 40% तक की सब्सिडी देने का निर्णय लिया गया है। इस योजना में प्रदेश के सभी वर्ग के भूमिहीन, छोटे, सीमांत व गरीबी रेखा से नीचे के किसान आवेदन कर सकते हैं।

योजना के अंतर्गत दो देसी गायों के साथ डेयरी व्यवसाय शुरू करने वाले ओबीसी वर्ग/एससी/एसटी वर्ग के इच्छुक किसान एक लाख 81 हजार 500 रुपये वहीं अन्य वर्गों के किसान एक लाख 21 हजार रुपये की सब्सिडी के लाभार्थी बनेंगे। अगर चार देसी गाय से डेयरी फार्म की शुरुआत करने पर अति पिछड़ा वर्ग/एससी/एसटी वर्ग के किसानों को 3 लाख 90 हजार रुपये वहीं अन्य वर्गों के किसानों को 2 लाख 60 हजार रुपये की सब्सिडी मिलेगी। योजना का लाभ लेने के लिए ऑफिसियल वेबसाइट dairy.bihar.gov.in पर जाएँ। आवेदन की आखिरी तिथि एक सितंबर ऱखी गई है।

स्रोत: कृषि जागरण

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बारिश, ओलावृष्टि संग तेज हवाएं चलने की संभावना, देखें मौसम पूर्वानुमान

know the weather forecast,

अब पहाड़ों पर पुनः एक बार बर्फबारी शुरू हो जाएगी जो 18 से 20 फरवरी के बीच बहुत ज्यादा तेज हो सकती है। 19 फरवरी से पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में भी बारिश की गतिविधियां शुरू हो जाएंगी। कहीं-कहीं ओलावृष्टि भी हो सकती है और तेज हवाएं भी चल सकती हैं। कई क्षेत्रों में बादलों की गरज चमक भी संभव है। बिहार और पश्चिम बंगाल में 20 या 21 फरवरी से बारिश होगी।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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मध्य प्रदेश की प्रमुख मंडियों में गेहूँ भाव में दिखी कितनी तेजी?

wheat mandi rates

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं गेहूँ के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

मध्य प्रदेश की मंडियों में गेहूँ के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
आलीराजपुर आलीराजपुर मिल गुणवत्ता 2440 2440
सतना अमरपाटन मिल गुणवत्ता 2265 2275
बड़वानी अंजड़ मिल गुणवत्ता 2335 2425
अशोकनगर अशोकनगर शरबती 3244 4275
सीहोर आष्टा अन्य 2253 3701
होशंगाबाद बाबई मिल गुणवत्ता 2100 2400
छतरपुर बड़ामलहेड़ा मिल गुणवत्ता 2285 2488
उज्जैन बड़नगर लोकवन 2400 2490
उज्जैन बड़नगर मिल गुणवत्ता 2460 2460
धार बदनावर लोकवन 2000 3300
धार बदनावर मिल गुणवत्ता 2430 2865
रीवा बैकुंठपुर मिल गुणवत्ता 2225 2260
सागर बामोरा मिल गुणवत्ता 1971 1971
होशंगाबाद बानापुरा स्थानीय 2409 2467
होशंगाबाद बनखेड़ी मिल गुणवत्ता 2410 2520
रायसेन बरेली मिल गुणवत्ता 2176 2370
शाहडोल ब्यौहारी मिल गुणवत्ता 2300 2310
भोपाल बैरसिया मिल गुणवत्ता 2100 2489
भोपाल बैरसिया स्थानीय 2256 2507
बेतुल बेतुल मिल गुणवत्ता 2371 2560
दतिया भांडेर मिल गुणवत्ता 2341 2431
दतिया भांडेर अन्य 2370 2397
भोपाल भोपाल मिल गुणवत्ता 2080 3102
राजगढ़ ब्यावरा मिल गुणवत्ता 2380 2465
छतरपुर बिजावर मिल गुणवत्ता 2195 2300
सागर बीना मिल गुणवत्ता 2251 2460
सागर बीना शरबती 3750 3750
सागर बीना स्थानीय 2650 2990
छिंदवाड़ा चौरई मिल गुणवत्ता 2251 2350
छतरपुर छतरपुर मिल गुणवत्ता 2300 2400
छिंदवाड़ा छिंदवाड़ा स्थानीय 2200 3075
ग्वालियर डबरा अन्य 2400 2500
दतिया दतिया मिल गुणवत्ता 2380 2436
देवास देवास लोकवन 2655 2655
धार धार लोकवन 1822 2982
धार धार मिल गुणवत्ता 2200 3070
विदिशा गंज बासौदा मिल गुणवत्ता 2302 2540
विदिशा गंज बासौदा शरबती 2601 3418
भिंड गोहाद मिल गुणवत्ता 2400 2450
रीवा हनुमना मिल गुणवत्ता 2250 2250
हरदा हरदा मिल गुणवत्ता 2160 2810
खंडवा हरसूद मिल गुणवत्ता 1940 2421
इंदौर इंदौर लोकवन 2100 3023
इंदौर इंदौर मिल गुणवत्ता 2191 2666
जबलपुर जबलपुर मिल गुणवत्ता 1951 2604
सीहोर जावर मिल गुणवत्ता 2252 2740
राजगढ़ जीरापुर मिल गुणवत्ता 2385 2415
शिवपुरी करेरा मिल गुणवत्ता 2276 2282
खरगोन कसरावद मिल गुणवत्ता 2500 2555
कटनी कटनी मिल गुणवत्ता 2150 2540

स्रोत: एगमार्कनेट

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जानें लहसुन की फसल में समय से पहले कंद अंकुरण के कारण

Know the reasons for premature tuber sprouting in the main field in garlic crop

लहसुन की फसल में कभी-कभी बल्ब की परिपक्व होने की अवस्था के शुरुआत में लहसुन के बल्ब खेत में ही अंकुरित होते देखे जाते है, यह स्थिति खासकर के सर्दियों के मौसम में बारिश होने पर या फिर मिट्टी में अधिक नमी होने से एवं नाइट्रोजन की आपूर्ति के कारण होती है। साथ हीं लहसुन में यह समस्या फसल में सामान्य आवश्यकता की तुलना में अधिक बार सिचाई करने से भी होती है। 

इस समस्या से लंबी अवधि की किस्मों की तुलना में कम अवधि वाली किस्में अधिक संवेदनशील होती हैं। बारिश के मौसम में देरी से कटाई करने से कंदों का समय से पहले अंकुरण और फूटना बढ़ जाता है। साथ ही रोपण के समय कलियों में अधिक दूरी होने से एक-एक पौधों द्वारा नाइट्रोजन और पानी का शोषण बढ़ता है जिसके परिणामस्वरूप समय से पहले अंकुरण की समस्या होती है।

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