6 सितंबर को इंदौर मंडी में क्या रहे प्याज के भाव?

onion Mandi Bhaw

वीडियो के माध्यम से जानें आज यानी 6 सितंबर के दिन इंदौर के मंडी में क्या रहे प्याज के मंडी भाव?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

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राजस्थान में किसानों के बीच छा गया ग्रामोफ़ोन एप, रोजाना जुड़ रहे हैं हजारो किसान

Gramophone in Rajasthan

किसानों को हर पल कृषि मदद उपलब्ध करवाने वाला ग्रामोफ़ोन कृषि मित्र एप राजस्थान के किसानों के बीच खूब प्रसिद्ध हो रहा है। कुछ महीने पहले जब ग्रामोफ़ोन ने राजस्थान के लिए भी अपनी डिलीवरी सेवाएं शुरू की तो किसान भाइयों ने इसका स्वागत किया।

बता दें की राजस्थान के बहुत सारे किसान पहले से ग्रामोफ़ोन एप के माध्यम से कृषि विशेषज्ञों से अपने कृषि समस्याओं के समाधान प्राप्त करते थे। पर अब जब राजस्थान में भी ग्रामोफ़ोन की डिलीवरी सेवाएं शुरू कर दी गई हैं तब ग्रामोफ़ोन एप से किसानों के जुड़ने की संख्या बहुत ज्यादा बढ़ गई है।

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मिर्च की फसल में थ्रिप्स एवं मकड़ी का ऐसे करें प्रबंधन

Thrips and mites management in chilli crop

  • मिर्च की फसल में लगने वाला चेपा यानी थ्रिप्स एवं मकड़ी दोनों ही रस चूसक कीट हैं। ये अपने तेज मुखपत्र के साथ मिर्च की फसल की पत्तियों और एवं फूलों का रस चूसते हैं। जिसके फलस्वरूप पत्तियां किनारों से भूरी हो जाती हैं, एवं प्रभावित पौधे की पत्तियां सूखी व मुरझाई हुई दिखाई देती हैं।

  • चेपा के रस चूसने से पत्तियां ऊपर की ओर मुड़ जाती हैं। जबकि मकड़ी के प्रकोप से पत्तियां नीचे की तरफ मुड़ी हुई रहती हैं एवं जाले बनते हुए दिखाई देते हैंl

  • चेपा छोटे एवं कोमल शरीर वाले हल्के पीले रंग के कीट होते हैं, इस कीट का शिशु कीट एवं वयस्क कीट दोनों ही मिर्च की फसल को नुकसान पहुंचाते हैं। यह पत्तियों की ऊपरी सतह पर अधिक मात्रा में एवं पत्तियों की निचली सतह पर भी पाए जाते हैं।

  • मकड़ी कीट छोटे एवं लाल या सफेद रंग के होते हैं जो पत्तियों की निचली सतह पर रहते हैं।

  • इन दोनों के प्रकोप के लक्षण एक ही पौधे पर देखा जाए तो पत्तियां कहीं ऊपर की ओर एवं कहीं नीचे की ओर मुड़ी हुई दिखाई देती हैं।

  • इसके नियंत्रण के लिए क्लोरफेनेपायर 10% SC @ 300 मिली या एबामेक्टिन 1.9% EC @ 150 मिली या प्रॉपरजाइट 57% EC @ 400 मिली + फिप्रोनिल 5% SC @ 400 मिली या स्पिरोमेसिफेन 22.9% SC @ 250 मिली + स्पिनोसेड 45% SC @ 75 मिली प्रति एकड़ छिड़काव करें l

अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।

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मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में तेज बारिश की बन रही है संभावना

Weather Update

दिल्ली सहित उत्तर भारत में में 7 सितंबर से बारिश शुरू होगी। नया निम्न दबाव उड़ीसा से छत्तीसगढ़ महाराष्ट्र, तेलंगाना, मध्य प्रदेश होते हुए पूर्वी गुजरात और राजस्थान के कई भागों में तेज बारिश देगा। मुंबई में भारी बारिश की संभावना दक्षिण भारत में भी अगले दो दिनों तक सक्रिय बना रहेगा मानसून।

स्रोत: स्काईमेट वेदर

मौसम सम्बंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। नीचे दिए गए शेयर बटन को क्लिक कर इस लेख को अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।

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लहसुन के दाम बढ़ने की है उम्मीद, देखें विस्तृत वीडियो

Garlic prices are expected to increase

आने वाले दिनों में लहसुन के दाम बढ़ने की उम्मीद बढ़ रही है। वीडियो के माध्यम से जानें क्या है इस उम्मीद की वजह।

वीडियो स्रोत: मार्केट टाइम्स टीवी

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प्याज भाव में तेजी आएगी या मंदी, जानें विशेषज्ञों का आंकलन

Onion price will rise or fall know the assessment of experts

वीडियो के माध्यम से जानें आने वाले दिनों में प्याज के भाव में तेजी आएगी या मंदी?

वीडियो स्रोत: मार्केट टाइम्स टीवी

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इंदौर में बनेगी एशिया की बेस्ट कृषि मंडी, होगी सभी सुविधाओं से परिपूर्ण

Asia's best agricultural market will be built in Indore

प्रदेश के किसानों की कड़ी मेहनत की वजह से मध्य प्रदेश लगातार कृषि क्षेत्र में नए कीर्तिमान बना रहा है। इसी को देखते हुए अब सरकार ने प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में सभी प्रकार की सुविधाओं से परिपूर्ण स्मार्ट कृषि मंडी बनाने जा रही है।

दरअसल छावनी कृषि उपज मंडी को अब कैलोद गाँव के समीप तकरीबन सौ एकड़ भूमि पर स्थानांतरित करने के निर्णय लिया गया है। इस बाबत रेसीडेंसी कोठी में इंदौर के सांसद श्री शंकर लालवानी, विधायक श्री आकाश विजयवर्गीय, कलेक्टर श्री मनीष सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने गुरूवार को चर्चा की। इसके बाद कैलोद गाँव की प्रस्तावित ज़मीन का निरिक्षण भी किया गया।

बता दें की नई बनाई जा रही यह कृषि उपज मंडी एशिया महादेश की सबसे स्मार्ट मंडी के तर्ज पर बनाई जायेगी। इस मंडी में किसानों व व्यापारियों की आवश्यकता की सभी सुविधाएँ मौजूद रहेंगी रहेंगी।

स्रोत: कृषक जगत

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मध्य प्रदेश के किसान को खेत से मिला हीरा, 2 साल में मिले छह हीरे

Madhya Pradesh farmer got diamond from the field

मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के एक किसान को अपने खेत से बार-बार हीरे मिल रहे हैं। बता दें की यह जमीन किसान ने पट्टे पर ली थी और खुदाई के दौरान इसमें से अच्छी क्वालिटी के 6.47 कैरेट के हीरे मिले हैं। किसान को यह हीरा पहली बार नहीं मिला बल्कि पिछले 2 सालों में उन्हें छह हीरे मिल चुके हैं।

पन्ना जिले के प्रभारी हीरा अधिकारी नूतन जैन ने इस विषय पर बात करते हुए बताया कि “जरुआपुर गांव में शुक्रवार को प्रकाश मजूमदार को यह हीरा मिला है।” उन्होंने आगे कहा कि “6.47 कैरेट के इस हीरे को आगामी नीलामी में बिक्री के लिए रखा जाएगा और कीमत सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार तय की जाएगी। किसान मजूमदार ने कहा कि नीलामी से प्राप्त राशि को वह खनन में लगे अपने चार भागीदारों के साथ शेयर करेंगे।

स्रोत: ज़ी न्यूज़

कृषि क्षेत्र की महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। इस लेख को शेयर बटन के माध्यम से अपने दोस्तों के साथ साझा करें।

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कद्दू वर्गीय फसलों में कुकुम्बर मोज़ेक विषाणु जनित रोगों का प्रबंधन

Management of Cucumber mosaic viral diseases in cucurbits
  • कद्दू वर्गीय फसलों में मोज़ेक विषाणु जनित रोग आम तौर पर सफेद मक्खी तथा एफिड से फैलता है।

  • इस रोग में सामान्यतः पत्तियों पर अनियमित हल्की व गहरी हरी एवं पीली धारियां या धब्बे दिखाई देते हैं।

  • पत्तियों में घुमाव, अवरुद्ध, सिकुड़न एवं पत्तियों की शिराएं गहरी हरी या पीली हल्की हो जाती हैं।

  • पौधा छोटा रह जाता है और फल फूल कम लगते है या झड़ कर गिर जाते हैं।

  • संक्रमित फल अक्सर विकृत और फीके पड़ जाते हैं, छोटे रह जाते हैं और गंभीर रूप से संक्रमित होने पर नगण्य मात्रा में बीज पैदा करते हैं।

  • इस रोग से बचाव के लिए सफेद मक्खी और एफिड को नियंत्रित करना चाहिए।

  • इस प्रकार के कीटों से फसल की रक्षा हेतु 10-15 दिन के अंतराल पर एसिटामिप्रीड 20% SP @ 100 ग्राम या एसीफेट 75% SP @ 300 ग्राम या बायफैनथ्रिन 10% EC @ 300 मिली या डायफैनथीयुरॉन 50% WP @ 250 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।

  • जैविक नियंत्रण के लिए मेट्राजियम @ 1 किलो/एकड़ या बवेरिया बेसियाना 250 ग्राम एकड़ की दर से छिड़काव करें।

अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।

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