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- सेमीलूपर का आक्रमण सोयबीन की फसल पर बहुत अधिक मात्रा में होता है।
- यह सोयाबीन की फसल की कुल उपज में 30-40% तक हानि का कारण बनता है।
- सोयाबीन की फसल के प्रारभिक चरणों से ही इसका आक्रमण शुरू हो जाता है।
- सेमीलूपर का प्रकोप फली एवं फूल पर अधिक होता है।
- सेमीलूपर का प्रकोप आमतौर पर अगस्त के अंत और सितंबर माह के शुरुआत से पहले होता है।
रासायनिक प्रबंधन :
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- प्रोफेनोफोस 40% + सायपरमेथ्रिन 4% EC @ 400 मिलीग्राम/एकड़ या इमामेक्टिन बेंजोएट 5% SG @100 ग्राम/एकड़
- फ्लूबेण्डामाइड 20%WG@ 100 ग्राम/एकड़ या क्लोरानट्रानिलीप्रोल 18.5 % SC@ 60 मिली/एकड़
- लैम्ब्डा साइहेलोथ्रिन 4.9% CS @ 300 मिली/एकड़ या क्युँनालफॉस 25% EC 400मिली/एकड़
जैविक प्रबंधन:
- बवेरिया बेसियाना @250 ग्राम /एकड़ की दर से छिड़काव करें।