Subsidy on Onion Storage House

According to the drawing-design of NHRDF Nasik under the project, provision of 25-50 MT of onion storage house is provided. According to the MIDH Norms, 25 metric tones, the fixed unit cost is Rs. 50% grant on 1.75 lakh maximum amount Rs. 0.875 lakh and 50 metric tones. Estimated unit cost amount 3.50 lakh 50% grant maximum amount Rs. 1.75 lac is payable. The project is applicable in all districts. Farmers of all classes can take advantage. Register for online application and contact Senior Horticulture Development Officer.

Source:- http://www.mphorticulture.gov.in/schemes.php

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Soil and its preparation in Garlic

Soil and its preparation: – Garlic can be grown on various soils. But sandy loam, silly loam and deep friable soils are best suited for Garlic crop. The land is prepared by giving 5-6 ploughings. The optimum pH range is between 5.8 and 6.5. For maintain pH level apply 50 kg gypsum per ha. (According to soil pH Level). Land should be prepared in such a way that the excessive water can be drained out easily and make weed free. Apply the field with 15-20 tones of Well Composed FYM before last ploughing.

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Fertilizer application for Chickpea

चने की फसल दलहनी होने के कारण इसको नाइट्रोजन की कम आवश्यकता होती है क्योंकि चने के पौधों की जड़ों में ग्रन्थियां पाई जाती है। ग्रन्थियों में उपस्थित जीवाणु वातावरण की नाइट्रोजन का जड़ों में स्थिरीकरण करके पौधे की नाइट्रोजन की पूर्ति कर देती है। लेकिन प्रारम्भिक अवस्था में पौधे की जड़ों में ग्रंन्थियों का पूर्ण विकास न होने के कारण पौधे को भूमि से नाइट्रोजन लेनी होती है। अतः नाइट्रोजन की आपूर्ति हेतु 20 कि.ग्रा. नाइट्रोजन प्रति हैक्टेयर की आवश्यकता होती है। इसके साथ 40 कि.ग्रा. फॉस्फोरस प्रति हैक्टेयर की दर से देना चाहिये। नाइट्रोजन की मात्रा यूरिया या डाई अमोनियम फास्फेट (डीएपी) तथा गोबर खाद व कम्पोस्ट खाद द्वारा दी जा सकती है। जबकि फास्फोरस की आपूर्ति सिंगल सुपर फास्फेट या डीएपी या गोबर व कम्पोस्ट खाद द्वारा की जा सकती है। एकीकृत पोषक प्रबन्धन विधि द्वारा पोषक तत्वों की आपूर्ति करना लाभदायक होता है। एक हैक्टेयर क्षेत्र के लिए 2.50 टन गोबर या कस्पोस्ट खाद को भूमि की तैयारी के समय अच्छी प्रकार से मिट्‌टी में मिला देनी चाहिये। बुवाई के समय 22 कि.ग्रा. यूरिया तथा 125 कि.ग्रा. सिंगल सुपर फास्फेट या 44 कि.ग्रा. डीएपी में 5 किलो ग्राम यूरिया मिलाकर प्रति हैक्टेयर की दर से पंक्तियों में देना पर्याप्त रहता है।

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