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शेतकरी बंधूंनो, शेडनेट (सावली घर) ही जाळी किंवा इतर विणलेल्या साहित्यापासून बनलेली एक रचना आहे ज्यामध्ये सूर्यप्रकाश, ओलावा आणि हवा मोकळ्या जागेतून आवश्यकतेनुसार प्रवेश करू शकते. त्यामुळे झाडाच्या वाढीसाठी पोषक वातावरण तयार होते.
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ही वेल औषधी वनस्पती, भाजीपाला आणि वनस्पतींच्या लागवडीस मदत करते.
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शेडनेटमध्ये लागवड केल्यास किडींचा प्रादुर्भाव कमी होतो.
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गडगडाटी वादळ, पाऊस, गारपीट आणि दंव यांसारख्या हवामानातील नैसर्गिक नाशांपासून शेडनेट संरक्षण प्रदान करते.
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याचा उपयोग उन्हाळ्यात झाडांचा मृत्यू दर कमी करण्यासाठी केला जातो.
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हे टिशू कल्चर रोपांना मजबूत करण्यासाठी देखील वापरले जाते.
इन 3 योजनाओं से अब बिना गारंटी मिलेगा 20 लाख तक का लोन, पढ़ें पूरी खबर
भारत सरकार आत्मनिर्भर भारत की दिशा में लगातार कदम बढ़ा रही है और इसी कड़ी में सरकार ने कई ऐसी योजनाएं शुरू की हैं, जिनके तहत लोग बिना किसी गारंटी के अपना व्यापार शुरू करने या उसे बढ़ाने के लिए लोन प्राप्त कर सकते हैं। ये योजनाएं खासकर छोटे व्यापारियों, स्ट्रीट वेंडर्स और पारंपरिक कारीगरों के लिए एक बड़ा सहारा बनी हैं।
1. प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY)
यह योजना स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई है। इसमें शिशु, किशोर, तरुण के तहत 50,000 रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक का लोन बिना गारंटी मिलता है। अब ‘तरुण प्लस’ कैटेगरी में 20 लाख रुपये तक का लोन भी बिना गारंटी दिया जा रहा है, अगर पिछला लोन समय पर चुकाया गया हो। आवेदन के लिए udyamimitra.in पर ऑनलाइन अप्लाई किया जा सकता है।
2. प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना
यह योजना स्ट्रीट वेंडर्स के लिए खास है। इसमें पहले चरण में ₹10,000, समय पर भुगतान करने पर ₹20,000 और फिर ₹50,000 तक का लोन मिलता है। साथ ही डिजिटल लेन-देन और समय पर भुगतान करने वालों को सब्सिडी और ब्याज में छूट भी दी जाती है।
3. प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना
इस योजना का उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों जैसे बढ़ई, सुनार, लोहार आदि को सशक्त बनाना है। योजना के तहत पहले चरण में ₹1 लाख और दूसरे चरण में ₹2 लाख तक का लोन बिना किसी गारंटी के दिया जाता है। साथ में प्रशिक्षण, टूलकिट और सब्सिडी भी प्रदान की जाती है।
इन योजनाओं के माध्यम से सरकार न केवल रोजगार के नए अवसर खोल रही है, बल्कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को आत्मनिर्भर बनने का मजबूत अवसर भी दे रही है।
स्रोत: कृषि जागरण
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क्या चल रहे हैं लहसुन के भाव, जानें मंडी का हाल
मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं लहसुन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।
मध्य प्रदेश की मंडियों में लहसुन के ताजा मंडी भाव | ||||
जिला | कृषि उपज मंडी | किस्म | न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) | अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल) |
रतलाम | आलोट | देसी | 4650 | 7201 |
रतलाम | आलोट | लहसुन | 1610 | 3213 |
शाजापुर | आगर | लहसुन | 1050 | 7025 |
उज्जैन | बड़नगर | लहसुन | 3600 | 3600 |
धार | बदनावर | देसी | 2600 | 2700 |
धार | बदनावर | लहसुन | 900 | 6005 |
भोपाल | भोपाल | लहसुन | 500 | 8150 |
राजगढ़ | ब्यावरा | लहसुन | 2000 | 2500 |
मन्दसौर | दलौदा | लहसुन | 5493 | 5800 |
सागर | देवरी | औसत | 4000 | 4500 |
इंदौर | गौतमपुरा | लहसुन | 1000 | 5000 |
सीहोर | इछावर | लहसुन | 2000 | 3000 |
इंदौर | इंदौर | लहसुन | 100 | 9500 |
इंदौर | इंदौर | लहसुन-जैविक | 1600 | 4200 |
जबलपुर | जबलपुर (F&V) | देसी | 2600 | 3000 |
रतलाम | जावरा | लहसुन | 6000 | 8000 |
नीमच | जावद | लहसुन | 500 | 13000 |
शाजापुर | कालापीपल | लहसुन | 1000 | 4151 |
शाजापुर | कालापीपल (F&V) | लहसुन | 1740 | 7020 |
नीमच | मनसा | लहसुन | 850 | 5360 |
मन्दसौर | मन्दसौर | औसत | 5110 | 5110 |
मन्दसौर | मन्दसौर | लहसुन | 1892 | 4642 |
नीमच | नीमच | औसत | 1000 | 9400 |
नीमच | नीमच | लहसुन | 2400 | 15800 |
होशंगाबाद | पिपरिया(F&V) | लहसुन | 5200 | 9800 |
मन्दसौर | पिपल्या | लहसुन | 200 | 9302 |
मन्दसौर | पिपल्या | लहसुन-जैविक | 3601 | 6481 |
धार | राजगढ़ | लहसुन | 1500 | 2500 |
रतलाम | रतलाम | देसी | 500 | 6690 |
रतलाम | रतलाम | लहसुन | 550 | 10001 |
रतलाम | सैलाना(F&V) | लहसुन | 520 | 11000 |
सीहोर | सीहोर | लहसुन | 500 | 8403 |
शाजापुर | शाजापुर | देसी | 1278 | 2904 |
शाजापुर | शाजापुर | लहसुन | 1120 | 6499 |
मन्दसौर | शामगढ़ | लहसुन | 300 | 5530 |
शिवपुरी | शिवपुरी | लहसुन | 1780 | 5210 |
शाजापुर | शुजालपुर | देसी | 500 | 7295 |
मन्दसौर | सीतामऊ | लहसुन | 1510 | 1510 |
शाजापुर | सोयतकलां | लहसुन | 1000 | 8000 |
उज्जैन | उज्जैन | लहसुन | 500 | 7401 |
स्रोत: एगमार्कनेट
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हा रोग मूगाचे उत्पादन कमी करतो?
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पानावरील ठिपके रोग : या रोगाची लक्षणे झाडाच्या सर्व भागात आढळून येतात व त्याचा परिणाम पानांवर मोठ्या प्रमाणात दिसून येतो.सुरुवातीला रोगाची लक्षणे लहान तपकिरी बोटीच्या आकाराचे ठिपके दिसतात, जी वाढतात. , पानांचा संपूर्ण भाग जळतो आणि ऊती मरतात ज्यामुळे झाडाचा हिरवा रंग नष्ट होतो.
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सरकोस्पोरा पानांवरील धब्बा रोग : या रोगाचा संसर्ग पहिल्या जुन्या पानांपासून सुरू होतो. पानांवर तपकिरी लाल कडा असलेले गडद तपकिरी ठिपके दिसतात, नंतर हे डाग अनियमित आकाराचे बनतात. पाने पिवळी पडतात व गळून पडतात.फुलांच्या वेळी जास्त प्रादुर्भावामुळे पाने गळून पडतात व दाणे कुरकुरीत होतात व रंगहीन होतात.
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तना झुलसा रोग : या रोगाचा प्रादुर्भाव पिकाच्या परिपक्वतेच्या वेळी दिसून येतो, या रोगामध्ये पानांवर अनियमित आकाराचे ठिपके देखील दिसतात
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अंगमारी/झुलसा रोग : या रोगात पानांवर गडद तपकिरी ठिपके दिसतात.दांड्यावर जांभळ्या-काळ्या रंगाचे अनियमित ठिपके दिसतात आणि शेंगांवर लाल किंवा तपकिरी रंग येतो. रोगाच्या गंभीर अवस्थेत, स्टेम कमकुवत होते.
उपयुक्त रोगांसाठी योग्य व्यवस्थापन :
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रासायनिक व्यवस्थापन: थायोफिनेट मिथाइल 70% डब्ल्यूपी [मिल्ड्यू विप] 300 ग्रॅम कार्बेन्डाजिम 12% + मैनकोज़ेब 63% डब्ल्यूपी [कार्मानोवा] 300 ग्रॅम टेबुकोनाज़ोल 10% + सल्फर 65% डब्ल्यूजी [स्वाधीन ] 500 ग्रॅम क्लोरोथालोनिल 75% डब्ल्यूपी [जटायु] 400 ग्रॅम/एकर या दराने फवारणी करा.
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जैविक व्यवस्थापन: या सर्व रोगांवर जैविक उपचारासाठी ट्रायकोडर्मा विरिडी 500 ग्रॅम स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस 250 ग्रॅम/एकर या दराने फवारणी करू शकता.
कई राज्यों में बारिश, ओलावृष्टि और बिजली गिरने के आसार
बिहार के कई जिलों में तेज बारिश और आकाशीय बिजली गिरने से दुर्भाग्यवश 13 लोगों की जान चली गई। अगले दो दिनों के दौरान बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और ओडिशा में तेज़ हवाओं के साथ बारिश की संभावना है। कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि और आकाशीय बिजली गिरने की भी आशंका है। वहीं, दक्षिणी राजस्थान और गुजरात के कई हिस्सों में लू (हीट वेव) का असर बना रहेगा। हिमालयी क्षेत्रों में बारिश के साथ बर्फबारी की संभावना है, जिससे मौसम ठंडा बना रह सकता है। इसके अलावा, बंगाल की खाड़ी में बना गहरा निम्न दबाव का क्षेत्र अब कमजोर होकर निम्न दबाव में बदल गया है, जिससे संबंधित मौसमी प्रभावों में कमी आने की उम्मीद है।
स्रोत: स्काइमेट वेदर
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युवाओं को प्रशिक्षित करने के साथ साथ सरकार देगी 10000 रुपए, जानें क्या है सरकार की योजना?
मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य के युवाओं को आत्मनिर्भर और कुशल बनाने के लिए मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण के साथ-साथ स्टाइपेंड (वेतन) भी दिया जा रहा है। खास बात यह है कि शैक्षणिक योग्यता के आधार पर युवाओं को ₹8,000 से ₹10,000 प्रति माह तक की राशि दी जा रही है।
सरकार का लक्ष्य हर साल 1 लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित करना है। आवेदन प्रक्रिया सरल और पूरी तरह ऑनलाइन है, जिसमें 18 से 29 वर्ष की उम्र वाले, 12वीं पास या उससे ऊपर की योग्यता रखने वाले मध्य प्रदेश के स्थायी निवासी आवेदन कर सकते हैं।
यह योजना केवल प्रशिक्षण तक सीमित नहीं है, बल्कि युवाओं को रोजगार के लिए तैयार करने, व्यावहारिक अनुभव देने और आर्थिक सहयोग देने का भी माध्यम बन रही है। इच्छुक अभ्यर्थी mmsky.mp.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं और अपने उज्जवल भविष्य की ओर पहला कदम बढ़ा सकते हैं।
स्रोत: कृषि जागरण
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क्या चल रहे हैं सोयाबीन के भाव, देखें मध्य प्रदेश के मंडियों का हाल
मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं सोयाबीन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।
मध्य प्रदेश की मंडियों में सोयाबीन के ताजा मंडी भाव | ||||
जिला | कृषि उपज मंडी | किस्म | न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) | अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल) |
रतलाम | आलोट | सोयाबीन | 2653 | 4400 |
शाजापुर | आगर | सोयाबीन | 2600 | 4451 |
आलीराजपुर | आलीराजपुर | सोयाबीन | 3600 | 4050 |
अशोकनगर | अशोकनगर | सोयाबीन | 3301 | 4380 |
सीहोर | आष्टा | सोयाबीन | 3050 | 4538 |
छतरपुर | बड़ामलहेड़ा | सोयाबीन | 3950 | 4135 |
शिवपुरी | बदरवास | सोयाबीन | 3900 | 4300 |
उज्जैन | बड़नगर | पीला | 2560 | 5375 |
धार | बदनावर | सोयाबीन | 3505 | 3505 |
धार | बदनावर | पीला | 2850 | 4490 |
शाजापुर | बड़ोद | सोयाबीन | 4246 | 4246 |
सागर | बामोरा | पीला | 4180 | 4180 |
होशंगाबाद | बानापुरा | पीला | 3599 | 4349 |
सागर | बाँदा | सोयाबीन | 4035 | 4305 |
शिवपुरी | बराड़ | सोयाबीन | 3975 | 4331 |
रायसेन | बेगमगंज | सोयाबीन | 4000 | 4280 |
शाजापुर | बेरछा | सोयाबीन | 3580 | 4130 |
भोपाल | बैरसिया | सोयाबीन | 3400 | 4300 |
भोपाल | बैरसिया | पीला | 3220 | 4365 |
बेतुल | बेतुल | सोयाबीन | 4122 | 4322 |
बेतुल | बेतुल | सोयाबीन-जैविक | 3800 | 4400 |
बेतुल | भेंसदेही | पीला | 4211 | 4211 |
खरगोन | भीकनगांव | सोयाबीन | 3201 | 4320 |
खरगोन | भीकनगांव | सोयाबीन | 3126 | 4296 |
भोपाल | भोपाल | सोयाबीन | 3885 | 4375 |
राजगढ़ | ब्यावरा | सोयाबीन | 3365 | 4350 |
छतरपुर | बिजावर | पीला | 3900 | 3900 |
सागर | बीना | सोयाबीन | 4300 | 4300 |
गुना | बीनागंज | सोयाबीन | 3940 | 3940 |
बुरहानपुर | बुरहानपुर | सोयाबीन | 4260 | 4260 |
छिंदवाड़ा | छिंदवाड़ा | पीला | 3990 | 4270 |
मन्दसौर | दलौदा | अन्य | 3915 | 4153 |
मन्दसौर | दलौदा | सोयाबीन | 3691 | 4534 |
दमोह | दमोह | सोयाबीन | 3200 | 4285 |
दमोह | दमोह | पीला | 3890 | 3950 |
देवास | देवास | सोयाबीन | 1071 | 4540 |
धार | धामनोद | सोयाबीन | 3250 | 4100 |
धार | धामनोद | सोयाबीन | 3510 | 3950 |
धार | धार | सोयाबीन | 1000 | 4456 |
नरसिंहपुर | गाडरवाड़ा | सोयाबीन | 4000 | 4271 |
नरसिंहपुर | गाडरवाड़ा | सोयाबीन | 3966 | 4361 |
धार | गंधवानी | सोयाबीन | 3750 | 4050 |
विदिशा | गंज बासौदा | सोयाबीन | 3360 | 4415 |
विदिशा | गंज बासौदा | सोयाबीन-जैविक | 3900 | 4000 |
सागर | गढ़ाकोटा | सोयाबीन | 4205 | 4350 |
डिंडोरी | गोरखपुर | पीला | 3800 | 3900 |
नरसिंहपुर | गोटेगांव | सोयाबीन | 4090 | 4125 |
देवास | हाटपिपलिया | सोयाबीन | 800 | 4281 |
हरदा | हरदा | पीला | 1921 | 4345 |
खंडवा | हरसूद | सोयाबीन | 3800 | 4295 |
सीहोर | इछावर | सोयाबीन | 3550 | 4431 |
इंदौर | इंदौर | सोयाबीन | 1525 | 4560 |
जबलपुर | जबलपुर | सोयाबीन | 3500 | 3500 |
रतलाम | जावरा | सोयाबीन | 3000 | 4550 |
सीहोर | जावर | सोयाबीन | 3655 | 4345 |
आलीराजपुर | जोबट | सोयाबीन | 3975 | 4000 |
शाजापुर | कालापीपल | सोयाबीन | 4000 | 4286 |
शाजापुर | कालापीपल | पीला | 2400 | 4325 |
देवास | कन्नोड | सोयाबीन | 3850 | 4200 |
नरसिंहपुर | करेली | सोयाबीन | 3400 | 4390 |
नरसिंहपुर | करेली (F&V) | पीला | 3400 | 4390 |
उज्जैन | खाचरौद | सोयाबीन | 3420 | 4435 |
खंडवा | खंडवा | पीला | 3333 | 4342 |
खरगोन | खरगोन | सोयाबीन | 3001 | 4261 |
देवास | खातेगांव | सोयाबीन | 2961 | 4400 |
हरदा | खिरकिया | सोयाबीन | 3010 | 4394 |
हरदा | खिरकिया | पीला | 3401 | 4390 |
राजगढ़ | खुजनेर | सोयाबीन | 3485 | 4205 |
राजगढ़ | खुजनेर | पीला | 3920 | 3920 |
सागर | खुरई | सोयाबीन | 3696 | 4265 |
शिवपुरी | कोलारस | सोयाबीन | 3410 | 4320 |
धार | कुक्षी | सोयाबीन | 3600 | 3900 |
राजगढ़ | कुरावर | सोयाबीन | 905 | 4380 |
राजगढ़ | कुरावर | सोयाबीन-जैविक | 3405 | 4400 |
विदिशा | लटेरी | सोयाबीन | 4005 | 4045 |
उज्जैन | महिदपुर | सोयाबीन | 2905 | 4470 |
उज्जैन | महिदपुर | सोयाबीन | 3991 | 3991 |
शाजापुर | मक्सी | पीला | 4200 | 4200 |
गुना | मकसूदनगढ़ | सोयाबीन | 4170 | 4170 |
नीमच | मनसा | सोयाबीन | 1721 | 4481 |
नीमच | मनसा | सोयाबीन | 1051 | 4502 |
धार | मनावर | सोयाबीन | 3600 | 3600 |
मन्दसौर | मन्दसौर | सोयाबीन | 4001 | 4486 |
मन्दसौर | मन्दसौर | सोयाबीन | 2500 | 4490 |
इंदौर | महू | सोयाबीन | 2700 | 4603 |
इंदौर | महू | सोयाबीन | 3791 | 4031 |
शाजापुर | मोमनबड़ोदिया | सोयाबीन | 3651 | 4251 |
बेतुल | मुल्ताई | सोयाबीन | 4075 | 4075 |
बेतुल | मुल्ताई | पीला | 3900 | 3990 |
उज्जैन | नागदा | सोयाबीन | 4074 | 4417 |
उज्जैन | नागदा | पीला | 1541 | 4355 |
शाजापुर | नलकेहड़ा | सोयाबीन | 1000 | 4271 |
शाजापुर | नलकेहड़ा | पीला | 4265 | 4337 |
राजगढ़ | नरसिंहगढ़ | सोयाबीन | 2450 | 4460 |
नरसिंहपुर | नरसिंहपुर | पीला | 3926 | 4336 |
सीहोर | नसरुल्लागंज | सोयाबीन | 3065 | 4249 |
नीमच | नीमच | सोयाबीन | 581 | 4495 |
टीकमगढ़ | निवाड़ी | पीला | 4300 | 4310 |
जबलपुर | पाटन | सोयाबीन | 3460 | 3805 |
राजगढ़ | पचौर | सोयाबीन | 3500 | 4375 |
राजगढ़ | पचौर | सोयाबीन | 1800 | 4400 |
खंडवा | पंधाना | पीला | 4000 | 4140 |
छिंदवाड़ा | पंधुरना | सोयाबीन | 4125 | 4155 |
छिंदवाड़ा | पंधुरना | सोयाबीन | 4075 | 4175 |
दमोह | पथरिया | सोयाबीन | 2980 | 4250 |
मन्दसौर | पिपल्या | सोयाबीन | 3893 | 4421 |
अशोकनगर | पिपरई | सोयाबीन | 4160 | 4205 |
शिवपुरी | पोहरी | सोयाबीन | 3795 | 4245 |
सागर | राहतगढ़ | पीला | 4231 | 4240 |
धार | राजगढ़ | सोयाबीन | 3950 | 3950 |
धार | राजगढ़ | पीला | 2681 | 4390 |
रतलाम | रतलाम | सोयाबीन | 1500 | 4500 |
सागर | रहली | सोयाबीन | 3950 | 4230 |
रतलाम | सैलाना | सोयाबीन | 2591 | 4509 |
खरगोन | सनावद | सोयाबीन | 3550 | 3700 |
इंदौर | सांवेर | सोयाबीन | 3620 | 4400 |
राजगढ़ | सारंगपुर | सोयाबीन | 3599 | 4300 |
राजगढ़ | सारंगपुर | पीला | 4181 | 4181 |
सतना | सतना | सोयाबीन | 3370 | 3865 |
सीहोर | सीहोर | पीला | 2866 | 4361 |
सीहोर | सीहोर | पीला | 2851 | 4390 |
बड़वानी | सेंधवा | सोयाबीन | 4125 | 4335 |
सिवनी | सिवनी | सोयाबीन | 3875 | 3962 |
सागर | शाहगढ़ | सोयाबीन | 4100 | 4100 |
शाहडोल | शाहडोल | सोयाबीन | 3690 | 3900 |
शाजापुर | शाजापुर | सोयाबीन | 1600 | 4309 |
मन्दसौर | शामगढ़ | सोयाबीन | 2101 | 4278 |
विदिशा | शमसाबाद | सोयाबीन | 3910 | 4251 |
शिवपुरी | शिवपुरी | सोयाबीन | 3755 | 4245 |
शाजापुर | शुजालपुर | सोयाबीन | 2101 | 4420 |
सीहोर | श्यामपुर | पीला | 3999 | 3999 |
हरदा | सिराली | सोयाबीन | 4051 | 4061 |
विदिशा | सिरोंज | सोयाबीन | 3390 | 4350 |
मन्दसौर | सीतामऊ | अन्य | 4201 | 4201 |
मन्दसौर | सीतामऊ | सोयाबीन | 3899 | 4061 |
देवास | सोनकैच | सोयाबीन | 3800 | 4465 |
शाजापुर | सुसनेर | सोयाबीन | 4292 | 4292 |
राजगढ़ | सुठालिया | सोयाबीन | 3810 | 3810 |
रतलाम | ताल | पीला | 2600 | 4391 |
उज्जैन | तराना | सोयाबीन | 3575 | 4400 |
नरसिंहपुर | तेंदूखेड़ा | सोयाबीन | 4152 | 4152 |
झाबुआ | थांदला | पीला | 3900 | 3900 |
टीकमगढ़ | टीकमगढ़ | सोयाबीन | 3950 | 4075 |
हरदा | टिमरनी | सोयाबीन | 4020 | 4161 |
उज्जैन | उज्जैन | सोयाबीन | 2500 | 4550 |
उमरिया | उमरिया | सोयाबीन | 4000 | 4000 |
उज्जैन | उन्हेल | सोयाबीन | 2500 | 4400 |
विदिशा | विदिशा | सोयाबीन | 2540 | 4450 |
स्रोत: एगमार्कनेट
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शेतामध्ये ड्रोनचा वापर करताना या गोष्टी लक्षात ठेवा?
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शेतात फवारणीसाठी ड्रोन हा एक उत्तम पर्याय आहे. यामुळे कमी मनुष्यबळाची गरज असलेल्या पाण्याची आणि रसायनांची बचत होते. ड्रोनने फवारणी करताना खालील गोष्टी लक्षात ठेवा.
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ड्रोनने फवारणी करताना वेळीच पीपीई किट घातले आहे का याची खात्री करा जेणेकरुन रसायने नाकात आणि डोळ्यात जाऊ नयेत.
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फवारणी करताना धुम्रपान करू नका
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कमीत-कमी 5 मिनिटांसाठी फवारणी संचालनाचे परीक्षण करण्यासाठी शुद्ध पाण्याची (रसायनाशिवाय) फवारणी करा.
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पाण्यात कीटकनाशक पूर्णपणे विसर्जित करण्यासाठी दोन चरणांमध्ये पातळ करणे सुनिश्चित करा.
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वाऱ्याचा वेग, आर्द्रता आणि तापमानासाठी हवामानाची स्थिती तपासा. या परिस्थिती फवारणीच्या कार्यक्षमतेवर परिणाम करतात.
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मधमाशी परागण दरम्यान फवारणी करू नका.
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प्रभावी फवारणीसाठी टाकीतील पाण्याच्या प्रमाणासह ड्रोनची उड्डाणाची योग्य उंची आणि वेग याची खात्री करा.
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रसायनांचा जास्तीत-जास्त उपयोग करण्यासाठी एन्टी ड्रिफ्ट नोजल वापरणे आवश्यक आहे.
बंगाल के खड़ी में बना गहरा निम्न दबाव, कई राज्यों में आँधी और बारिश की संभावना
सीजन की पहली आंधी और बारिश दिल्ली में आने वाली है। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, उड़ीसा, और पश्चिम बंगाल सहित महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में भी गरज और चमक के साथ तेज हवाएं चल सकती हैं। एक दो स्थानों पर बारिश के साथ ओलावृष्टि भी संभव है। राजस्थान और गुजरात में हीट वेव अपने चरम पर है। दक्षिण भारत में भी बारिश और मेघ गर्जना हो सकती है। बंगाल की खाड़ी में बना हुआ गहरा निम्न दवाब का क्षेत्र अगले 24 घंटे में कमजोर हो जाएगा।
स्रोत: स्काइमेट वेदर
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मछली पालन से सालाना कमाएं 8 लाख रुपये, सरकार दे रही है 60% तक सब्सिडी
बिहार समेत कई राज्यों में मछली पालन किसानों और युवाओं के लिए कम लागत वाला, लाभकारी व्यवसाय बनता जा रहा है। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) के तहत सरकार 40% से लेकर 60% तक की सब्सिडी भी दे रही है। SC/ST और महिलाओं को अधिक सब्सिडी मिलती है। छोटे स्तर पर शुरुआत के लिए केवल 1200 वर्गफुट जमीन और लगभग ₹3 लाख का निवेश काफी है।
अगर वैज्ञानिक तरीके से मछली पालन किया जाए, तो एक एकड़ तालाब से सालाना ₹5–8 लाख तक की कमाई संभव है। सरकार द्वारा प्रशिक्षण, तकनीकी सहायता और उन्नत मछली प्रजातियों की मदद से यह व्यवसाय और भी आसान हो गया है। शहरी क्षेत्रों में एक्वेरियम मछली पालन भी एक लाभकारी विकल्प बन रहा है।
स्रोत: कृषि जागरण
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