पौध गलन रोग से प्याज की फसल को होगा नुकसान, ऐसे करें रोकथाम

  • खरीफ के मौसम में मिट्टी मे अत्यधिक नमी होती है साथ हीं इस दौरान तापमान मध्यम होता है जो प्याज की फसल में इस रोग के विकास का मुख्य कारक बनता है।

  • इस रोग की वजह से बीज अंकुरित होने से पहले ही सड़ जाते हैं बाद की अवस्था में रोगजनक पौधे के कालर भाग पर आक्रमण करता है। इसके कारण अतंतः कालर भाग विगलित हो जाता है और पौध गल कर मर जाते हैं।

  • इस रोग से सुरक्षा प्राप्त करने के लिए किसानों को बुवाई के लिए स्वस्थ बीज का चयन करना चाहिए।

  • रोगग्रस्त फसल में नियंत्रण प्राप्त करने के लिए करमानोवा (कार्बेन्डाजिम 12% + मैन्कोजेब 63% WP) 500 ग्राम प्रति एकड़ की दर से छिडकाव करें।

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