लूज़ स्मट से गेहूँ की फसल को होगा नुकसान, जानें लक्षण एवं नियंत्रण के उपाय

लूज़ स्मट गेहूँ की फसल में लगने वाला एक बीज़ जनित रोग है। इस रोग के लक्षण बाली आने पर ही दिखाई देते हैं। रोगी पौधों की बालियों में दानों की जगह रोग जनक के बीजाणु काले पाउडर के रूप पाए जाते हैं एवं ये बीजाणु एक पतली झिल्ली से ढके होते हैं। ग्रसित पौधे आमतौर पर पहले परिपक्व होते हैं और उनकी ऊंचाई कम होती है।  

लूज़ स्मट रोग के रोकथाम के उपाय 

इस रोग के नियंत्रण का सबसे अच्छा उपाय बीज़ उपचार है। पत्तियों के पीले पड़ने पर संक्रमित बालियों को निकाल दें। इसके आलावा इस रोग के नियंत्रण के लिए करमानोवा  (कार्बेन्डाजिम 12% + मैनकोज़ेब 63%) @ 600 ग्राम/एकड़ या टेसूनोवा (टेबुकोनाज़ोल 10% + सल्फर 65% WG)@ 500 ग्राम, प्रति एकड़ की दर से 200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।

कृषि क्षेत्र एवं किसानों से सम्बंधित ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। आज की जानकारी पसंद आई हो तो इसे शेयर करना ना भूलें।

Share

See all tips >>