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शेतकरी बंधूंनो, पांढरा ग्रब हा पांढर्या रंगाचा कीटक आहे जो मातीत राहतो.
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ही अळी प्रामुख्याने मुळांना हानी पोहोचवते.
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पिकांवर पांढऱ्या करपा प्रादुर्भावाची लक्षणे दिसून येतात त्याचे मुख्य लक्षण म्हणजे झाड कोमेजणे, झाडाची वाढ थांबणे आणि नंतर झाडाचा मृत्यू होणे.
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तसे, या किडीचे नियंत्रण जून-जुलैच्या पहिल्या आठवड्यात करावे.
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यासाठी उन्हाळ्यात शेताची खोल नांगरणी करून मेटाराइजियम अनिसोप्लिया [कालीचक्र] 2 किलो + 50-75 किलो शेणखत/कंपोस्ट खतामध्ये मिसळून रिकाम्या शेतात प्रति एकर या प्रमाणात शिंपडा.
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पिकाच्या अपरिपक्व अवस्थेतही या किडीचा प्रादुर्भाव दिसून येत असेल, तर पांढऱ्या किडीच्या नियंत्रणासाठी रासायनिक प्रक्रियाही करता येते.
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यासाठी फेनप्रोपेथ्रिन 10% ईसी [डेनिटोल] 500 मिली क्लोथियानिडिन 50.00% डब्ल्यूजी [डेनटोटसू] 100 ग्रॅम क्लोरपायरीफोस 20% ईसी [ट्राइसेल] 1 लीटर/एकर दराने मातीमध्ये मिसळून वापर करावा.
तेज हवाओं के साथ गिर सकते हैं ओले, देखें मौसम पूर्वानुमान
एक नया वेस्टर्न डिस्टरबेंस 18 अप्रैल तक पहाड़ों पर पहुंचेगा इसके प्रभाव से बनने वाला चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पाकिस्तान और राजस्थान पर स्थित होगा। 17 और 18 अप्रैल को पाकिस्तान और अफगानिस्तान के कई इलाकों में बहुत अच्छी बारिश होगी। 19 अप्रैल से राजस्थान सहित गुजरात, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और पहाड़ों पर बारिश होगी। पहाड़ों पर अच्छा हिमपात भी हो सकता है। अभी फिलहाल मध्य भारत और पूर्वी भारत के तापमान बढ़ेंगे और गर्मी फिर से अपना असर दिखाएंगे।
स्रोत: स्काइमेट वेदर
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कृषि उपकरणों पर मिल रही है 55% की शानदार सब्सिडी, इस तारिख तक करें आवेदन
मध्य प्रदेश के कृषि विकास विभाग तथा किसान कल्याण संचालनालय की तरफ से वर्ष 2024-25 के लिए किसानों को सिंचाई यंत्र खरीदने हेतु आवेदन करने को कहा गया है। यह किसान 8 अप्रैल से 15 मई के मध्य आधिकारिक वेबसाइट पर आवेदन कर सकते हैं।
बता दें की आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद, सब्सिडी पर कृषि उपकरण पाने वाले लाभार्थी किसानों का चयन करने के लिए किसानों से प्राप्त आवेदनों की लॉटरी निकाली जाएगी। गौरतलब है की अलग-अलग योजनाओं के माध्यम से सब्सिडी पर स्प्रिंकलर सेट, पाइप लाइन सेट, पंपसेट (डीजल/विद्युत), रेनगन सिंचाई सिस्टम देने के लिए किसानों से पोर्टल पर आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। किसान इस काम को एमपी ऑनलाइन पर जाकर भी करवा सकते हैं।
स्रोत: ईटीवी भारत
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लहसुन के भाव में तेजी जारी, उच्च भाव पहुंचे 18000 रुपये के पार
मध्य प्रदेश एवं राजस्थान के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं लहसुन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।
मध्य प्रदेश की मंडियों में लहसुन के ताजा मंडी भाव | ||||
जिला | कृषि उपज मंडी | किस्म | न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) | अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल) |
मन्दसौर | दलौदा | लहसुन | 7000 | 7000 |
सागर | देवरी | औसत | 5500 | 6500 |
रतलाम | जावरा | लहसुन | 5500 | 8700 |
मन्दसौर | मन्दसौर | लहसुन | 10000 | 10000 |
मन्दसौर | पिपल्या | लहसुन | 7000 | 9500 |
धार | राजगढ़ | लहसुन | 3000 | 3500 |
राजगढ़ | सारंगपुर | औसत | 3068 | 6000 |
अलवर | अलवर(FV) | अन्य | 4000 | 6500 |
भीलवाड़ा | भीलवाड़ा | अन्य | 5000 | 15000 |
चित्तौड़गढ़ | चित्तौड़गढ़ | अन्य | 12000 | 18000 |
हनुमानगढ़ | हनुमानगढ़ | औसत | 7000 | 7000 |
स्रोत: एगमार्कनेट
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भोपळा वर्गीय पिकांमध्ये कोळी नियंत्रणाचे उपाय
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शेतकरी बंधूंनो, भोपळा वर्गीय पिकांमध्ये कोळी प्रामुख्याने नुकसान करतात. कोळी हे लहान आणि लहान लाल रंगाचे कीटक आहेत जे भोपळा श्रेणीतील पिकांच्या मऊ भागांवर मोठ्या प्रमाणात आढळतात जसे की पाने, फुले, कळ्या आणि डहाळे यावर आढळतात.
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ज्या झाडांवर कोळीच्या जाळ्यांचा प्रादुर्भाव असतो, त्या झाडावर दिसतात.
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हे कीटक रस शोषून झाडाचे मऊ भाग कमकुवत करतात आणि शेवटी वनस्पती मरते.
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रासायनिक नियंत्रण:- प्रोपरजाइट 57% ईसी [ओमाईट] 200 मिली स्पाइरोमैसीफेन 22.9% एससी [ओबेरोन] 200 मिली ऐबामेक्टिन 1.8% ईसी [अबासीन] 150 मिली/एकर या दराने फवारणी करावी.
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जैव-व्यवस्थापन:- जैविक उपचार म्हणून तुम्ही मेट्राजियम 1 किलो/एकर या दराने वापरू शकता.
मौसम विभाग का ऐलान, इस बार मानसून करेगा सामान्य से ज्यादा बारिश
मौसम विभाग के हिसाब से 2024 का दक्षिण पश्चिम मानसून 106% रहेगा तथा भारत के अधिकांश हिस्सों में अच्छी बारिश होगी। अगले 24 घंटे तक पहाड़ों पर बारिश जारी रहेगी। विदर्भ, मराठवाड़ा और दक्षिण पूर्वी मध्य प्रदेश में हल्की बारिश हो सकती है। एक नया शक्तिशाली वेस्टर्न डिस्टरबेंस 18 अप्रैल से पहाड़ों को प्रभावित करना शुरू करेगा। 19 अप्रैल से एक बार फिर राजस्थान, गुजरात तथा उत्तर भारत में बारिश की गतिविधियां शुरू हो सकती हैं।
स्रोत: स्काइमेट वेदर
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डेयरी बिजनेस के लिए मिलेगी 31 लाख रुपए की सुपर सब्सिडी, जानें क्या है सरकार की योजना
देश भर में दूध एवं इससे तैयार होने वाले उत्पादों की मांग हमेशा बनी रहती है। परंतु दूध की आपूर्ति हमेशा ही डिमांड से कम रहती है। दूध की इसी कमी को देखते हुए सरकार किसानों को लाभ पहुंचाने वाली सरकारी योजनाओं के माध्यम से दूध के उत्पादन को बढ़ाने का प्रयास कर रही है। सरकार की तरफ से कई ऐसी योजनाएं चलाई जा रही हैं जिनकी मदद से डेयरी बिजनेस को मदद पहुंचाई जाती है। ऐसी ही एक योजना का नाम है “नंदिनी कृषक समृद्धि योजना”, इसके माध्यम से डेयरी खोलने के इच्छुक किसानों को बंपर सब्सिडी दी जाती है।
इस योजना के माध्यम से सरकार 25 दुधारू गायों के डेयरी बिजनेस शुरू करने पर कुल लागत का 50% सब्सिडी के तौर पर देती है। सरकार ने 25 दुधारू गायों के डेयरी बिजनेस की स्थापना हेतु 62,50,000 रुपए की लागत निर्धारित की है। इसका अर्थ हुआ की इस योजना का लाभ लेने वाले किसान को अधिकतम 31,25,000 रुपए तक की सब्सिडी मिल जाएगी। इस योजना में गिर, साहीवाल, थारपारकर और गंगातीरी प्रजाति की गायों के पालन पर लाभ मिलता है। गौरतलब है की ये योजना उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही है तो इसका लाभ भी इसी प्रदेश के किसान और दूध उत्पादक ले सकते हैं।
स्रोत: कृषि जागरण
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मध्य प्रदेश की मंडियों में सोयाबीन के उच्च भाव 4500 रुपए के पार
मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं सोयाबीन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।
मध्य प्रदेश की मंडियों में सोयाबीन के ताजा मंडी भाव | ||||
जिला | कृषि उपज मंडी | किस्म | न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) | अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल) |
आलीराजपुर | आलीराजपुर | सोयाबीन | 4400 | 4404 |
छतरपुर | बड़ामलहेड़ा | सोयाबीन | 4400 | 4400 |
धार | बदनावर | पीला | 4700 | 4800 |
शाजापुर | बेरछा | सोयाबीन | 2500 | 2500 |
देवास | देवास | सोयाबीन | 4501 | 4501 |
धार | धार | सोयाबीन | 4400 | 4400 |
डिंडोरी | गोरखपुर | पीला | 4200 | 4350 |
हरदा | हरदा | पीला | 4600 | 4625 |
इंदौर | इंदौर (F&V) | सोयाबीन | 4100 | 4100 |
झाबुआ | झाबुआ | सोयाबीन | 4400 | 4400 |
आलीराजपुर | जोबट | सोयाबीन | 4300 | 4400 |
खरगोन | खरगोन | सोयाबीन | 4100 | 4575 |
गुना | मकसूदनगढ़ | सोयाबीन | 4480 | 4490 |
शाजापुर | मोमनबड़ोदिया | पीला | 4015 | 4251 |
छिंदवाड़ा | पंधुरना | सोयाबीन | 4500 | 4535 |
धार | राजगढ़ | पीला | 4395 | 4398 |
सागर | शाहगढ़ | पीला | 4200 | 4200 |
शाहडोल | शाहडोल | सोयाबीन | 3950 | 3950 |
उज्जैन | तराना | पीला | 4000 | 4600 |
उज्जैन | तराना | सोयाबीन | 4500 | 4500 |
स्रोत: एगमार्कनेट
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पॉलीहाऊस पिकांसाठी मृदा आरोग्य व्यवस्थापनही आवश्यक
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पॉलिहाऊस/ग्रीनहाऊसमध्ये, वर्षभर पिकांच्या चांगल्या उत्पादनासाठी वेगवेगळ्या प्रकारची खते सतत वापरली जातात.
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या कारणास्तव, पॉलीहाऊसच्या मातीचे आरोग्य 3-4 वर्षातच बिघडू लागते. चांगले बियाणे, योग्य पोषक तत्वे आणि सर्व खबरदारी असूनही, पिकाचे उत्पादन आणि गुणवत्ता मोठ्या प्रमाणात घटू लागली आहे.
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त्यामुळे वैज्ञानिकपद्धतीने शेती करणे आवश्यक आहे. शेतकऱ्यांनी जमिनीचे आरोग्य नियमितपणे तपासावे व त्याची संपूर्ण माहिती ठेवावी.
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माती परीक्षणासाठी योग्य नमुने घेणे फार महत्वाचे आहे.
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पॉलीहाऊस/ग्रीनहाऊसच्या आतील वेगवेगळ्या ठिकाणांहून नमुना घेतला जातो, नंतर तो चांगला मिसळला जातो आणि चार भागांमध्ये विभागला जातो.
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अर्धा किलोग्राम नमुना शिल्लक होईपर्यंत ही प्रक्रिया पुनरावृत्ती होते.
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अशा प्रकारे प्राप्त केलेला नमुना चाचणी केंद्रावर पाठविला जातो आणि अहवालानुसार शेतातील खताचा वापर केला जातो.
आंधी के साथ ओले गिरने के आसार, देखें मौसम पूर्वानुमान
एक सशक्त पश्चिमी विक्षोभ पहाड़ों पर पहुंच चुका है। अगले 24 घंटे के दौरान पहाड़ों पर तेज बारिश के साथ कई जगहों पर हिमपात की संभावना है। प्रेरित चक्रवातीय हवाओं का क्षेत्र पाकिस्तान और राजस्थान के ऊपर है। आज गुजरात सहित राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के कई जिलों में बारिश होगी। कुछ स्थानों पर धूल भरी आंधी चलेगी और कहीं-कहीं ओले गिरेंगे। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल सहित उड़ीसा में भी मेघ गर्जना के साथ कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है। दक्षिण भारत के कई राज्यों में हल्की बारिश हो सकती है।
स्रोत: स्काइमेट वेदर
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