मध्य प्रदेशातील निवडक मंडईंमध्ये सोयाबीनचे भाव किती आहे?

मध्य प्रदेशमधील जसे की बैरछा, बीना, चंदेरी, छापीहेड़ा आणि जावरा इत्यादी विविध मंडईंमध्ये सोयाबीनचे भाव काय चालले आहेत? चला संपूर्ण यादी पाहूया.

विविध मंडईमधील सोयाबीनचे ताजे बाजारभाव

जिल्हा

कृषी उत्पादन बाजार

कमी किंमत (प्रति क्विंटल)

जास्त किंमत (प्रति क्विंटल)

शाजापुर

बैरछा

4900

4900

सागर

बीना

4600

4700

अशोकनगर

चंदेरी

3500

5060

राजगढ़

छापीहेड़ा

4560

4870

रतलाम

जावरा

4300

4300

झाबुआ

झाबुआ

5041

5555

अलीराजपुर

जोबाट

4800

4800

उज्जैन

खाचरोद

4875

4875

उज्जैन

महिदपुर

4500

4500

इंदौर

महू

4300

4300

देवास

सोनकच्छ

4000

5310

स्रोत: एगमार्कनेट

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जानिए, गेहूं की बम्पर पैदावार प्राप्त करने का बढ़िया तरीका

गेहूं की उन्नत पैदावार के लिये बलुई दोमट, अच्छी उर्वरा व जलधारण क्षमतायुक्त मिट्टी वाले सिंचित क्षेत्र उपयुक्त है, इसलिए किसानों को अधिक उपज और आय में वृद्धि हेतु वैज्ञानिक विधि से खेती करने की आवश्यकता है। यदि आप गेहूं की खेती की विस्तार पूर्वक जानकारी चाहते हैं तो ग्रामोफोन के टोल फ्री नंबर, 1800-315-7566 “मध्यप्रदेश”,  1800-315-7075 “छत्तीसगढ़” , 1800-315-7477 “ राजस्थान”  पर संपर्क करें और कृषि एक्सपर्ट की सलाह के माध्यम से बिना किसी मुश्किल के खेती करें। 

बीज उपचार 

  • गेहूं की बुवाई से पहले बीज को स्प्रिंट (कार्बेन्डाजिम 25%+ मैंकोजेब 50% डब्ल्यूएस) @ 3 ग्राम प्रति किग्रा, बीज के हिसाब से उपचार करें। इससे फसल को फफूंद जनित रोग से बचाया जा सकता है। 

  • इसके बाद, थियानोवा सुपर (थियामेथोक्सम 30% एफएस) @ 3.3 मिली प्रति किग्रा, बीज के हिसाब से उपचार करें। इससे बीज और पौधों को चूसने, चबाने और मिट्टी के कीटों से बचाया जा सकता है। 

पोषक तत्व प्रबंधन 

यूरिया 20 किलो + डीएपी @ 50 किलो +  एमओपी 25 किलो +गेहूं न्यू समृद्धि किट टीबी 3 (नाइट्रोजन स्थिरीकरण, फास्फेट घुलनशील, और पोटेशियम गतिशील  जैव उर्वरक संघ) @ 3 किग्रा + ट्राई-कॉट मैक्स (जैविक कार्बन 3%, ह्यूमिक, फुल्विक, जैविक पोषक तत्वों का एक मिश्रण) @ 4 किग्रा + ताबा जी (जिंक घुलनशील बैक्टीरिया) @ 4 किलो, को आपस में मिलाकर, प्रति एकड़ के हिसाब से खेत में समान रूप से भुरकाव करें। 

सिंचाई 

मिट्टी के प्रकार और वर्षा के आधार पर गेहूं की फसल को कम से कम 5 सिंचाई की आवश्यकता होती है। बुवाई के तुरंत बाद पहली सिंचाई करें, तथा बुवाई के 21-25 दिन बाद, बुवाई के 40-45 दिन बाद, पुष्पन अवस्था : 60-65 दिन बाद, दाने भरने की अवस्था : 80-85 दिन बाद अंतिम सिंचाई करें। 

कीट नियंत्रण 

दीमक की नियंत्रण करने के लिए, फैक्स (फिप्रोनिल 00.30% जीआर) @ 8 किग्रा प्रति एकड़, के हिसाब से भुरकाव करें। और हलकी सिंचाई करें। 

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मध्य प्रदेशमधील मंडईंमध्ये गव्हाच्या दरात किती वाढ झाली?

wheat mandi rates

मध्य प्रदेशातील भीकनगांव, चंदेरी, झाबुआ, खातेगांव, रामनगर आणि श्योपुरकला आदी विविध मंडईंमध्ये गव्हाची किंमत काय आहे? चला संपूर्ण यादी पाहूया.

विविध मंडईमधील गव्हाचे ताजे बाजारभाव

जिल्हा

कृषी उत्पादन बाजार

कमी किंमत (प्रति क्विंटल)

जास्त किंमत (प्रति क्विंटल)

खरगोन

भीकनगांव

1980

2412

अशोकनगर

चंदेरी

2235

2273

झाबुआ

झाबुआ

2150

2150

देवास

खातेगांव

2000

2500

देवास

खातेगांव

2000

2400

सतना

रामनगर

2260

2280

खरगोन

सेगाँव

2200

2200

श्योपुर

श्योपुरकलां

2200

2200

स्रोत: एगमार्कनेट

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मटर की फसल में कॉलर रॉट की समस्या एवं रोकथाम के उपाय

यह रोग सबसे पहले तना एवं जड़ के बीच कॉलर को ग्रसित करता है। इससे मिट्टी के आस पास कॉलर पर एक सफेद फफूंद और काले फफूंद बन जाते हैं, एवं तने के ऊतक हल्के भूरे और नरम हो जाता हैं। जिस कारण पौधा धीरे-धीरे मुरझाने लगता है। अनुकूल परिस्थिति में यह रोग पौधे के अन्य भाग को भी प्रभावित करता है। यह रोग पौधे के ऊतकों पर तेजी से बढ़ता है। यदि समय पर इस रोग को खत्म न किया जाए तो, इससे फसल पूरी तरह से मुरझा कर मर जाएगी है। 

रोकथाम के उपाय 

इस रोग के रोकथाम के लिए, मोनास कर्ब (स्यूडोमोनास फ्लोरेसेंस 1.0% डब्ल्यूपी) @ 500 ग्राम +  कॉम्बैट (ट्राईकोडरमा विरिडी 1.0% डब्ल्यूपी) @ 500 ग्राम प्रति एकड़ के हिसाब से, जड़ क्षेत्र में ड्रेंचिंग करें।

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80 करोड़ों लोगों को मिलता रहेगा मुफ्त में अनाज, जानें केंद्र की योजना

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत राशन रेखा के अंदर आने वाले लोगों को मुफ्त में अनाज देने की घोषणा की गई है। योजना के अन्तर्गत प्रति व्यक्ति 5 किलो राशन उपलब्ध कराया जाएगा। केंद्र की स्कीम में उन परिवारों को भी जोड़ा गया है, जिनके पास राशनकार्ड भी नहीं था।

बता दें कि कोराना महामारी के दौरान देश में फैले संकट को देखते हुए साल 2020 में इस योजना को शुरू किया गया था। शुरूआत में एक किलो चने की दाल और जरूरी मसालों की किट दी जा रही थी और इस योजना को सितंबर तक ही चलाने का निर्णय लिया गया था। हालांकि त्योहारों को देखते हुए केंद्र सरकार ने एक बार फिर इस योजना को आगे बढ़ाने का फैसला लिया है। जिसके चलते यह योजना अब दिसंबर तक जारी रहेगी, ताकि लोगों को त्योहार के दौरान किसी तरह की कोई परेशानी न हो।

स्रोत: आज तक

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मध्य प्रदेशातील निवडक मंडईंमध्ये कांद्याचा भाव किती आहे?

onion Mandi Bhaw

मध्य प्रदेशातील बदनावर, धामनोद, खरगोन, कुक्षी एवं मंदसौर इत्यादी विविध मंडईंमध्ये कांद्याची किंमत काय आहे? चला संपूर्ण यादी पाहूया.

विविध मंडईमधील कांद्याचे ताजे बाजारभाव

जिल्हा

कृषी उत्पादन बाजार

कमी किंमत (प्रति क्विंटल)

जास्त किंमत (प्रति क्विंटल)

धार

बदनावर

500

1675

धार

धामनोद

1000

1500

खरगोन

खरगोन

500

800

खरगोन

खरगोन

500

1200

धार

कुक्षी

800

1600

मंदसौर

मंदसौर

400

1400

सागर

सागर

600

800

इंदौर

सांवेर

825

1150

स्रोत: एगमार्कनेट

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी  प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें। लेख पसंद आया हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।

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जानिए, प्याज समृद्धि किट एवं इसका महत्व क्या है?

प्याज न्यू समृद्धि किट में टी बी – 3, @ 3 किग्रा + ताबा जी @ 4 किग्रा + राइजोकेयर @ 500 ग्राम + ट्राईकॉट मैक्स @ 4 किग्रा आदि, तत्व शामिल हैं। इसका उपयोग रोपाई के समय या रोपाई के 30 दिन के भीतर कर सकते हैं। एक प्याज समृद्धि किट @ 11.5 किग्रा प्रति एकड़ के हिसाब से उस समय प्रयोग किये जाने वाले उर्वरक के साथ या 50 किग्रा गोबर की खाद के साथ मिलाकर खेत में समान रूप से भुरकाव करें।  

ताबा जी

  • ताबा जी में ज़िंक घोलक जीवाणु होते हैं।  जिससे फसल एवं मिट्टी में ज़िंक की कमी को पूरा करता है। सफ़ेद जड़ों का विकास करता है, कंद के आकार और गुणवत्ता में सुधार करता है साथ ही पोषक तत्वों की उपयोगिता को बढ़ाता है। 

राइजोकेयर 

  • बीज और मृदा जनित पौधे रोगजनक कवक के जैव प्रबंधन के लिए जैव कवकनाशी।

ट्राईकॉट मैक्स

  • यह एक पौध वृद्धि प्रोत्साहक है इसमें जैविक कार्बन 3 % (ह्यूमिक, फुल्विक, जैविक पोषक तत्वो का मिश्रण) है, यह अच्छा अंकुरण में मदद करता है, जड़ एवं प्ररोह विकास के लिए भी प्रभावी है और पौधे की प्रजनन वृद्धि भी करता है। 

टी बी – 3 

  • इसमें एजोटोबैक्टर और बेसिलस पोलीमिक्सा और बेसिलस का जीवाणु होता है। नाइट्रोज़न, फास्फोरस, पोटैशियम की कमी को पूरा करता है। नाइट्रोज़न युक्त उर्वरक के उपयोग में 30 से 40 % की कमी को पूरा करता है एवं फॉस्फेटिक और पोटाश उर्वरक के उपयोग में 20 से 25 % की कमी को पूरा करता है।

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रबी फसलों की एमएसपी पर 9% तक हुई बढ़ोतरी

केंद्र सरकार ने दीवाली से पहले देश के किसानों को एक बेहतरीन तोहफा दिया है। सरकार ने गेहीं और दाल समेत 6 रबी फसलों की एमएसपी पर बढ़ोतरी की है, ताकि किसानों को फसल बिक्री के दौरान बढ़िया मुनाफा प्राप्त हो सके। बता दें कि इन रबी फसलों पर 9% तक एमएसपी बढ़ोतरी को मंजूरी मिली है।

रबी फसलोंं पर बढ़ी हुई एमएसपी

फसल

एमएसपी पर वृद्धि

क्विंटल/रूपए

बढ़ी हुई एमएसपी

क्विंटल/रूपए

गेहूं

110

2125

जौ

100

1735

चना

105

5335

मसूर

500

6000

सरसों

400

5450

कुसुम्भ

209

5650

बता दें कि इससे पहले भी किसानों की आय में वृद्धि करने के लिए केंद्र सरकार ने खरीफ और दहलन-तिलहन की फसलों के एमएसपी पर वृद्धि की थी। ऐसे में धान की खरीद के बीच सरकार ने एक फिर किसानों को एक बड़ी खुशखबरी दी है।

स्रोत: आज तक

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आलू की फसल में कट वर्म की समस्या एवं नियंत्रण के उपाय

इस कीट का प्रकोप शुष्क मौसम में अधिक होता है, इसे कटे एवं मुरझाये हुए पौधे से पहचान सकते है। इस कीट की इल्ली दिन के समय मिट्टी में छिपी रहती है एवं रात के समय बाहर आकर तने से पौधों को काट कर गिरा देती है। ये कंद के कुछ हिस्सा खाकर उन्हें भी नुकसान पहुंचाते हैं।  

नियंत्रण के उपाय 

इसके नियंत्रण के लिए तमिलनाडु एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के अनुसार धनवान 20 (क्लोरोपायरीफॉस 20% ईसी) @ 400 मिली या नीम गोल्ड (एजाडिरेक्टिन 01.00% इसी) @ 600 मिली प्रति एकड़ 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।

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