कटाई के लिए तैयार फसल को भीषण गर्मी से हो सकता है नुकसान

know the weather forecast

देश के अधिकांश भागों में अब फसल कटाई के लिए तैयार है। इस समय तापमान ज्यादा बढ़ने से फसलों की पैदावार और गुणवत्ता में विपरीत असर हो सकता है। पंजाब से लेकर के हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश तक तापमान बढ़ेंगे। पहाड़ों पर अगले दो या तीन दिन तक बारिश और बर्फबारी जारी रह सकती है।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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किसानों को सीधा लाभ पहुंचाती है पीएम धन धान्य कृषि योजना

Farmers will easily get loan facility

किसानों की आर्थिक मजबूती और कृषि उत्पादन को बढ़ाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने पीएम धन धान्य कृषि योजना शुरू की है। इस योजना के तहत किसानों को उन्नत कृषि संसाधन जैसे बेहतर गुणवत्ता वाले बीज, खाद, आधुनिक कृषि उपकरण और अन्य कृषि कार्यों के लिए वित्तीय सहायता दी जाती है।

पीएम धन धान्य कृषि योजना के लाभ

  • बेहतर कृषि संसाधन – किसानों को उन्नत बीज, खाद और आधुनिक उपकरण दिए जाएंगे।

  • उत्पादन में वृद्धि – यह योजना 100 से अधिक जिलों में कृषि उत्पादन बढ़ाने में मदद करेगी।

  • आत्मनिर्भर किसान – इस योजना का उद्देश्य किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत और आत्मनिर्भर बनाना है।

  • 1.7 करोड़ किसानों को लाभ – इस योजना से 1.7 करोड़ से अधिक किसानों को फायदा मिलेगा।

    9993012669

पीएम धन धान्य कृषि योजना में आवेदन के लिए पात्रता

  • भारतीय नागरिक होना आवश्यक

  • न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए

  • सभी श्रेणी के किसान आवेदन कर सकते हैं

  • आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध होने चाहिए

योजना के लिए जरूरी दस्तावेज

  • आधार कार्ड

  • आय प्रमाण पत्र

  • निवास प्रमाण पत्र

  • भूमि स्वामित्व दस्तावेज

  • बैंक पासबुक

  • पासपोर्ट साइज फोटो

  • मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी (यदि उपलब्ध हो)

कैसे करें आवेदन?

  • नजदीकी कृषि कार्यालय जाएं और आवेदन पत्र प्राप्त करें।

  • आवेदन पत्र को सही जानकारी के साथ भरें।

  • सभी आवश्यक दस्तावेज संलग्न करें।

  • आवेदन पत्र को कृषि अधिकारी के पास जमा करें।

  • अधिकारियों द्वारा सत्यापन के बाद पात्र किसानों को योजना का लाभ मिलेगा।

यह योजना किसानों को आधुनिक कृषि उपकरण और संसाधन देकर कृषि को उन्नत और अधिक लाभकारी बनाने में मदद करेगी।

स्रोत: कृषि जागरण

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क्या चल रहे हैं लहसुन के भाव, जानें मंडी का हाल

garlic mandi rate

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं लहसुन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

मध्य प्रदेश की मंडियों में लहसुन के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
शाजापुर आगर लहसुन 1200 5725
सीहोर आष्टा लहसुन 1710 6700
उज्जैन बड़नगर देसी 1500 1500
उज्जैन बड़नगर लहसुन 1700 3328
धार बदनावर औसत 3400 3400
धार बदनावर देसी 2525 5860
धार बदनावर लहसुन 1005 6000
भोपाल भोपाल लहसुन 1000 6900
मन्दसौर दलौदा लहसुन 1900 14100
मन्दसौर दलौदा लहसुन-जैविक 4011 4011
सागर देवरी लहसुन 4300 4300
इंदौर गौतमपुरा लहसुन 1000 5755
इंदौर इंदौर औसत 4280 4280
इंदौर इंदौर लहसुन 200 7210
इंदौर इंदौर लहसुन-जैविक 2500 2500
इंदौर इंदौर अन्य 6221 6221
रतलाम जावरा लहसुन 322 14400
नीमच जावद लहसुन 2900 13600
शाजापुर कालापीपल लहसुन 1200 4150
शाजापुर कालापीपल (F&V) लहसुन 1600 6800
नीमच मनसा लहसुन 2400 6810
मन्दसौर मन्दसौर लहसुन 500 15600
नीमच नीमच औसत 2401 9900
नीमच नीमच लहसुन 1700 55350
होशंगाबाद पिपरिया(F&V) लहसुन 6200 11000
मन्दसौर पिपल्या लहसुन 1500 8762
मन्दसौर पिपल्या लहसुन-जैविक 1800 7811
रतलाम रतलाम देसी 901 6001
रतलाम रतलाम लहसुन 750 11900
रतलाम सैलाना औसत 100 11880
रतलाम सैलाना लहसुन 481 11401
सीहोर सीहोर लहसुन 1700 6201
शाजापुर शाजापुर औसत 2386 5240
शाजापुर शाजापुर देसी 4814 5428
शाजापुर शाजापुर लहसुन 2000 5895
मन्दसौर शामगढ़ लहसुन 2100 4499
मन्दसौर शामगढ़ लहसुन-जैविक 2650 2650
शाजापुर शुजालपुर देसी 500 6801
शाजापुर शुजालपुर(F&V) लहसुन 1000 6690
मन्दसौर सीतामऊ लहसुन 1550 2690
उज्जैन उज्जैन लहसुन 500 9100

स्रोत: एगमार्कनेट

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मूंग की फसल में खरपतवारों का बढ़ेगा प्रकोप, जानें बचाव के उपाय

Weed Management in Moong Crop

मूंग की फसल में खरपतवार नियंत्रण सही समय पर नही करने से फसल की उपज में 40-60 प्रतिशत तक की कमी हो सकती है। फसल की शुरूआती अवस्था में बुआई के 15 से 45 दिन के मध्य फ़सलों को खरपतवारों से मुक्त रखना जरूरी है। सामान्यत: दो निराई-गुड़ाई, पहली 15-20 दिन के भीतर व दूसरी 30-35 दिनों के भीतर करनी चाहिए ताकि खरपतवारों का नियंत्रण हो सके। 

खरपतवार के रासायनिक प्रबंधन के लिए क्लीन सुपर (पेंडीमेथालिन 38.7%.सीएस) 700 मिली प्रति एकड़ के दर से बुआई के 72 घंटों के भीतर 150-200 लीटर साफ पानी में मिलाकर छिड़काव  करें। 

मूंग की खड़ी फसल में जंगली चौलाई, दूधी, जैसे खरपतवार जब 2-3 पत्ती अवस्था में होते है, तब वीडब्लॉक (इमाज़ेथापायर 10% एस एल+ सर्फेक्टेंट)@ 300 मिली प्रति एकड़  के दर से बुआई के 10-15 दिन बाद छिड़काव करें। 

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उत्तर भारत समेत कई राज्यों में भीषण गर्मी के साथ चलेंगी तेज हवाएं, फसलों को होगा नुकसान

know the weather forecast

पहाड़ों पर अगले तीन दिनों के दौरान बर्फबारी और बारिश जारी रह सकती है। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, सहित उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश और विदर्भ तक तेज हवाएं चलेगी। तेज हवाओं के चलते फसलों को नुकसान होने के आशंका है। अगले दो दिनों के दौरान भीषण गर्मी और लू का प्रकोप दिखाई देगा। 28 मार्च से तेज हवाओं के चलते गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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आधे दाम में ट्रैक्टर खरीदने का सुनहरा मौका – सरकार दे रही है 50% तक की सब्सिडी!

Mini tractors and agricultural equipment will be available on subsidy for only Rs 35000

खेती को आसान और ज्यादा उत्पादक बनाने के लिए ट्रैक्टर एक अहम भूमिका निभाता है। हालांकि, आर्थिक रूप से कमजोर किसान अपने लिए ट्रैक्टर खरीदने में सक्षम नहीं होते। इसी समस्या को दूर करने के लिए सरकार ने प्रधानमंत्री किसान ट्रैक्टर योजना शुरू की है, जिसके तहत किसानों को 20% से 50% तक की सब्सिडी दी जाती है।

क्या है प्रधानमंत्री किसान ट्रैक्टर योजना?

यह योजना उन छोटे और सीमांत किसानों के लिए है जो ट्रैक्टर खरीदने में सक्षम नहीं हैं। इस योजना के तहत सरकार किसानों को 2WD और 4WD ट्रैक्टर खरीदने पर सब्सिडी देती है, जिससे खेती के कार्य आसान हो जाते हैं।

योजना के लाभ:

  • 50% तक की सब्सिडी: सरकार ट्रैक्टर की कीमत का आधा खर्च उठाती है।

  • खेती होगी आसान: ट्रैक्टर से जुताई, बुवाई और अन्य कृषि कार्य तेजी से किए जा सकते हैं।

  • कम लागत, ज्यादा उत्पादन: किराए पर ट्रैक्टर लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी, जिससे खर्च बचेगा।

  • आधुनिक कृषि को बढ़ावा: छोटे किसान भी उन्नत तकनीक से खेती कर सकेंगे।

कौन कर सकता है आवेदन?

  • आवेदन करने वाला व्यक्ति भारत का किसान होना चाहिए।

  • किसान के पास अपनी खेती योग्य जमीन होनी चाहिए।

  • सालाना आय 5 लाख रुपए से कम होनी चाहिए।

  • किसान के पास पहले से ट्रैक्टर नहीं होना चाहिए।

जरूरी दस्तावेज:

  • आधार कार्ड

  • जमीन के स्वामित्व का प्रमाण

  • पहचान पत्र (पैन कार्ड/ड्राइविंग लाइसेंस)

  • बैंक पासबुक

  • आय प्रमाण पत्र

कैसे करें आवेदन?

ऑनलाइन प्रक्रिया:

  1. आधिकारिक कृषि विभाग की वेबसाइट पर जाएं।

  2. “प्रधानमंत्री किसान ट्रैक्टर योजना” के लिंक पर क्लिक करें।

  3. आवेदन पत्र भरें और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।

  4. फॉर्म सबमिट करने के बाद उसका प्रिंटआउट जरूर लें।

ऑफलाइन प्रक्रिया:
अपने नजदीकी कृषि विभाग कार्यालय में जाएं, आवेदन पत्र भरें और जरूरी दस्तावेज जमा करें।

अगर आप भी खेती को और आसान बनाना चाहते हैं, तो इस योजना का लाभ जरूर उठाएं और सरकारी सब्सिडी के साथ अपना ट्रैक्टर खरीदें!

स्रोत: कृषि जागरण

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मध्य प्रदेश के मंडियों में क्या चल रहे हैं सरसों के भाव?

Mustard mandi bhaw

सरसों के मंडी भाव में तेजी देखने को मिल रही है। देखिये मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं सरसों के भाव!

मध्य प्रदेश की मंडियों में सरसों के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
शाजापुर आगर सरसों 5000 5561
भिंड आलमपुर सरसों 6000 6200
गुना एरन सरसों 5000 5500
अशोकनगर अशोकनगर सरसों 4300 5580
अशोकनगर अशोकनगर सरसों-जैविक 4250 5540
अशोकनगर अशोकनगर सरसों(काला) 5150 5410
सीहोर आष्टा सरसों 5100 5291
सीहोर आष्टा सरसों(काला) 5180 5240
शिवपुरी बदरवास सरसों 4800 5575
रीवा बैकुंठपुर सरसों 5400 5400
होशंगाबाद बानापुरा सरसों 5025 5451
सागर बाँदा सरसों 5145 5145
मुरैना बनमोरकलां सरसों 5500 5500
शिवपुरी बराड़ सरसों 5414 5650
शिवपुरी बराड़ सरसों 4600 5670
भोपाल बैरसिया सरसों(काला) 4735 5700
बेतुल बेतुल सरसों 5100 5100
भिंड भिंड सरसों 5505 5755
ग्वालियर भितरवार सरसों 5605 5605
भोपाल भोपाल सरसों 4985 5310
सागर बीना सरसों 4600 6451
गुना बीनागंज सरसों 5000 5430
गुना बीनागंज सरसों 5140 5390
अशोकनगर चंदेरी सरसों 4815 5400
अशोकनगर चंदेरी सरसों 4510 5435
ग्वालियर डबरा सरसों 5038 5760
मन्दसौर दलौदा सरसों 5501 5506
दमोह दमोह सरसों 3665 5650
दमोह दमोह सरसों-जैविक 5000 5000
दतिया दतिया सरसों 5100 5575
देवास देवास सरसों 4201 5286
धार धार सरसों(काला) 4900 4900
रायसेन गैरतगंज सरसों 5245 5255
विदिशा गंज बासौदा सरसों 3650 6400
विदिशा गंज बासौदा सरसों-जैविक 5450 5450
सागर गढ़ाकोटा सरसों 5130 5175
भिंड गोहाद सरसों(काला) 5455 5835
भिंड गोहाद पीला (काला) 5404 5875
नरसिंहपुर गोटेगांव सरसों 4890 4890
गुना गुना सरसों 5250 5555
देवास हाटपिपलिया सरसों 4801 5331
हरदा हरदा सरसों 4512 5199
खंडवा हरसूद सरसों 5000 5050
खंडवा हरसूद सरसों 5031 5051
सीहोर इछावर सरसों 5101 5101
सीहोर इछावर (F&V) सरसों 5000 5341
अशोकनगर ईसागढ़ सरसों 5105 5610
जबलपुर जबलपुर सरसों 4975 6430
जबलपुर जबलपुर सरसों 5950 5950
रतलाम जावरा सरसों 5200 5770
सीहोर जावर सरसों 4950 5175
सीहोर जावर सरसों(काला) 4901 5201
राजगढ़ जीरापुर सरसों 5350 5350
राजगढ़ जीरापुर सरसों(काला) 5305 5430
मुरैना जोरा सरसों 5300 5500
मुरैना कैलारस सरसों 4490 5593
शाजापुर कालापीपल सरसों 5368 5368
शिवपुरी करेरा सरसों 5425 5425
कटनी कटनी सरसों 3000 6151
देवास खातेगांव सरसों 1950 5366
देवास खातेगांव सरसों-जैविक 5120 5209
शिवपुरी खटोरा सरसों 5412 5526
हरदा खिरकिया सरसों 4800 5070
राजगढ़ खुजनेर सरसों(काला) 5260 5415
सागर खुरई सरसों 3800 6570
शिवपुरी कोलारस सरसों 4850 6130
गुना कुंभराज सरसों 5050 5330
राजगढ़ कुरावर सरसों-जैविक 4700 5380
विदिशा लटेरी सरसों 4905 5000
छतरपुर लवकुशनगर(लौंदी) सरसों 5250 5250
छतरपुर लवकुशनगर(लौंदी) सरसों 5300 5410
शिवपुरी मगरोनी सरसों 5301 5650
उज्जैन महिदपुर सरसों 5250 5250
गुना मकसूदनगढ़ सरसों 5282 5369
नीमच मनसा सरसों 5061 5580
मन्दसौर मन्दसौर सरसों 4002 7298
भिंड मेहगांव सरसों 5650 5710
मुरैना मुरैना सरसों 5450 5695
भिंड महू सरसों 4600 5625
अशोकनगर मुंगावली सरसों 5005 5400
सतना नागोद सरसों 5150 5450
शाजापुर नलकेहड़ा सरसों 2800 5425
नरसिंहपुर नरसिंहपुर सरसों(काला) 5300 5300
नीमच नीमच सरसों 5000 5580
रायसेन ओबेदुल्लागंज सरसों 5180 5190
जबलपुर पाटन सरसों 4685 5190
राजगढ़ पचौर सरसों 5000 5430
राजगढ़ पचौर सरसों 5100 5485
होशंगाबाद पिपरिया सरसों 5050 5600
होशंगाबाद पिपरिया सरसों-जैविक 5300 5300
अशोकनगर पिपरई सरसों 5286 5389
शिवपुरी पोहरी सरसों 5420 5645
शिवपुरी पोहरी सरसों 5450 5675
शिवपुरी पोहरी सरसों(काला) 5100 5655
मुरैना पोरसा सरसों 5500 5720
मुरैना पोरसा सरसों 5600 5600
मुरैना पोरसा सरसों(काला) 5535 5595
गुना राघोगढ़ सरसों 5150 5435
रीवा रीवा सरसों 5201 5201
रीवा रीवा सरसों(काला) 5324 5333
मुरैना सबलगढ़ सरसों 4925 5490
मुरैना सबलगढ़ सरसों 5380 5425
मुरैना सबलगढ़ सरसों(काला) 5250 5525
सागर सागर सरसों 4005 6325
राजगढ़ सारंगपुर सरसों 5150 5240
राजगढ़ सारंगपुर सरसों 4890 5125
सतना सतना सरसों 3610 6000
सतना सतना सरसों(काला) 5525 5570
सीहोर सीहोर सरसों 5060 5416
सीहोर सीहोर सरसों(काला) 2500 5425
दतिया सेवड़ा सरसों 5230 5550
शाजापुर शाजापुर सरसों 4750 5480
मन्दसौर शामगढ़ सरसों 5300 5325
श्योपुर श्योपुरबडोद सरसों 5201 5483
श्योपुर श्योपुरकलां सरसों 2800 5980
श्योपुर श्योपुरकलां सरसों 5455 5575
श्योपुर श्योपुरकलां सरसों-जैविक 5525 5565
शिवपुरी शिवपुरी सरसों 4880 5940
शाजापुर शुजालपुर सरसों 4602 5497
विदिशा सिरोंज सरसों 5100 5490
मन्दसौर सीतामऊ सरसों 5100 5313
देवास सोनकच सरसों 5099 5140
देवास सोनकच सरसों 2000 5180
शाजापुर सुसनेर सरसों 5220 5322
उज्जैन तराना सरसों 5177 5200
टीकमगढ़ टीकमगढ़ सरसों 5350 5350
हरदा टिमरनी सरसों 2401 5250
उज्जैन उज्जैन सरसों 4700 5201
उमरिया उमरिया सरसों(काला) 5000 5000
विदिशा विदिशा सरसों 5150 5400
विदिशा विदिशा सरसों 5100 5435
श्योपुर विजयपुर सरसों 4270 5610
श्योपुर विजयपुर सरसों 5400 5600

स्रोत: एगमार्कनेट

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लहसुन की फसल को भंडारण के समय ब्लैक मोल्ड से कैसे बचाएं?

Know how to protect garlic crop from black mold during storage

लहसुन की फसल कटाई के बाद भंडारण के समय ब्लैक मोल्ड रोग का खतरा बढ़ जाता है। जहां भी प्याज और लहसुन का भंडारण किया जाता है वहा ये रोग लगना सामान्य होता है। 

लक्षण: लहसुन के पकने की अवस्था में ब्लैक मोल्ड आमतौर पर देखा जाता है। इस रोग के लक्षण लहसुन की कलियों के बीच और गांठों पर काले पाउडर के रूप में दिखाई देते हैं। इससे बाजार में लहसुन की कीमत कम होने लगती है, साथ ही प्रभवित गांठों का भंडारण ज्यादा समय तक नहीं रख जा सकता है। 

रोकथाम के उपाय:

  • लहसुन के भंडारण से पहले कंदों को अच्छी तरह सूखाकर साफ करें।

  • भंडारण में अच्छी तरह से पके, ठोस और स्वस्थ कंदों को ही रखें। 

  • भंडारण की जगह को नमी रहित और हवादार होना जरूरी होता है। 

  • भंडारण करने वाली जगह में कंदों का ढेर नहीं लगाना चाहिए।

  • कंदों को पत्तियों से गुच्छों में बांध कर रस्सियों पर लटका दें या फिर बांस की टोकरियों में भरकर रखें।

  • समय-समय पर सड़े-गले कंदों को निकालते रहना चाहिए।

कृषि क्षेत्र एवं किसानों से सम्बंधित ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। आज की जानकारी पसंद आई हो तो इसे शेयर करना ना भूलें।

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ज्यादातर राज्यों में भीषण गर्मी के आसार, जानें अपने क्षेत्र का मौसम पूर्वानुमान

know the weather forecast,

अब देश के अधिकांश हिस्सों में भीषण गर्मी का प्रकोप देखने को मिलेगा। हीटवेव की संभावना बढ़ रही है और कई राज्यों में तापमान फिर से 40 डिग्री के पार जा सकता है। हालांकि, राहत की बात यह है कि पहाड़ों पर एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है। अगले तीन दिनों तक जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में बारिश और बर्फबारी जारी रहने की उम्मीद है। वहीं, उत्तर-पूर्वी और दक्षिण भारत में भी हल्की बारिश हो सकती है, जिससे कुछ इलाकों को मामूली राहत मिलेगी।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि से फसलों को हुआ नुकसान, सरकार देगी मुआवजा

Unseasonal rain and hailstorm caused damage to crops, government will give compensation

पिछले कुछ दिनों से हो रही बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है। इस नुकसान की भरपाई के लिए सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण शुरू कर दिया है। अब तक मिली जानकारी के अनुसार, 22 मार्च तक मध्य प्रदेश के 12 जिलों—सिंगरौली, मैहर, शहडोल, अनुपपुर, उमरिया, सागर, दमोह, पन्ना, जबलपुर, कटनी, सिवनी और डिंडौरी—में भारी फसल क्षति हुई है।

प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, इन 12 जिलों की 29 तहसीलों के 275 गांवों में करीब 2160 किसानों की 2194 हेक्टेयर फसल बर्बाद हो गई है। इसके अलावा, आकाशीय बिजली गिरने से 5 लोगों की मृत्यु हुई, 16 पशु हानि और 2 मकानों को नुकसान पहुंचा है। सरकार ने जल्द से जल्द राहत पहुंचाने के लिए सर्वेक्षण प्रक्रिया तेज कर दी है। बीमित किसान अपनी फसल क्षति की सूचना कृषि रक्षक हेल्पलाइन नंबर 14447 पर दे सकते हैं।

किन जिलों में कितना नुकसान हुआ?

  • सिंगरौली: 50 गांव

  • मैहर: 15 गांव

  • शहडोल: 34 गांव

  • अनूपपुर: 2 गांव

  • उमरिया: 7 गांव

  • सागर: 2 गांव (1 जनहानि, 2 पशु हानि)

  • दमोह: 105 गांव

  • पन्ना: 2 गांव

  • जबलपुर: 2 गांव

  • कटनी: 2 तहसील

  • सिवनी: 10 गांव

  • डिंडौरी: 20 गांव

किसानों को राहत के लिए वितरित की गई राशि

वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक विभिन्न आपदाओं से प्रभावित किसानों को 643.92 करोड़ रुपये की राहत राशि वितरित की गई है, जिसमें शामिल हैं:

  • ओलावृष्टि से क्षति पर: 216.44 करोड़ रुपये

  • बाढ़/अतिवृष्टि से नुकसान पर: 104.04 करोड़ रुपये

  • आग से फसल क्षति पर: 16.02 करोड़ रुपये

  • सर्पदंश से मृत्यु पर: 98.51 करोड़ रुपये

  • कीट प्रकोप से नुकसान पर: 13.13 करोड़ रुपये

  • वन्य प्राणियों द्वारा फसल क्षति पर: 2.18 करोड़ रुपये

  • अन्य आपदाओं के लिए: 154.51 करोड़ रुपये

सरकार किसानों को जल्द राहत प्रदान करने के लिए सर्वेक्षण कार्य में तेजी ला रही है ताकि प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा मिल सके।

स्रोत: किसान समाधान

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