लहसुन की खुदाई के समय नहीं बरती सावधानी तो होगा नुकसान

लहसून की फसल 130 से 180 दिन में पूरी तरह पक कर तैयार हो जाती है। पूरी तरह तैयार होने पर फसल की पत्तियां पीली होने लगती है और सूख कर गिरने लगती है। साथ ही कंद के आस-पास पौधों की पकड़ कमजोर पड़ने से भी फसल के पकने का अनुमान लगाया जा सकता है। 

लहसुन की खुदाई के समय रखें इन बातों का ध्यान

  • फसल परिपक्व होने की अवस्था में सिंचाई पूरी तरह से रोक देनी चाहिए और कुछ दिनों बाद फसल की खुदाई शुरू कर देनी चाहिए।

  • लहसुन की मिट्टी पर पकड़ कमजोर होने पर हाथ से या कुदाल के प्रयोग से भी इसकी खुदाई की जा सकती है।

  • कुदाल से खुदाई करते समय कुदाल के नोक को जड़ पर न लगने दें।

  • खुदाई के बाद खेत में ही पत्तियों सहित लहसुन के पौधों को सूखने दें।

  • लहसुन में उपस्थित नमी को देखते हुए हीं इसे धूप में रखें। अधिक नमी या अधिक धूप फसल को खराब कर सकती है।

  • अधिक समय तक भंडारण के लिए लहसुन को 2 से 3 सेंटीमीटर डंठल सहित काटें।

  • पर्याप्त भंडारण व्यवस्था उपलब्ध होने पर लहसुन को पत्तियों सहित बंडल बना कर रखें।

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