देश का एक बड़ा भूभाग कम बारिश की वजह से पानी की किल्लत झेलता है। इन क्षेत्रों के किसानों को इसकी वजह से खेती करने में भारी समस्या पेश आती है। यहाँ किसानों को फसलों में सिंचाई के लिए भूजल पर निर्भर होने पड़ता है। भूजल की निकासी में महंगे सिंचाई उपकरण की जरूरत पड़ती है जिसे हर किसान खरीद भी नहीं पाता है। इन उपकरणों में डीजल का उपयोग होता है जिसकी बढ़ती कीमतें किसानों को इसके इस्तेमाल से में रुकावटें पैदा करती हैं। किसानों की इन्हीं समस्याओं को देखते हुए केंद्र एवं राज्य सरकारें कई प्रकार की सिंचाई से जुड़ी योजनाएं चला रही हैं। इन योजनाओं की मदद से किसानों को आर्थिक मदद दी जाती है। “प्रधानमंत्री कुसुम योजना” ऐसी ही एक महत्वपूर्ण योजना है। आइये जानते हैं इस योजना के बारे में विस्तार से जानते हैं।
प्रधानमंत्री कुसुम योजना का उद्देश्य किसानों के बीच सोलर पंप को बढ़ावा देना है और इसके लिए सरकार इस योजना की बड़द से सोलर पंप पर सब्सिडी देती है। इसकी मदद से किसान अपने खेतों की सिंचाई सौर ऊर्जा के उपयोग से करते हैं।
गौरतलब है की प्रधानमंत्री कुसुम योजना को 2019 में ऊर्जा मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया था। इसके तहत केंद्र सरकार और राज्य सरकार 30-30% की सब्सिडी देती है। इसका मतलब हुआ की किसानों को इससे कुल 60% तक की सब्सिडी मिलती है। कुछ राज्यों में तो इस योजना के माध्यम से 90% सब्सिडी भी किसानों को दी जाती है।
स्रोत: कृषि जागरण
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