मटर में पाउडरी मिल्ड्यू एवं फल छेदक इल्ली के नियंत्रण के उपाय!

पाउडरी मिल्ड्यू के क्षति के लक्षण

पाउडरी मिल्ड्यू रोग के लक्षण मटर की पत्तियों, कलियों, टहनियों व फूलों पर सफेद पाऊडर के रूप में दिखाई देते हैं। पत्तियों की दोनों सतह पर सफेद रंग के छोटे-छोटे धब्बे नजर आते हैं जो धीरे-धीरे फैलकर पत्ती की दोनों सतह पर फैल जाते हैं। रोगी पत्तियां सख्त होकर मुड़ जाती हैं। अधिक संक्रमण होने पर सूख कर झड़ जाती हैं।

फल छेदक इल्ली के क्षति के लक्षण 

फल छेदक इल्ली प्रारंभिक अवस्था में पत्तियों को खाते हैं और फूल एवं फली की अवस्था में गंभीर रूप से विकासशील फली में छेद करते हैं और बीजों को खाते हैं। इसकी इल्ली अपने सिर को आमतौर पर फली के अंदर और शरीर के अधिकांश हिस्से को बाहर की ओर रखता है। 

नियंत्रण के उपाय 

इस रोग के नियंत्रण के लिए, धानुस्टीन (कार्बेन्डाजिम 50% डब्ल्यूपी) @ 100 ग्राम या वोकोविट (सल्फर 80% डब्ल्यूडीजी) @ 1 किलो  + तुस्क (मैलाथियान 50.00% ईसी) @ 600 मिली + सिलिकोमैक्स गोल्ड @ 50 मिली, प्रति एकड़ 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।

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