आजकल बहुत सारे भारतीय किसान पारम्परिक फसलों के बजाय विदेशों में उगाई जाने वाली फसलों की खेती से खूब सारी कमाई कर रहे हैं। ऐसा हीं एक विदेशी फसल है ‘काले आलू’ का जिसे इसकी स्वास्थ्यवर्धक खूबियों की वजह से अच्छा बाजार भाव मिलता है और किसान बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं। काले आलू की इन्हीं खूबियों को पहचानते हुए बिहार के एक किसान ने इसकी खेती की और अब उनकी पहली उपज आ गई है।
बिहार राज्य के टिकारी प्रखंड के गुलरियाचक गांव के निवासी आशीष ने पिछले साल 10 नवंबर को इसके बीजों की बुआई अपने खेत में की और 120 दिन के बाद 13 मार्च को इसकी हार्वेस्टिंग की गई। काले आलू के 14 किलो बीज की खेती से करीब 120 किलो आलू का उत्पादन प्राप्त हुआ है।
काला आलू स्वस्थ के लिए लाभदायक होता है और इसीलिए बाजारों में इसकी खूब डिमांड है। बता दें की आशीष के पास इसकी खेती से पहले हीं 200 किलो आलू की डिमांड आ गई थी, हालांकि प्रोडक्शन डिमांड से कम रहा। पर आशीष इससे संतुष्ट नजर आए और अगली बार काले आलू की बड़े स्तर पर खेती करने की योजना बना रहे हैं।
बता दें की आशीष ने काले आलू के बीज 1500 रुपया प्रति किलो के हिसाब से अमेरिका से मंगवाए थे और उन्होंने करीब 1 कट्ठा जमीन में ही इसकी खेती की थी। फसल की शुरुआती अवस्था में उन्हें उम्मीद थी की 14 किलो बीज से लगभग 200 किलो तक की उपज निकल जायेगी परन्तु बढ़वार अवस्था में खराब मौसम की वजह से उपज उम्मीद से थोड़ी कम रह गई थी। गौरतलब है की इस आलू को बाजार में 300-400 रूपये प्रति किलो का भाव मिल जाता है।
स्रोत: न्यूज़ 18
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