-
मेट्राझियम अनीसोप्लिया एक अतिशय उपयुक्त जैविक नियंत्रण आहे.
-
हुमणी, वाळवी, नाकतोडे, हॉपर्स, लोकरी मावा, भुंगे आणि बीटल इत्यादीं सुमारे 300 प्रजाती विरूद्ध कीटकनाशक म्हणून याचा वापर केला जातो.
-
1 किलो मेटारिझियम ॲनिसोप्लिआ / एकरी घ्या आणि हे 50 ते 100 किलो चांगले विघटित करुन एफवायएममध्ये मिसळा आणि ते एका मोकळ्या शेतात प्रसारित करा.
-
या बुरशीचे काही बीज पुरेसा ओलावा असलेल्या किडीच्या शरीरावर अंकुरतात.
-
ही बुरशी यजमान कीटकांचे (होस्ट सेलचे) शरीर खातो.
-
हे उभ्या पिकांमध्ये फवारणी म्हणूनदेखील वापरले जाऊ शकते.
-
त्याचा वापर करण्यापूर्वी शेतात आवश्यक आर्द्रता असणे फार महत्वाचे आहे.
अरब सागर में बन सकता है समुद्री तूफान, जानें किन राज्यों पर होगा इसका असर
मानसून अब कई राज्यों से विदा हो चुका है। जल्दी ही मानसून की विदाई पूरी हो जाएगी। पोस्ट मानसून सीजन का पहला समुद्री तूफान अरब सागर में बनने की संभावना नजर आ रही है। इस समय एक चक्रवातीय हवाओं का क्षेत्र लक्षद्वीप के आसपास बना है जो अगले दो दिनों के दौरान निम्न दबाव के क्षेत्र के रूप में परिवर्तित हो सकता है। यह निम्न दबाव का क्षेत्र अगले दो-तीन दिनों के दौरान मध्य अरब सागर में ही रहेगा और उसके बाद सशक्त होकर उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ सकता है। अगर यह तूफान बनता है तो इसका नाम दाना (DANA) होगा। यह नाम कतर द्वारा दिया गया है। अगले कुछ दिनों के दौरान तमिलनाडु सहित दक्षिण भारत में अच्छी बारिश जारी रहेगी। पूर्वोत्तर राज्यों में भी अच्छी बारिश की संभावना है। दक्षिणी पंजाब और उत्तर पश्चिमी राजस्थान में गरज चमक के साथ बौछारें या आंधी आ सकती है।
स्रोत: स्काइमेट वेदर
Shareमौसम सम्बंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। नीचे दिए गए शेयर बटन को क्लिक कर इस लेख को अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।
गौपालन करने पर हर महीने मिलेंगे 6000 रुपये, जानें क्या है सरकार की योजना?
खेती के साथ साथ पशुपालन को भी बढ़ावा देने के लिए सरकार कई प्रकार की योजनाएं चलाती है। इन योजनाओं के माध्यम से किसान अपने पशुओं की देख रेख आसानी से कर पाते हैं और अच्छी खासी कमाई भी करते हैं। पिछले दिनों उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के पशुपालकों की मदद के लिए गौपालन पर अनुदान देने की पहल शुरू की है। सरकार की ये पहल दरअसल गोवंश संरक्षण के लिए की जा रही है। इस योजना के अंतर्गत पशुपालकों को हर माह मदद उपलब्ध करवाई जायेगी।
इस योजना के तहत प्रदेश के पशुपालकों को 4 गौवंश तक के पालन पोषण के लिए यह सुविधा उपलब्ध करवाई जायेगी। इसके अंतर्गत हर पशु के लिए हर रोज 50 रुपये के हिसाब से पशुपालक को दिए जाएंगे। इस हिसाब से हर महीने 4 गोवंश के लिए पशुपालक 6 हजार रुपये तक प्राप्त कर सकते हैं। राज्य के पशुपालक इस योजना का लाभ लेने के लिए मुख्यमंत्री सहभागिता योजना से जुड़ सकते हैं। इसके लिए पशुपालक अपने क्षेत्र के पशुपालन विभाग या फिर पशु चिकित्सालय से संपर्क कर सकते हैं।
स्रोत: कृषि जागरण
Shareकृषि क्षेत्र से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। आज की जानकारी पसंद आई हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।
मध्य प्रदेश की प्रमुख मंडियों में गेहूँ भाव में दिखी कितनी तेजी
मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं गेहूँ के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।
मध्य प्रदेश की मंडियों में गेहूँ के ताजा मंडी भाव | ||||
जिला | कृषि उपज मंडी | किस्म | न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) | अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल) |
भिंड | आलमपुर | गेहूँ | 2737 | 2752 |
आलीराजपुर | आलीराजपुर | स्थानीय | 2500 | 2500 |
अनुपुर | अनुपपुर | गेहूं का मिश्रण | 2600 | 2600 |
उज्जैन | बड़नगर | गेहूँ | 2510 | 2690 |
छतरपुर | बकस्वाहा | मिल गुणवत्ता | 2650 | 2700 |
सागर | बाँदा | गेहूँ | 2550 | 2600 |
रायसेन | बरेली | गेहूँ | 2475 | 2525 |
शाहडोल | ब्यौहारी | गेहूँ | 2600 | 2600 |
खरगोन | भीकनगांव | गेहूँ | 2640 | 2970 |
ग्वालियर | भितरवार | गेहूँ | 2600 | 2600 |
राजगढ़ | ब्यावरा | मिल गुणवत्ता | 2725 | 2775 |
राजगढ़ | ब्यावरा | गेहूँ | 2700 | 2950 |
मंडला | बिछिया | मिल गुणवत्ता | 2500 | 2500 |
मंडला | बिछिया | गेहूँ | 2600 | 2600 |
गुना | बीनागंज | गेहूँ | 2750 | 2770 |
रीवा | चाकघाट | मिल गुणवत्ता | 2300 | 2650 |
रीवा | चाकघाट | गेहूँ | 2590 | 2590 |
छिंदवाड़ा | चौरई | मिल गुणवत्ता | 1550 | 2781 |
छिंदवाड़ा | चौरई | गेहूँ | 2760 | 2791 |
दमोह | दमोह | गेहूँ | 2610 | 2650 |
सागर | देवरी | गेहूं का मिश्रण | 2725 | 2725 |
सागर | देवरी | गेहूँ-जैविक | 2750 | 2750 |
देवास | देवास | गेहूँ | 2640 | 2700 |
धार | धामनोद | मिल गुणवत्ता | 2600 | 2675 |
इंदौर | गौतमपुरा | गेहूँ | 2750 | 2750 |
देवास | हाटपिपलिया | गेहूँ | 2275 | 2300 |
रीवा | हनुमना | मिल गुणवत्ता | 2490 | 2600 |
टीकमगढ़ | जतारा | स्थानीय | 2690 | 2710 |
टीकमगढ़ | जतारा | मिल गुणवत्ता | 2700 | 2730 |
टीकमगढ़ | जतारा | गेहूँ | 2400 | 2400 |
दमोह | जवेरा | मिल गुणवत्ता | 2600 | 2605 |
खरगोन | करही | गेहूँ | 2675 | 2675 |
कटनी | कटनी | स्थानीय | 2700 | 2700 |
कटनी | कटनी | मिल गुणवत्ता | 2500 | 2720 |
खंडवा | खंडवा | मिल गुणवत्ता | 2745 | 2816 |
टीकमगढ़ | खरगापुर | मिल गुणवत्ता | 2580 | 2700 |
खरगोन | खरगोन | गेहूँ | 2625 | 2625 |
धार | कुक्षी | गेहूँ | 2515 | 2750 |
राजगढ़ | कुरावर | गेहूँ | 2800 | 2850 |
भिंड | लहार | स्थानीय | 2724 | 2724 |
भिंड | लहार | मिल गुणवत्ता | 2700 | 2700 |
भिंड | लहार | गेहूं का मिश्रण | 2720 | 2720 |
ग्वालियर | लश्कर | मिल गुणवत्ता | 2700 | 2720 |
ग्वालियर | लश्कर | गेहूँ | 2750 | 2750 |
देवास | लोहारदा | गेहूँ | 2500 | 2500 |
गुना | मकसूदनगढ़ | गेहूँ | 2500 | 2650 |
धार | मनावर | मिल गुणवत्ता | 2600 | 2600 |
मंडला | मंडला | स्थानीय | 2431 | 2432 |
मंडला | मंडला | मिल गुणवत्ता | 2100 | 2200 |
सतना | मेहर | स्थानीय | 2500 | 2620 |
शाजापुर | नलकेहड़ा | मिल गुणवत्ता | 2730 | 2730 |
शाजापुर | नलकेहड़ा | गेहूँ | 2420 | 2731 |
टीकमगढ़ | निवाड़ी | मिल गुणवत्ता | 2680 | 2775 |
पन्ना | पन्ना | मिल गुणवत्ता | 2600 | 2610 |
टीकमगढ़ | पृथ्वीपुर | मिल गुणवत्ता | 2670 | 2705 |
धार | राजगढ़ | गेहूँ | 2700 | 2750 |
सागर | सागर | गेहूँ | 2575 | 2600 |
राजगढ़ | सारंगपुर | मिल गुणवत्ता | 2700 | 2750 |
सतना | सतना | गेहूँ | 2655 | 2705 |
जबलपुर | सीहोरा | मिल गुणवत्ता | 2700 | 2821 |
सागर | शाहगढ़ | मिल गुणवत्ता | 2250 | 2450 |
शाहडोल | शाहडोल | मिल गुणवत्ता | 2500 | 2500 |
सीधी | सीधी | मिल गुणवत्ता | 2380 | 2500 |
पन्ना | सिमरिया | मिल गुणवत्ता | 2550 | 2600 |
पन्ना | सिमरिया | गेहूँ | 2450 | 2490 |
सिंगरोली | सिंगरोली | गेहूँ | 2600 | 2600 |
टीकमगढ़ | टीकमगढ़ | गेहूँ | 2595 | 2625 |
उमरिया | उमरिया | स्थानीय | 2700 | 2700 |
उमरिया | उमरिया | गेहूँ | 2325 | 2700 |
स्रोत: एगमार्कनेट
Shareखेती से सम्बंधित जानकारियों और ताजा मंडी भाव जानने के लिए पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। आज की जानकारी पसंद आई हो तो शेयर जरूर करें।
पेरणीपूर्वी कांदा आणि लसूण मध्ये बल्ब नेमाटोड प्रतिबंध
-
नेमाटोड्स कांदा आणि लसणीच्या झाडाला जखम करून किंवा रंध्रातून प्रवेश करतात आणि वनस्पतींमध्ये गाठी आणि वनस्पतींच्या वाढीमध्ये विकृती निर्माण करतात.
-
हे बुरशी आणि बॅक्टेरियासारख्या रोगजनकांच्या आक्रमणासाठी जागा प्रदान करते त्यांच्या उद्रेकामुळे कांदा आणि लसणाची वाढ खुंटते कंदांमध्ये रंग आणि सूज विकसित होते.
व्यवस्थापन:
-
नेमाटोडच्या चांगल्या नियंत्रणासाठी, कार्बोफ्यूरान 3% ग्रॅन्युलर कीटकनाशक 8 किलो/एकर जमिनीत टाकावे.
-
नेमाटोड्सच्या जैविक नियंत्रणासाठी, पेसिलोमायसिस लिनेसियस ( निमेटोफ्री) 1 किलो / एकर किंवा कडुनिंबाची खली 200 किलो / एकर जमिनीतून द्यावे.
-
कांदा आणि लसणीचे कंद जे रोगाची लक्षणे दर्शवित आहेत ते बियाण्यासाठी ठेवू नयेत.
-
शेतात आणि उपकरणांची योग्य स्वच्छता राखणे आवश्यक आहे कारण हा नेमाटोड संक्रमित झाडे आणि भंगारात टिकतो आणि पुनरुत्पादन करू शकतो.
अरब सागर में बन सकता है एक डिप्रेशन, ज्यादातर राज्यों में मौसम रहेगा शुष्क व गर्म
लक्षद्वीप के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इसके प्रभाव से अगले तीन दिनों में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बन सकता है जो सशक्त होकर डिप्रेशन बनेगा। अभी यह पूरी तरह से कहना मुश्किल है कि यह महाराष्ट्र, गुजरात की तरफ जाएगा या उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए देश से दूर हो जाएगा। इस समय मानसून की विदाई तेजी पकड़ सकती है। गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के कुछ और इलाकों से मानसून विदा हो सकता है। पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी। दक्षिण भारत में भारी बारिश की संभावना है। मुंबई सहित महाराष्ट्र के भी कई जिलों में बारिश हो सकती है।
स्रोत: स्काइमेट वेदर
Shareमौसम सम्बंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। नीचे दिए गए शेयर बटन को क्लिक कर इस लेख को अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।
टमाटर के खेत में कैल्शियम की कमी दूर करने के लिए मिट्टी उपचार
-
कैल्शियम की कमी के कारण टमाटर की फसल को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए बुआई के पहले ही प्रबंधन के उपाय किये जाने चाहिए।
-
इसके लिए रोपाई के 15 दिन पहले मुख्य खेत में अच्छे से पकी हुई या सड़ी हुई गोबर की खाद का उपयोग करें।
-
इसके पश्चात रोपाई के पहले कैल्शियम नाइट्रेट @ 10 किलो/एकड़ की दर से खेत में मिलाएँ।
-
कैल्शियम की कमी के लक्षण दिखाई देने पर कैल्शियम EDTA @ 150 ग्राम/एकड़ की दर से दो बार छिड़काव करें।
Shareकृषि क्षेत्र एवं किसानों से सम्बंधित ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें और शेयर करना ना भूलें।
भेंडीच्या या सुधारित वाणांची लागवड करुन शेतकऱ्यांना चांगला नफा मिळू शकेल.
-
आज आपण भेंडीच्या काही मुख्य प्रकारांबद्दल चर्चा करीत आहोत, त्या द्वारे शेतकऱ्यांना चांगले उत्पन्न मिळू शकते.
-
स्वर्ण | राधिका, महिको NO-10, नुनहेम्स सिंघम 7000 सीड्स वापरा.
-
या जातींची रोपे मध्यम आकाराची असतात आणि पाने छोटी असतात.
-
या वाणांना 2 ते 4 शाखा आहेत आणि फळांची पहिली तोडणी 45 ते 51 दिवसांत घेता येते.
-
त्यांचे फळ 12 ते 14 सेमी किंवा 12 ते 16 सेमी लांबीचे आणि 1.5 ते 1.8 सेमी व्यासाचे आहे.
-
या जातींमध्ये चांगले शेल्फ लाइफसह गडद हिरवी मऊ फळे असतात ज्याचे वजन 12 ते 15 ग्रॅम असते.
बेमिसाल मजबूती वाले HyTarp तिरपाल की विशेषताएं
-
यह तिरपाल पूरी तरह से वर्जिन प्लास्टिक से बनी है और इसमें मिट्टी या फिलर का कंटेंट नहीं है।
-
इस तिरपाल की मोटाई 200 GSM होने के साथ ये 3 लेयर बनी की है जिसकी वजह से तिरपाल काफी मजबूत और टिकाऊ है।
-
ये तिरपाल UV ट्रीटेड भी है जीसकी वजह से कड़ी धूप, ठंढ और बारीश में भी ये तिरपाल लंबे समय तक चलती है।
-
ये तिरपाल एक साईड से आर्मी ग्रीन और दूसरे साईड से ब्लैक कलर की है।
-
इस तिरपाल मे चारों बाजू में विशिष्ट अंतर छोड के अल्युमिनियम के आय लेट्स दिये गए हैं जो तिरपाल को रस्सी से बाँधने मे काम आयेंगे।
-
यह तिरपाल सभी रेग्युलर साईज 11×15, 15×18, 21×30, 24×36, 30×30 में उपलब्ध है।
Shareकृषि क्षेत्र एवं किसानों से सम्बंधित ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें और शेयर करना ना भूलें।
बंगाल की खाड़ी पर बनेगा जोरदार सिस्टम, कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी
दक्षिणी बांग्लादेश और उससे सटे हुए उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी के क्षेत्र के ऊपर जल्दी ही एक निम्न दवाब का क्षेत्र बन सकता है। यह उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ेगा तथा इसके प्रभाव से पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार के कई जिलों में भारी बारिश होगी। सिक्किम सहित बांग्लादेश और उत्तर पूर्वी राज्यों में भी मूसलाधार बारिश की संभावना है। महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल के भी कई जिलों में अच्छी बारिश से जारी रह सकती है। हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी 6 अक्टूबर को हल्की बारिश की संभावना है। उत्तर पश्चिम और मध्य भारत में अधिकतर क्षेत्रों के तापमान सामान्य से अधिक बने हुए हैं। पहाड़ों का मौसम लगभग साफ बना रहेगा।
स्रोत: स्काइमेट वेदर
Shareमौसम सम्बंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। नीचे दिए गए शेयर बटन को क्लिक कर इस लेख को अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।